UP Assembly Winter Session: सत्र के पहले दिन की कार्यवाही संपन्न, काले कपड़े में दिखे सपा नेता, बीजेपी ने किया विरोध
UP Assembly Winter Session: विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने 26 साल पुरानी घटना को याद किया। उन्होंने आगे कहा कि, सदन की गरिमा सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को बनाए रखना है।
UP Vidhan Sabha News: उत्तर विधानमंडल का चार दिवसीय सत्र मंगलवार (28 नवंबर) को शुरू हो गया। सत्र के पहले दिन नेता सदन सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने भाजपा के दिवंगत नेता आशुतोष टंडन (Ashutosh Tandon) को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि, 'उनके निधन से हम सभी दुखी हैं। हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।'
शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले लोकभवन में बीजेपी विधानमंडल दल की बैठक हुई। मीटिंग में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने सभी विधायकों को सदन में उपस्थित रहने तथा सकारात्मक चर्चा के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि, विपक्ष के आरोपों का तथ्यात्मक जवाब दें। बैठक में बीजेपी के सहयोगी दलों के विधायक भी मौजूद रहे। सभी को निर्देश है कि विधानसभा सत्र में मोबाइल बाहर रख दिया गया है। इसलिए टीवी से ही अपडेट लेने का कष्ट करें।
सरकार चर्चा-परिचर्चा को आगे बढ़ाएगी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, 'बीते साढ़े छः वर्षों से हमारी सरकार चर्चा-परिचर्चा को आगे बढ़ाने में नई सफलता हासिल की। पिछले सालों में कार्यवाही जिस गरिमापूर्ण तरीके से लोकतंत्र की सच्ची भावनाओं का प्रतिनिधित्व करते हुए आगे बढ़ी है, वह लोगों के लिए कौतूहल का विषय है। क्योंकि, यह वो सदन था, जहां एक बार मारपीट भी हुई थी। उन्होंने आगे कहा कि, सदन की गरिमा सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को बनाए रखना है। सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। सभी पूरी तैयार के साथ सदन में मौजूद रहेंगे। मुझे भरोसा है कि विपक्षी दलों के नेता भी सदन की कार्यवाही को चलाने में योगदान देंगे।'
अखिलेश बोले- आशुतोष टंडन ने बेहतरीन काम किया
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने आशुतोष टंडन को श्रद्धांजलि दी। सपा प्रमुख ने आशुतोष टंडन के निधन को दुखद बताया। अखिलेश बोले, 'मंत्री रहने के दौरान उन्होंने बेहतरीन काम किया। आशुतोष टंडन को राजनीति विरासत में मिली थी। उनके निधन से यूपी ने एक कुशल युवा नेता खो दिया। वो हमारे बीच में नहीं हैं लेकिन उनकी यादें हमेशा इस सदन से जुड़ी रहेंगी।'
RLD और सपा सदस्यों ने किया प्रतीकात्मक विरोध
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले रालोद और समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने प्रतीकात्मक विरोध किया। सपा के विधायक ज़ाहिद बेग (Zahid Baig) साइकिल से विधानसभा पहुंचे थे। उन्होंने योगी सरकार की नीतियों का काफ़ी विरोध किया। बेग ने कहा, 'सदन के भीतर मोबाइल बैन करना सरकार का सही कदम नहीं है।'
काले कपड़े में सदन पहुंचे सपा नेता
रालोद ने भी दी श्रद्धांजलि
राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) नेता राजपाल बालियान (Rajpal Balyan) ने भी सदन में आशुतोष टंडन के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, कि 'टंडन को राजनीति विरासत में मिली थी। उन्होंने कई महत्वपूर्ण समितियों में भी काम किया। उनकी इतनी खूबियां थीं, कि उनके जाने के बाद याद आ रही हैं।'
सुभासपा और कांग्रेस ने दी श्रद्धांजलि
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के नेता ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar), सदन में कांग्रेस की नेता आराधना मिश्रा मोना (Aradhana Mishra Mona) ने भी दिवंगत आशुतोष टंडन के प्रति शोक व्यक्त किया। उनके साथ बिताये गये समय का ज़िक्र कर भावुक हुए। आराधना मिश्रा ने कहा, 'आशुतोष टंडन का जाना इस सदन की भारी क्षति है। उनके द्वारा किए गए काम हमेशा स्मरणीय रहेंगे।'
सरकार पर गरजे अखिलेश यादव
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि, 'जातीय जनगणना (caste census) के बगैर सामाजिक न्याय नहीं हो सकता। 2024 के लोकसभा चुनाव में भी जातीय जनगणना मुद्दा रहेगा। ये सरकार नहीं चाहती कि हम जनता के सवाल उठायें। सबसे बड़ी बात ये है कि सरकार विपक्ष का सामना नहीं करना चाहती। उन्होंने कहा, सत्र का समय इसलिये कम रखा गया है कि सदन में चर्चा न हो सके। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि सरकार रोजगार नहीं दे रही। बिजली महंगी हो गई है। जानवर सड़क पर घूम रहे हैं। अभी तक धान खरीदने का कोई इंतजाम नहीं है।'
CM योगी- सदन की गरिमा बनाए रखें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्र से पहले मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि, 'आज से विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। मैं सभी विपक्षी दलों से अपील करता हूं कि सदन की गरिमा बनाए रखें। उन्होंने कहा, सरकार जनता के हित से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। सरकार विपक्ष के सभी सवालों का जवाब देने के लिए तैयार है।
काले कपड़ों में दिखे सपा नेता
विधानसभा का शीतकालीन सत्र नई नियमावली के साथ शुरू हुआ। सपा विधायकों ने इसका विरोध किया। सपा विधायक सदन में काले कपड़े पहनकर पहुंचे। सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है।