Teachers Protest: महिला शिक्षकों फूटा गुस्सा, दिया धरना, किया प्रदर्शन, लगाए गंभीर आरोप
Teachers Protest: महिला शिक्षकों का आरोप है कि ट्रांसफर के बाद भी रिलीविंग ऑर्डर नहीं दिया गया।
Teachers Protest: राजधानी लखनऊ के निशातगंज स्थित शिक्षा निदेशालय कार्यालय में महिला शिक्षकों ने सोमवार को धरना दिया और विरोध प्रदर्शन किया। 69000 बैच की 2023-24 में स्थानांतरित 69000 शिक्षक भर्ती की महिला अभ्यर्थियों ने कार्यमुक्ति आदेश के आदेश को लेकर जमकर विरोध जताया और प्रदर्शन किया। सुबह से ही विभिन्न जनपदों की महिला शिक्षकों का लखनऊ के निशातगंज स्थित शिक्षा निदेशक कार्यालय पहुंचने का सिलसिला जारी था। यहां एकत्र होने के बाद महिला शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर विरोध जताया। महिला शिक्षकों का आरोप है कि ट्रांसफर के बाद भी रिलीविंग ऑर्डर नहीं दिया गया।
राजधानी लखनऊ के निशातगंज स्थित शिक्षा निदेशालय कार्यालय में महिला शिक्षकों ने सोमवार को धरना दिया और विरोध प्रदर्शन किया। 69000 बैच की 2023-24 में स्थानांतरित 69000 शिक्षक भर्ती की महिला अभ्यर्थियों ने कार्यमुक्ति आदेश के आदेश को लेकर जमकर विरोध जताया और प्रदर्शन किया। सुबह से ही विभिन्न जनपदों की महिला शिक्षकों का लखनऊ के निशातगंज स्थित शिक्षा निदेशक कार्यालय पहुंचने का सिलसिला जारी था। यहां एकत्र होने के बाद महिला शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर विरोध जताया। महिला शिक्षकों का आरोप है कि ट्रांसफर के बाद भी रिलीविंग ऑर्डर नहीं दिया गया।
महिलाओं पर जताया कड़ा विरोध
महिला शिक्षकों का कहना है कि इसको लेकर हम लोगों ने कई बार शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इससे काफी परेशानियां हो रही हैं। इसको लेकर सोमवार को प्रदेश भर की महिला शिक्षक राजधानी पहुंचीं। महिला शिक्षकों ने लखनऊ के निशातगंज स्थित शिक्षा निदेशालय कार्यालय पहुंच कर विरोध जताया और जमकर प्रदर्शन किया। 69000 बैच की 2023-24 में स्थानांतरित 69000 शिक्षक भर्ती की महिला अभ्यर्थियों ने कार्यमुक्ति आदेश के आदेश को लेकर अपना कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा कि हमें मजबूर होकर यहां एकत्र होना पड़ा है।
हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो विरोध-प्रदर्शन और व्यापक पैमाने पर किया जाएगा। महिला शिक्षकों का आरोप है कि ट्रांसफर के बाद भी रिलीविंग ऑर्डर नहीं दिया गया। जब ट्रांसफर किया गया तो रिलीविंग आॅर्डर भी देना चाहिए ताकि हम लोग वहां जाकर ज्वाइन कर सकें। वहीं कई शिक्षिकाओं ने कहा कि इससे अच्छा तो यही था कि ट्रांसफर ही नहीं किया जाता, कम से कम ये दिक्कत तो न होती। अब ट्रांसफर कर दिया गया है तो रिलीविंग आॅर्डर दे देना चाहिए।