Fatehpur News: राजवाड़ा खानदान का रानी तालाब का अस्तित्व खतरे में, देखरेख ना होने से जर्जर हो रहा रानी तालाब
Fatehpur News: अगर आप फतेहपुर में है और अगर आपको जल्दी न हो तो एक बार हसवा का ये रानी तालाब जरूर देखने आए।
Fatehpur News: अगर आप फतेहपुर में है और अगर आपको जल्दी न हो तो एक बार हसवा का ये रानी तालाब जरूर देखने आए। ये तालाब अपनी अनोखी बनावट और कारीगरी के लिए जाना जाता है। इस तालाब का निर्माण 1911 के आसपास हुआ था। इसके निर्माण में तकरीबन डेढ़ वर्ष का समय लगा था। इसकी बनावट ऐसी है जो आपको अपनी ओर आकर्षित जरूर करेगी।
अगर इसके इतिहास में जाएं तो इसका निर्माण रानी गोमती कुंवर ने 1911 में करवाया था। ऐसा माना जाता है कि हसवा पहले हसवा नगरी के नाम से जाना था इसी हसवा के राजा लाला राम की बेटी रानी गोमती कुंवर की शादी प्रयागराज के फुलपुर स्टेट के राजा साहब रामनाथ के साथ हुई थी।
हलाकि रानी गोमती और राजा रामनाथ की जोड़ी ज्यादा दिनों तक साथ नही रह सकी और महज 15 साल में ही राजा रामनाथ की मृत्यु हो गई। जिसके बाद फूलपुर स्टेट की जिम्मेदारी बाबू गया प्रसाद को सौंप दी गई। रानी गोमती कुंवर ने एक ऐसा ही तालाब फूलपुर में भी बनवाया था, और एक तालाब हसवा में भी बनवाया। इस तालाब का निर्माण उस समय इस बात को ध्यान में रखते हुए किया गया था कि इसमें नहाने वाली रानियों को कोई बाहर से देख न सके यही कारण था। इस तालाब को इतना गहरा बनाने का, ये तालाब करीब 70 फुट चौड़ा और 40 फुट गहरा है। इसके चारों तरफ बैठक बनाये गए थे ।सामने औरतों को कपड़े बदलने के लिए कमरों का निर्माण भी कराया गया था। हालांकि इस समय इस तालाब की हालत बेहत ही दयनीय है। इतिहास मय समेत ये तालाब धीरे धीरे गर्द में मिलता जा रहा है।