Lucknow University: नवीन परिसर के फार्मेसी भवन और द्वारों का राज्यपाल ने किया लोकार्पण, बोलीं- टेक्नोलॉजी संग खुद में करें बदलाव
Lucknow University: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय ने शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में अपने उल्लेखनीय योगदान से एक विशिष्ट पहचान बनाई है।
Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय में सोमवार को नवीन परिसर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज के नव निर्मित भवन और दो द्वारों का उद्घाटन समारोह आयोजित हुआ। यहां राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल मुख्य अतिथि रहीं। उन्होंने कहा कि कमिटमेंट के साथ कार्य करने पर बदलाव अवश्य आता है। जब हम कुछ नया सोचते और करते हैं तभी हम आगे बढ़ सकते हैं। आज के समय में टेक्नोलॉजी रोज बदल रही है इसलिए सभी को भी अपने आप को बदलने की आवश्यकता है।
एलयू ने बनाई विशिष्ट पहचान
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय ने शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में अपने उल्लेखनीय योगदान से एक विशिष्ट पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि देश को विकसित व आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में हम तेजी से अग्रसर हैं। इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए इस वर्ष के बजट में शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक प्रावधान किए गए हैं। शिक्षा के लिए 1.48 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है जो अब तक का सर्वाधिक है। इसके अलावा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के लिए 19,025 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
एआई के केंद्र स्थापित करने की योजना
राज्यपाल ने कहा कि ऐसे विद्यार्थी जो किसी सरकारी योजना के पात्र नहीं हैं, उनके लिए प्रतिवर्ष एक लाख विद्यार्थियों को 10 लाख रुपये तक के ऋण की ब्याज में छूट का प्रावधान किया गया है। अगले पांच वर्षों में एक करोड़ विद्यार्थियों को प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के तहत भारत की शीर्ष कंपनियों में कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। इसके साथ ही, मॉडल कौशल ऋण योजना के अंतर्गत प्रतिवर्ष 25 हजार विद्यार्थियों को 7.5 लाख रुपये तक का ऋण प्रदान किया जाएगा। राज्यपाल ने बताया कि भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के तीन नए केंद्र स्थापित करने के लिए 255 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। प्रति कुलपति प्रो. मनुका खन्ना, कुलसचिव विद्यानंद त्रिपाठी, प्रो. केया पांडेय, प्रो. दुर्गेश श्रीवास्तव, प्रो. राकेश द्विवेदी समेत विश्वविद्यालय के अन्य शिक्षक और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
डिजिटल लाइब्रेरी के लिए 100 करोड़ रूपये
राज्यपाल ने बताया कि बजट में प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम ऊषा) के लिए 1,814.94 करोड़ रुपये और प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा प्रोत्साहन योजना के लिए 1,558 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी के लिए पहली बार 100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है जो छात्रों को डिजिटल शिक्षा सामग्री तक आसान पहुंच प्रदान करेगा। साथ ही, विश्वविद्यालयों और संस्थानों की गुणवत्ता में वृद्धि के लिए नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क के लिए पांच करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
10 साल आगे की योजना बनाए विश्वविद्यालय
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय को 10 साल आगे की योजना बनाने और समय-समय पर उसकी समीक्षा करते हुए आगे बढ़ने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि बजट के अनुसार विश्वविद्यालय को अपनी योजनाओं को आकार देना चाहिए, जिससे वो दीर्घकालिक विकास के लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें।
न्यू कैंपस में बनेगा हॉस्टल, ऑडिटोरियम: कुलपति
कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने कहा कि द्वितीय परिसर में भविष्य में एक लड़कों के हॉस्टल का निर्माण, एक मूट कोर्ट, टैगोर लाइब्रेरी का विस्तार और फार्मेसी संकाय में एक अत्याधुनिक ऑडिटोरियम का निर्माण कराए जाने का लक्ष्य है। कुलपति ने बताया कि द्वितीय परिसर में 4400 छात्रों और 77 शिक्षकों की संख्या अब बढ़कर 7800 छात्रों और 150 शिक्षकों तक पहुंच चुकी है। हमारा लक्ष्य अगले वर्षों में 10,000 छात्रों की संख्या तक पहुंचना है।
फार्मेसी संस्थान में यह प्रमुख सुविधाएं
नवनिर्मित संस्थान में 13 रिसर्च लेबोरेटरी, आठ क्लासरूम, एक कंप्यूटर लैब, एक ऑडिटोरियम, एक मशीन रूम, एक सेंट्रल इंस्ट्रूमेंट फैसिलिटी रूम, दो लेक्चर थियेटर, एक स्टूडेंट एक्टिविटी रूम, एक फैकल्टी रूम एवं एक एनिमल हाउस की सुविधा उपलब्ध है। 13 प्रयोगशालाए मुख्य रूप से इंडस्ट्रियल फार्मेसी, मेडिसिनल केमिस्ट्री, फार्मास्यूटिकल एनालिसिस, हर्बल ड्रग टेक्नोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, फार्माकोलॉजी एवं फार्माकोग्नॉसी की है, साथ ही संस्थान में आठ कक्षाएं और पांच हजार से ज्यादा फार्मेसी किताबों की उपलब्धता वाली एक लाइब्रेरी है।