Lucknow News: छात्र-छात्राओं ने यूपी विधानसभा के आकर्षक ढांचे का किया दीदार, विधानसभा स्पीकर से भी मिले, साझा किए अनुभव
Lucknow News: यूपी विधानसभा स्पीकर सतीश महाना ने छात्र-छात्राओं को बताया कि "सदन की कार्यवाही के दौरान सत्ता पक्ष अपनी बात और विपक्ष अपनी बात कहता है लेकिन दोनों पक्ष जनहित की ही बात करते हैं। यही स्वस्थ लोकतंत्र की पहचान है।"
Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी अपनी ऐतिहासिक भवनों और स्मारकों को लेकर हमेशा आकर्षण का केंद्र रहा है और देश विदेश के पर्यटकों की पहली पसंद रहा है। इसी कड़ी में उत्तर उत्तर प्रदेश के जनपद अयोध्या के प्रतिष्ठित एल.एस.डी.पी. पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं के एक बडे़ दल ने उत्तर प्रदेश विधानसभा को देखने और घूमने का आनंद उठाया। जिसके बाद छात्र-छात्राओं ने कहा कि "इतनी खूबसूरत और आकर्षक विधानसभा के बारे में कभी सोचा नही था, न तो हमे विधानसभा के गौरवमयी इतिहास के बारे में पता था और न ही यहां की इतनी बड़ी लाइब्रेरी के बारे में।"
जैसा कि हम जानते हैं कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के आकर्षक ढांचे, आधुनिक, भव्य स्वरूप और उन्नत सुविधाओं ने इसे देशभर में एक मिसाल बना दिया है। यही कारण है कि विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोग, चाहे वे राजनीतिज्ञ हों, विद्यार्थी हों, या फिर सामान्य नागरिक, इसका भ्रमण करने आ रहे हैं। जहां विधानसभा के इतिहास, निर्माण, और कार्यप्रणाली के बारे में जानने के लिए लोग आ रहे हैं, वहीं विधानसभा एक पर्यटन स्थल के रूप में भी उभर रही है।
विधानसभा स्पीकर ने सदन की कार्यप्रणाली से छात्र-छात्राओं को कराया अवगत
विधानसभा स्पीकर सतीश महाना ने छात्र-छात्राओं को सदन की कार्यप्रणाली के बारे में अवगत कराते हुए बताया कि "जब सदन की कार्यवाही चलती है तो इसके सदस्य उस दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास समेत अन्य मुद्दों को उठाते हैं। इसके बाद संबन्धित कमेटियां अपनी संस्तुति शासन के पास भेजती हैं। फिर इनका क्रियान्वयन कर जनससमयाओं का निदान किया जाता है।"
उन्होंने बताया कि "सदन की कार्यवाही के दौरान सत्ता पक्ष अपनी बात और विपक्ष अपनी बात कहता है लेकिन दोनों पक्ष जनहित की ही बात करते हैं। यही स्वस्थ लोकतंत्र की पहचान है।"
स्पीकर सतीश महाना ने कहा कि "उत्तर प्रदेश विधानसभा को सुंदर बनाने के पीछे यही कारण है कि आम जनता इसके बारे में जाने और उसे समझने का काम करे। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि "सभी विद्यार्थियों को विधायिका की संरचना और उसकी कार्य प्रणाली को करीब से जानना चाहिए। ये आने वाले समय में उन्हें मदद करेगी। विधायिका, लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। विधायिका की संरचना और कार्य प्रणाली को समझने से उन्हे आगे इसका लाभ मिलेगा।"
जीवन को लेकर छात्र-छात्राओं को दी बड़ी सीख
विधानसभा स्पीकर सतीश महाना ने छात्र-छात्राओं को बताया कि "जीवन की एक गलती आपकी सारी अच्छाइयों को खत्म कर सकती है। इसलिए सोच समझकर जीवन में अपने कदम आगे बढ़ाएं। मोबाइल पर सेल्फी खराब आने पर उसे डिलीट कर फिर से नई फोटों को खींचा जा सकता है लेकिन व्यक्तिगत जीवन की गलती को डिलीट नही किया जा सकता हैं।"
उन्होंने कहा कि "आज की आवष्यकता बेटियों को सशक्त बनाने की है, हांलाकि इस दिशा में बेटियां आगे बढ़ रही हैं। लेकिन अभी और सशक्त होने की जरूरत है। बेटियों का सशक्तिकरण ही हमारे समाज को मजबूत बनाएगा।"
छात्र-छात्राओं ने विधानसभा अध्यक्ष को बताया अपना अनुभव
वहीं विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को छात्र-छात्राओं ने बताया कि "उन सबने विधानसभा के पोर्टिको में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने सामूहिक रूप से तस्वीर ली और उनके बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके बाद, विधानसभा पुस्तकालय के अंदर सरकारी पांडुलिपियों, समाचार पत्रों की कतरनों और दुर्लभ पुस्तकों के सबसे समृद्ध संग्रह को भी देखा।"
इस मौके पर प्रधानाचार्य आदित्य प्रकाश पाठक ने बताया कि "विद्यार्थियों ने ग्रीन स्क्रीन रूम सेल्फी पॉइंट, लाइट एंड साउंड शो, वीआर-संचालित हेलीकॉप्टर और 3डी के माध्यम से सदन के बारे में अधिक जानने के लिए अभूतपूर्व तकनीक का उपयोग किया गया है। यहां पर विद्यार्थियों को विधानसभा के इतिहास, संस्कृति, और कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी दी गई। इसके लिए वह विधानसभा अध्यक्ष के प्रति आभारी हैं।"
बालिकाओं ने विधानसभा अध्यक्ष को राखी भी बाँधी
विद्यालय के प्रबंधक अनिल पाठक और प्रधानाचार्य आदित्य पाठक ने विधानसभा भ्रमण की अनुमति देने के लिए मोमेंटो व अंग वस्त्र देकर विधानसभा अध्यक्ष का आभार व्यक्त किया। इस दौरान बालिकाओं ने विधानसभा अध्यक्ष को राखी भी बाँधी।
इस दौरान उपस्थित रहे
विधानसभा भ्रमण के दौरान बच्चे काफी खुश और सेल्फी लेते हुए दिखे। इस दौरान उपप्रधानाचार्य आर. बी सिंह, आदित्य शर्मा, सलोनी सिंह, अंजली शुक्ला, रंजीत शर्मा, प्रवीण गिरी, कृष्णा तिवारी सहित अन्य अध्यापक उपस्थित रहे।