World Sparrow Day 2024: प्रदेश में सात गुना बढ़ी गौरैया की संख्या, पहले से अधिक जागरूक हुए लोग

World Sparrow Day 2024: नियमित रूप से चलाए जा रहे जागरूकता अभियान का इस मुहिम में बहुत बड़ा योगदान रहा है। घरों में बने बर्ड हाउस से भी काफी मदद मिली है।

Report :  Abhishek Mishra
Update: 2024-03-20 08:47 GMT

World Sparrow Day 2024  (photo: social media )

World Sparrow Day 2024: बीते कई सालों से गौरैया की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। दस सालों में गौरैया की संख्या में करीब सात गुना वृद्धि हुई है। प्रदेश में मुख्य रूप से गौरैया की तीन प्रजातियां पाई जाती हैं।

18 हजार से ज्यादा हुई गौरैया की संख्या

‘गौरैया: उन्हें एक चहचहाने का मौका तो दें’ थीम पर इस साल विश्व गौरैया दिवस मनाया जाएगा। एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2013 में गौरैया की संख्या 2503 थी। अब यह संख्या 18 हजार से भी अधिक हो गई है। जिससे हम देख रहे हैं कि गौरैया की संख्या में बढ़ोतरी होती जा रही है। नियमित रूप से चलाए जा रहे जागरूकता अभियान का इस मुहिम में बहुत बड़ा योगदान रहा है। घरों में बने बर्ड हाउस से भी काफी मदद मिली है। लखनऊ विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ वाइल्ड लाइफ साइंसेज के एक सर्वे के मुताबिक प्रदेश में गौरैया की संख्या 18 हजार के पार हो चुकी है।

प्रदेश में गौरैया की तीन प्रजातियां

इंस्टीट्यूट ऑफ वाइल्डलाइफ साइंसेज के सर्वे के अनुसार गौरैया की संख्या में सात फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। पिछले दस सालों में संख्या तेरह हजार से अधिक बढ़ी है। इस सर्वे के मुताबिक साल 2013 में प्रदेश में 2503 गौरैया थी। जोकि 2017 में बढ़कर 7074 हुई। साल 2022 में यह संख्या बढ़कर 16104 हुई। अब प्रदेश में 18 हजार से ज्यादा गौरैया हैं। उत्तर प्रदेश में तीन प्रजातियों की गौरैया मिलती हैं। जिनमें पासेर डोमेस्टिकस पार्किनी, डोमेस्टिकस बैक्ट्रीएनस और इंडिकस पासेर हैं। गौरैया संरक्षण के लिए कार्य कर रही एलयू की प्रो. अमिता कनौजिया के मुताबिक पेड़ काटने के कारण गौरैया की संख्या कम हो रही थी। इंसान पेड़ काट कर कंक्रीट के जंगल बना रहे हैं। जिससे घोंसले बनाने की जगह नष्ट हो गई। लेकिन अब लोगों में गौरैया के प्रति जागरूकता बढ़ रही है। इससे संख्या बढ़ रही है।

सात गुना बढ़ गई संख्या

सर्वे के अनुसार साल 2013 में गौरैया की संख्या 2503, 2014 में 3362, 2015 में 5637, 2016 में 6036 थी। इसके बाद संख्या बढ़कर 2017 में 7074, 2018 में 8654, 2019 में 11575 हुई। 2020 में 16324, 2022 में 16104 और 2023 में गौरैया की संख्या 18000 से ज्यादा हो गई।

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