World Contraception Day: परामर्श के बिना गर्भ निरोधक दवा ले रहीं महिलाएं, उत्पादों में 20 फीसदी की बढ़ोतरी
Lucknow News: क्वीनमेरी की डॉ. सुजाता देव ने बताया कि सप्ताह में एक लेने वाली दवा अधिक सुरक्षित है। इससे स्तनपान करने वाले शिशु पर बुरा असर नहीं पड़ता।
Lucknow News: हर वर्ष गर्भ निरोध दिवस 26 सितंबर को मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य जनसंख्या स्थिरीकरण संबंधी प्रयासों की मजबूती के लिए परिवार नियोजन व यौन स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता फैलाना है। बता दें कि दो संतानों के बीच कुछ सालों के अंतर व अनचाहे गर्भ से बचाव के लिए महिलाएं गर्भनिरोधक तरीकों को बेझिझक अपना रही हैं।
बिना डॉक्टर के परामर्श के दवा ले रहीं 30 फीसदी महिलाएं
गर्भ निरोध के लिए प्रयोग की जाने वाली दवाओं की बिक्री भी लगातार हो रही है। महिलाओं अपनी सुविधा के अनुसार गर्भनिरोधक तरीकों का इस्तेमाल कर रही हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मेडिकल स्टोर से हर महीने तीन से चार लाख रुपये की गर्भ निरोधक पिल्स की बिक्री हो रही है। वहीं अगर सरकारी अस्पतालों की बात करें तो यहां गर्भ निरोध के लिए प्रयोग की जाने वाली दवाएं मुफ्त में बांटी जा रही हैं। जानकारी के अनुसार 30 फीसदी महिलाएं बिना किसी डॉक्टर के परामर्श के दवाएं ले रही हैं। यह काफी चिंता का विषय है।
उत्पादों की बिक्री बढ़ी
दवा विक्रेता वेलफेयर समिति के वरिष्ठ सदस्य विकास रस्तोगी का कहना है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल परिवार नियोजन के उत्पादों की अधिक बिक्री हो रही है। इन उत्पादों की बिक्री में करीब 20 फीसदी तक की बढ़ोतरी देखी जा रही है।
सरकारी अस्पतालों में मुफ्त अंतरा इंजेक्शन उपलब्ध
केजीएमयू में स्त्री एपं प्रसूति रोग विभाग (क्वीनमेरी) की डॉ. सुजाता देव ने बताया कि सप्ताह में एक लेने वाली दवा अधिक सुरक्षित है। इससे स्तनपान करने वाले शिशु पर बुरा असर नहीं पड़ता। सरकारी अस्पतालों में महिलाओं को मुफ्त अंतरा इंजेक्शन उपलब्ध कराया जा रहा है।