Lucknow University: नए अध्यादेश के मुताबिक होगी पढ़ाई, स्नातक व पीएचडी सिलेबस में होगा बदलाव

प्रो. गीतांजलि मिश्रा ने पत्र में रजिस्ट्रार से 31 मार्च तक सभी विभागाध्यक्ष, समन्वयक और निदेशकों से नए पाठ्यक्रम गठित कराने का निवेदन किया है। जिससे नए सत्र में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को किसी दिक्कत का सामना न करना पड़े।

Report :  Abhishek Mishra
Update: 2024-03-01 13:00 GMT

Lucknow University: अगामी सत्र से एलयू में नए अध्यादेश के अनुसार स्नातक, परास्नातक और पीएचडी की कक्षाएं संचालित होंगी। लखनऊ विश्ववद्यालय की ओर से यूजीसी के नए फ्रेमवर्क के हिसाब से स्नातक और पीएचडी का नया अध्यादेश तैयार कर लिया है। इसके साथ ही पीजी एक और दो वर्षीय अध्यादेश को भी जल्द तैयार कर लिया जाएगा।

नए सिलेबस के मुताबिक होगी पढ़ाई

लखनऊ विश्वविद्यालय में नए सत्र से प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को संशोधित अध्यादेश के मुताबिक पढ़ाया जाएगा। सत्र 2024-25 से सभी पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने वाले छात्रों को नए सिलेबस के आधार पर पढ़ाया जाएगा। पीएचडी में प्रवेश लेने वाले शोधार्थी भी संशोधित अध्यादेश के अनुसार ही अपना कोर्सवर्क करेंगे। एकेडमिक डीन प्रो. गीतांजलि मिश्रा ने पहले ही इस संबंध में एलयू के रजिस्ट्रार डॉ. विनोद कुमार सिंह को पत्र लिखकर जानकारी दी है। प्रो. गीतांजलि मिश्रा ने पत्र में रजिस्ट्रार से 31 मार्च तक सभी विभागाध्यक्ष, समन्वयक और निदेशकों से नए पाठ्यक्रम गठित कराने का निवेदन किया है। जिससे नए सत्र में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को किसी दिक्कत का सामना न करना पड़े। एकेडमिक डीन ने बताया कि 31 मार्च तक पाठ्यक्रमों में बदलाव कर बोर्ड ऑफ स्टडीज और फैकल्टी बोर्ड से पास कराना जरुरी है।

15 मार्च तक तैयार होगा अध्यादेश

एकेडमिक डीन ने कहा कि 15 मार्च तक पीजी एक वर्षीय संशोधित अध्यादेश तैयार होने की उम्मीद है। संशोधित अध्यादेश को आगे मंजूरी के लिए राज्यपाल के पास भेजा जाएगा। बता दें कि इस समय प्री-पीएचडी कोर्सवर्क के पाठ्यक्रम में दो कोर्स और आठ क्रेडिट अंक हैं। अब नए संशोधित पीएचडी अध्यादेश के अनुसार इसमें तीन कोर्स और 12 क्रेडिट अंक करने का फैसला लिया गया है। तीन कोर्स पेपर में दो कंपलसरी और एक अनिवार्य पेपर होंगे। शोध व प्रकाशन नैतिकता का पहला पेपर दो क्रेडिट अंकों और शोध पद्धति का दूसरा पेपर पांच क्रेडिट अंकों का होगा। तीसरे पेपर में विशिष्ट शाखा में नवाचारी शोध दृष्टिकोणों के बारे में सिखाया जाएगा। यह पेपर पांच क्रेडिट्स का होगा।

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