Fatehpur News: विदेशी मौलाना का सच आया सामने, 15 साल से मस्जिद में बच्चों को दे रहा गलत शिक्षा, गिरफ्तार हुआ फिरोज आलम

Fatehpur : उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले से सामने आया है। जहां एक विदेशी मौलाना पिछले 15 सालों से मस्जिद में रहकर बच्चों धर्मांतरण करवाया और उन्हें गलत तालीम दिया।

Report :  Ramchandra Saini
Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2021-09-30 10:58 GMT

Fatehpur News: देश मे धर्मान्तरण (Bachchon Ka Dharmantaran) के मामले को लेकर जहां सरकार गंभीर है, वहीं एक बाद एक परते खुलती जा रही है। सरकार धर्मान्तरण मामले को लेकर ATS से जांच करवा रही है, जहां जांच एजेंसियों द्वारा देश के अलग अलग जगहों से धर्मान्तरण के मास्टर माइंड को अरेस्ट कर कार्यवाही करने में लगी है।

ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले से सामने आया है। जहां एक विदेशी मौलाना पिछले 15 सालों से मस्जिद में रहकर बच्चों धर्मांतरण करवाया और उन्हें गलत तालीम दिया। जिसको लेकर मस्जिद कमेटी के सदस्य ने इसका विरोध कर विदेशी मौलाना को मस्जिद से बाहर निकलवा दिया और इसकी शिकायत जिले के आलाधिकारियों से की।

मौलाना किस देश का रहने वाला 

लेकिन जिले के आलाधिकारियों के कान में जूं तक नही रेंगी। जिसने मस्जिद में रहकर एक हिन्दू बच्ची का निकाह तक करवा दिया और तो और विदेशी मौलाना ने जिले के अधिकारियों को भ्रमित कर देश की नागरिकता तक हासिल कर लिया।

जिसका पार्सपोर्ट और आधार कार्ड सहित राशन कार्ड और वितार आईडी कार्ड बन गया, हालांकि यह प्रकरण जैसे ही मीडिया के सामने आया तो प्रशासन अब सख्ती दिखाकर कार्यवाही करने में लगी हुई है ।


फतेहपुर जिले के गाजीपुर थाना क्षेत्र के कस्बे स्थित बड़ी मस्जिद के इस मौलवी की फोटो को देखे जो विदेशी है। यह किस देश का रहने वाला है यह किसी को नही पता। मौलाना अपने आप को नेपाल का बताकर गाजीपुर में 15 साल पूर्व आया था। जिसके बाद गाजीपुर कस्बे के बड़ी मस्जिद के सदस्यों ने मौलाना को मस्जिद की जिम्मेदारी सौंप दी।

लेकिन मौलाना हाफिज फिरोज आलम मस्जिद में मुस्लिम बच्चों को शिक्षा देना शुरू किया। जहां बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के बजाए, उन्हें हिन्दू के बच्चों के प्रति गलत शिक्षा देना शुरू कर दिया। हिन्दू बच्चियों से शादी कर मुस्लिम जनसंख्या बढ़ाने के लिए समझाने लगा और तो और गाजीपुर की रहने वाली एक ब्राम्हण समाज की लड़की का निकाह तक करवा दिया।

जिसको देख मस्जिद कमेटी के सदस्य अब्दुल मजीद खां ने इसका विरोध किया और जिले के अधिकारियो को इसकी शिकायत की। लेकिन जिले के अधिकारी मौन रहे, वही मस्जिद कमेटी के लोगो ने यह सब गलत मानते हुए, विदेशी मौलाना हाफिज फिरोज आलम को मस्जिद से बाहर करवा दिया।


लेकिन दो वर्ष बाद भी जिला प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई, तो एक बार फिर से मस्जिद कमेटी के सदस्य अब्दुल मदीज खां ने शिकायत की। जिसकी भनक मीडिया को वायरल वीडियो के तहत लगी। जब इस प्रकरण में गांव पहुंचे, तो हकीकत पाया जहां पूरे गांव में आक्रोश है ।

धर्मान्तरण प्रकरण में मस्जिद के मौलाना अफीज फिरोज आलम को पुलिस ने अरेस्ट तो कर लिया। जहां पुलिस उस पर जिला प्रशासन को गुमराह कर पासपोर्ट और देश की नागरिकता हासिल करने के तहत धोखाधड़ी का केस दर्ज कर अरेस्ट कर कार्यवाही की बाद कह रही है।


लेकिन मीडिया के सवालो का जवाब ना तो जिले के एसपी दे रहे है और ना ही DM दे रही है, जबकि पासपोर्ट बनवाने पर जिले के लोगो को थानों से लगाकर जिले के अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते है और चढ़ावा भी चढ़ाना पड़ता है। तब जाकर पासपोर्ट बनता है, जिसमे ढेरो फार्मेर्टिया होती है, लेकिन जिले का खुफिया तंत्र पूरी तरह से फेल हो गया और विदेशी का पासपोर्ट तक बन गया।

अब सवाल यह उठता है की इस पूरे प्रकरण में जिला प्रशासन क्या कार्यवाही करेगी और विदेशी मौलाना कहा से आया है और कितने बच्चे और बच्चियों का धर्मान्तरण करवाया है। यह अपने आप पर बड़ा सवाल है।

इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि एक मौलाना 15 साल से जिले में रह रहा था। जो नेपाल का रहने वाला है। जिसने जिले में रहकर ड्राइविंग लाइसेंस,पासपोर्ट मतदाता कार्ड बनवा लिया था। जिसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया और जांच पड़ताल की जा रही है।

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