Lucknow News: कब मनाई जाएगी अनंत चतुर्दशी? इसी दिन किया जाएगा गणपति विसर्जन,क्या होगा शुभ मुहूर्त
Lucknow News: पंडित रवि प्रकाश मिश्रा के अनुसार गणेश विसर्जन के लिए अनन्त चतुर्दशी का दिन ही सर्वाधिक लोकप्रिय व प्रचलित है। फिर भी तीसरे दिन, पांचवे दिन व सातवें दिन में भी गणेश विसर्जन किया जा सकता है।
Lucknow News: गणेश विसर्जन के लिए अनंत चतुर्दशी तिथि सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है। चतुर्दशी तिथि के दिन ही भगवान विष्णु का उनके अनंत रूप में पूजन किया जाता जो चतुर्थी तिथि को और भी अधिक महत्वपूर्ण बनाती है। यह जानकारी ज्योतिषाचार्य व एलयू के संस्कृत तथा प्राकृत संस्कृत विभाग में शोध छात्र पंडित रवि प्रकाश मिश्रा ने दी।
अनन्त चतुर्दशी के दिन विसर्जन
ज्योतिषाचार्य व शोध छात्र संस्कृत तथा प्राकृत संस्कृत विभाग पंडित रवि प्रकाश मिश्रा के अनुसार गणेश विसर्जन के लिए अनन्त चतुर्दशी का दिन ही सर्वाधिक लोकप्रिय व प्रचलित है। फिर भी तीसरे दिन, पांचवे दिन व सातवें दिन में भी गणेश विसर्जन किया जा सकता है। यहाँ विचारणीय है की, विसर्जन के लिए उपयुक्त उपरोक्त सभी दिन विषम संख्या में दर्शाए गए हैं। विसर्जन का सबसे प्रचलित दिन, यानि अनन्त चतुर्दशी का दिन भी चतुर्थी तिथि के बाद ग्यारहवाँ दिन होता है। गणेश विसर्जन के लिए अनंत चतुर्दशी तिथि सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है। चतुर्दशी तिथि के दिन ही भगवान विष्णु का उनके अनंत रूप में पूजन किया जाता जो चतुर्थी तिथि को और भी अधिक महत्वपूर्ण बनाती है।चतुर्दशी तिथि के दिन ही भगवान विष्णु का उनके अनन्त रूप में पूजन किया जाता जो चतुर्थी तिथि को और भी अधिक महत्वपूर्ण बनाती है। भगवान विष्णु के भक्त इस दिन उपवास रखते हैं। भगवान् की पूजा के समय हाथ में धागा बांधते हैं। ऐसी मान्यता है, की यह धागा भक्तों की हर संकट में रक्षा करता है।
अनंत चतुर्दशी 2024 मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य पंडित रवि प्रकाश मिश्रा ने बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि का आरंभ 16 सितंबर को दोपहर 3 बजकर 10 पर होगा। चतुर्दशी तिथि समाप्त 17 अगस्त को सुबह 11 बजकर 44 मिनट पर होगा। ऐसे में उदयातिथि के आधार पर अनंत चतुर्दशी 17 सितंबर को मनाई जाएगी। इसी दिन गणेश जी का विसर्जन भी किया जाएगा।
गणेश विसर्जन के लिए शुभ मुहूर्त
प्रातः मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत)- 17 सितंबर को सुबह 9 बजकर 11 मिनट से दोपहर 1 बजकर 47 मिनट
अपराह्न मुहूर्त (शुभ)- 17 सितंबर को दोपहर 3 बजकर 19 मिनट से शाम 4 बजकर 51 मिनट तक
सायाह्न मुहूर्त (लाभ)- 17 सितंबर को शाम 7 बजकर 51 मिनट से रात 9 बजकर 19 मिनट तक
रात्रि मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर)- 17 सितंबर को रात 10 बजकर 47 मिनट से मध्यारात्रि (18 सितं
बर) 3 बजकर 12 मिनट तक