Lucknow University: तीन दिवसीय "आद्याश्री" कार्यक्रम आज से शुरु, छात्रों ने बनाए पोस्टर और रंगोली
Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन संस्थान की ओर से तीन दिवसीय उत्सव "आद्याश्री" शुरु हुआ। इस इंटर-कॉलेजिएट कार्यक्रम में लखनऊ के कई कॉलेजों के साथ ही कैंपस के छात्रों ने भी हिस्सा लिया।
Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन संस्थान की ओर से तीन दिवसीय उत्सव "आद्याश्री" शुरु हुआ। इस इंटर-कॉलेजिएट कार्यक्रम में लखनऊ के कई कॉलेजों के साथ ही कैंपस के छात्रों ने भी हिस्सा लिया। यहां पहले दिन पोस्टर मेकिंग, स्लोगन राइटिंग और रंगोली मेकिंग जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित हुई।
'शेड्स ऑफ वुमनहुड' पर बनाए पोस्टर
"आद्याश्री" कार्यक्रम में शहर के कई कॉलेजों ने प्रतिभाग किया। इसके साथ ही लखनऊ विश्वविद्यालय के भी छात्रों ने भाग लिया। महिला अध्ययन संस्थान के इस कार्यक्रम के अंतर्गत कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। यहां पहले दिन पोस्टर मेकिंग, स्लोगन राइटिंग और रंगोली मेकिंग जैसी प्रतियोगिताएं हुई। पोस्टर मेकिंग में प्रतिभागियों ने 'शेड्स ऑफ वुमनहुड' विषय पर आधारित पोस्टर बनाए। यह पोस्टर समाज में पुरुषों की भूमिका के साथ-साथ नारीत्व और समाज से संबंधित जीवन जैसे मुद्दों को दर्शा रहे थे।
रंगोली के माध्यम से किया जागरुक
इस कार्यक्रम में 'समाजिक संदेश" बनाने की प्रतियोगिता में समकालीन भारतीय महिलाएं, कला और साहित्य में महिलाएं, महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण जैसे विषय शामिल थे। पहले दिन का आखिरी कार्यक्रम रंगोली बनाना था। जिसमें छात्रों ने मनमोहक और जानकारीपूर्ण रंगोली बनाई। समकालीन समाज में लैंगिक संवेदनशीलता के संबंध में जागरूकता फैलाना था। लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता प्रो. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि इस मौके पर पितृसत्ता के दुष्प्रभावों पर आधारित एक लघु नाटक का भी मंचन किया गया। नाटक में बताया गया कि पितृसत्तात्मक समाज में पुरुष और महिलाएं दोनों कैसे पीड़ित होते हैं। मंचन कर रहे छात्रों ने नाटक को बहुत ही दिलचस्प तरीके से प्रस्तुत किया।
तीन दिनों तक चलेगा कार्यक्रम
लखनऊ विश्वविद्यालय में शनिवार को महिला अध्ययन संस्थान द्वारा तीन दिवसीय इंटर-कॉलेजिएट उत्सव "आद्याश्री" शुरू हुआ। यह कार्यक्रम तीन दिनों तक चलेगा। संस्थान की संयोजक और निदेशक डॉ. मानिनी श्रीवास्तव ने सभी को कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी। कला संकायाध्यक्ष और प्रतिकुलपति प्रो. अरविंद अवस्थी, संस्कृतिकी निदेशक प्रो. मधुरिमा लाल, विज्ञान विभाग की प्रो. मीरा सिंह की मौजूदगी में दीप प्रज्ज्वलन किया गया। प्रति कुलपति प्रो. अरविंद के संबोधन से कार्यक्रम की शुरुआत हुई।