Lucknow News: अंतर्राष्ट्रीय छात्रों का मनोवैज्ञानिक कल्याण विषय पर लविवि में कार्यशाला का आयोजन हुआ

Lucknow News: हैप्पी थिंकिंग लेबोरेटरी ने आज 25 जुलाई को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का विषय 'अंतर्राष्ट्रीय छात्रों का मनोवैज्ञानिक कल्याण' था।

Update:2023-07-25 19:40 IST
Workshop on Psychological Well Being of International Students held at LU

Lucknow News: काउंसलिंग एंड गाइडेंस सेल, लखनऊ विश्वविद्यालय के सहयोग से हैप्पी थिंकिंग लेबोरेटरी ने आज 25 जुलाई को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का विषय 'अंतर्राष्ट्रीय छात्रों का मनोवैज्ञानिक कल्याण' था। कार्यशाला हैप्पी थिंकिंग लेबोरेटरी, ओएनजीसी बिल्डिंग, लखनऊ विश्वविद्यालय में आयोजित की गई। कार्यशाला में 50 से अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय छात्रों ने भाग लिया। इस अवसर के मुख्य अतिथि डॉ. आर.पी. सिंह थे, जिनका स्वागत हैप्पी थिंकिंग लैब की निदेशक डॉ. एम. प्रियदर्शिनी ने किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन से हुआ। मनोवैज्ञानिक कल्याण पर चर्चा के बाद प्रश्न उत्तर सत्र। विद्यार्थियों ने वृक्ष गतिविधि में सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यशाला में ताजिकिस्तान, मॉरीशस, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और नामीबिया जैसे विभिन्न देशों के छात्रों ने भाग लिया।

मनोवैज्ञानिक कल्याण का अर्थ

मनोवैज्ञानिक कल्याण का तात्पर्य जीवन के अच्छे से चलने से है क्योंकि यह अच्छा महसूस करने और कार्य करने के संयोजन से होता है। उच्च मनोवैज्ञानिक कल्याण वाला व्यक्ति खुश, सक्षम, अच्छी तरह से समर्थित, पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन से प्रभावी ढंग से संतुष्ट होता है। स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवधि है। युवा वयस्कों की भलाई और इसमें योगदान देने वाले कारकों को समझने से उनके जीवन की तैयारी में बेहतर मदद के तरीकों को स्पष्ट करने और परिभाषित करने में मदद मिलेगी। छात्रों को कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिनमें अपनी भावनाओं और मानसिक स्वास्थ्य को प्रबंधित करना, शैक्षणिक तनाव से निपटना, रिश्तों को संभालना, अपने लिंग और कामुकता को समझना और समग्र कल्याण बनाए रखना शामिल है। मनोवैज्ञानिक, भावनात्मक और सामाजिक कारक सभी छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण में योगदान करते हैं।

छात्रों ने हैप्पी थिंकिंग लेबोरेटरी के विभिन्न अनुभागों का भी दौरा किया

• अनुसंधान कक्ष
• आध्यात्मिक पुस्तकालय
• विस्डम हॉल
• मौन कक्ष

कार्यशाला में मौजूद लोग

कार्यशाला की अध्यक्षता हैप्पी थिंकिंग लैब की निदेशक डॉ. एम प्रियदर्शनी, काउंसलिंग एवं गाइडेंस सेल की निदेशक डॉ. वैशाली सक्सेना ने की। अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और आईएसए के निदेशक प्रोफेसर आरपी सिंह ने भी छात्रों के मनोवैज्ञानिक कल्याण के लिए और लार्ड बुद्धा पर अपने विचार साझा किए। प्रोफेसर प्रियदर्शिनी और डॉ. वैशाली ने सेवानिवृत्त प्रोफेसर मधुरिमा प्रधान को उनकी गर्मजोशी भरी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर डॉ रुचि, डॉ विनीत मैक्सवेल डेविड, डॉ अनु कोहली, डॉ नाज़नीन खान ने भी अपने विचार साझा किये।

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