Fatehpur News: निरीक्षण में जिला अस्पताल में मिला फर्जी डॉक्टर, दो अन्य की सेवाएं समाप्त

Fatehpur News: निरीक्षण के दौरान अस्पताल में सीनियर फिजीशियन डॉ एनके सक्सेना के चैंबर में बैठे मिले। आयुष चिकित्सक को संदिग्ध मिलने पर पुलिस बुला ली गई।

Report :  Ramchandra Saini
Published By :  Monika
Update: 2021-09-22 12:01 GMT

मेडिकल कालेज के प्राचार्य ने जिला अस्पताल का दौरा (फोटो : सोशल मीडिया )

Fatehpur News: जिला अस्पताल में दलालों के जमावड़ा व डॉक्टर के समय से ना बैठने से मरीजों को हो रही दिक्कत को लेकर जिला अस्पताल का निरीक्षण दौरान केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति (Union Minister Sadhvi Niranjan Jyoti)  व यूपी सरकार में आबकारी मंत्री राम नरेश अग्निहोत्री (Ram Naresh Agnihotri) से मरीजो व तीमारदारों ने शिकायत किया था।जिसका असर रहा कि मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ आरपी सिंह (Principal of Medical College Dr RP Singh) ने जिला अस्पताल का दौरा किया।

निरीक्षण के दौरान अस्पताल में सीनियर फिजीशियन डॉ एनके सक्सेना के चैंबर में बैठे मिले आयुष चिकित्सक को संदिग्ध मिलने पर पुलिस बुला ली गई। हालांकि बाद में पता चला कि वह कोई बाहरी न होकर अनुमति मिलने के बाद प्रेक्टिस पर आए आयुष चिकित्सक हैं। प्राचार्य ने ज्वाइनिंग का प्रमाण पत्र नहीं दिखा सकने पर आयुष चिकित्सक की प्रेक्टिस की अनुमति निरस्त कर दी।

निरीक्षण में जिला अस्पताल में मिला फर्जी डॉक्टर (फोटो : सोशल मीडिया )

मेडिकल कालेज के प्राचार्य ने अस्पताल का निरीक्षण किया

उधर, प्राचार्य के निरीक्षण से दलाल से घिरे रहने वाले चिकित्सकों के चैंबर खाली हो गए। पहले केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति फिर जिले के प्रभारी मंत्री राम नरेश अग्निहोत्री से शिकायत मिलने के बाद मेडिकल कालेज के प्राचार्य आरपी सिंह ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने ट्रामा सेंटर से लेकर ओटी तक का हाल जाना। वही मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आरपी सिंह ने बताया कि निरीक्षण के दौरान आयुष चिकित्सक भारत श्रीवास्तव हैं। उन्हें छह महीने की यहां पर प्रेक्टिस की अनुमति मिली हुई है। उससे ज्वाइनिंग प्रमाण पत्र मांगा, जो वह नहीं दिखा पाए। इसी बिना पर आयुष चिकित्सक की प्रेक्टिस का अनुमति पत्र निरस्त कर दिया गया ।

सभी को मिली चेतावनी

निरीक्षण के दौरान ओटी में बाहरी तो कोई नहीं मिला अलबत्ता उन्होंने चेतावनी जरूर दे दी। साफ कहा कि बाहरी व्यक्ति दिखने पर पुलिस बुलाकर कार्रवाई कराई जाए। दो संविदा डॉक्टर डॉ अनुराग वर्मा व डॉ प्रियंका यादव ओपीडी से नादरत मिली थी जो एक सप्ताह से बिना बताए गायब रहने पर दोनों की सेवाएं खत्म कर दी गई है। वही जिस वक्त प्राचार्य ने अस्पताल में कदम रखा, करीब बीस फीसद चैंबर में बाहरी दखल बरकरार था, जो पल भर में गुम हो गया। बाहरी दखल पर अफसर का तल्खी देखकर पूरी ओपीडी के दौरान दलाल नदारद रहे।

जिला अस्पताल का निरीक्षण करते मेडिकल कालेज के प्राचार्य (फोटो : सोशल मीडिया )

व्यवस्था सुधारने का अल्टीमेटम 

जिला अस्पताल में दलालों की दखल को लेकर केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने अस्पताल का दौरा कर व्यवस्था सुघारने का अल्टीमेटम दिया था। इसके अलावा रविवार को जिला प्रभारी मंत्री राम नरेश अग्निहोत्री के सामने यह मामला आने पर उन्होंने तत्काल सीएमएस को पीडब्लूडी के सर्किट हाउस में बुलाने की बात कही थी। उसके बावजूद दखल बरकरार है। 

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