AKTU: बीटेक कोर्स में होगी स्टार्टअप और एंटरप्रन्योरशिप की पढ़ाई, विद्या परिषद बैठक में मंजूरी
AKTU: कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने बताया कि बीटेक पाठ्यक्रम में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं में उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए ही क्रेडिट सिस्टम में परिवर्तन प्रस्तावित किए गए हैं।
Lucknow News: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय ने सत्र 2024-25 के बीटेक कोर्स के क्रेडिट सिस्टम में बदलाव किया है। अब एकेटीयू से सम्बद्ध सभी संस्थानों को बदले हुए क्रेडिट सिस्टम के अनुसार ही पढ़ाई करानी होगी। क्रेडिट सिस्टम के बारे में एकेटीयू वेबसाइट पर जानकारी अपलोड कर दी गई है।
स्टार्टअप एंड एंटरप्रन्योरशिप विषय की पढ़ाई होगी
कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने बताया कि बीटेक पाठ्यक्रम में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं में उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए ही क्रेडिट सिस्टम में परिवर्तन प्रस्तावित किए गए हैं। सत्र 2024-25 से दूसरे वर्ष में पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों की पढ़ाई इसी क्रेडिट सिस्टम से शुरू की जाएगी। कुलपति ने बताया कि बीटेक के तृतीय वर्ष के पांचवे और चौथे वर्ष के सातवें सेमेस्टर में अभी इंटर्नशिप असिस्मेंट या मिनी प्रोजेक्ट विषय की पढ़ाई करनी होती है। लेकिन यह बदलाव होने से अब विद्यार्थियों को इंटर्नशिप असिस्मेंट, मिनी प्रॉजेक्ट या स्टार्टअप एंड एंटरप्रन्योरशिप विषय की पढ़ाई करनी होगी। कुलपति ने बताया कि बीटेक के चौथे वर्ष के सातवें सेमेस्टर में एक नया विषय जोड़ा जाएगा। यह विषय दो क्रेडिट का होगा। इसका उद्देश्य विशेष रूप से छात्रों को स्टार्टअप और एंटरप्रन्योरशिप के लिए प्रेरित करना है।
तीन सेमेस्टर में ही 15 क्रेडिट मिल सकेंगे
कुलपति प्रो. जेपी पांडेय का कहना है कि यदि विद्यार्थी स्टार्टअप और एंटरप्रन्योरशिप की गतिविधियों में रूचि लेते हुए सभी नियमों का पालन करता है तो चौथे वर्ष के प्रोजेक्ट के सभी क्रेडिट्स वह इन्हीं गतिविधियों से ही प्राप्त कर सकता है। स्टार्टअप और एंटरप्रन्योरशिप की गंभीरता से पढ़ाई करने पर पांचवें, सातवें और आठवें सेमेस्टर में कुल मिला कर अधिकतम 15 क्रेडिट्स प्राप्त किए जा सकते हैं। एकेटीयू के डीन यूजी प्रो. अनुराग त्रिपाठी ने सभी सम्बद्ध संस्थानों को निर्देश दिए है कि वह छात्रों को इस संबंध में पूरी जानकारी उपलब्ध करा दें। जिससे विद्यार्थियों को भी विषय में जानकारी प्राप्त हो।