Mahoba: आरोपी पक्ष के समर्थन में उतरी भाजपा युवा मोर्चा, एसपी से की निष्पक्ष जांच की मांग
Mahoba: आरोपी पक्ष के समर्थन में भाजपा युवा मोर्चा उतर आई है और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पहुंचकर आरोपों को गलत बताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
Mahoba: महोबा के रिहुनिया गांव में 5 दिन पहले दो पक्षों के बीच विवाद में गोली चली थी, जिसमें एक पक्ष के 8 लोग छर्रे लगने से घायल हुए थे। जो सभी कुशवाहा जाति के हैं। इस मामले में नया मोड़ आ गया है। आरोपी पक्ष के समर्थन में भाजपा युवा मोर्चा (BJP Yuva Morcha) उतार आई है और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पहुंचकर आरोपों को गलत बताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
''मनगढ़ंत आरोप लगाकर लिखवाए जा रहे हैं झूठे मुकदमे''
आरोपी पक्ष का कहना है कि साजिश के तहत मनगढ़ंत आरोप लगाकर झूठे मुकदमे लिखवाए जा रहे हैं। पुरानी रंजिश के चलते गांव में दो पक्षों के बीच विवाद को गलत तरीके से तूल दिया जा रहा है। जिसको लेकर पुलिस अधीक्षक ने जांच का भरोसा भी दिया है।
रिहुनिया गांव में 24 अक्टूबर को दो पक्षों के बीच हुआ था विवाद
कोतवाली चरखारी के रिहुनिया गांव में 24 अक्टूबर को दो पक्षों के बीच विवाद हुआ था। जिसमें गांव के हरिओम कुशवाहा और मर्दन सिंह के बीच विवाद होने के बाद फायरिंग हुई थी। इस फायरिंग में हरिओम कुशवाहा पक्ष से 8 लोग छर्रे लगने से घायल हुए थे और पुलिस ने आरोपी मर्दन सिंह व उसके भाइयों पर मुकदमा भी दर्ज किया है। आरोपी पक्ष के समर्थन में भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला महामंत्री प्रवेंद्र सिंह रघुवंशी के नेतृत्व में इकट्ठा हुए ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार के साथ पुलिस अधिक्षक को अपना पत्र देते हुए लगे आरोपों को गलत बताया और साजिश के तहत झूठा फंसाए जाने की बात कही है। पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग भी को गई है।
''मर्दन सिंह पर लगा 307 का मुकदमा गलत''
आरोपी पक्ष के समर्थन में आए बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ता और पदाधिकारी बताते हैं कि मर्दन सिंह खुद बीजेपी के सेक्टर संयोजक है और उन पर लगा 307 का मुकदमा गलत है। पुरानी रंजिश के चलते साजिश के तहत यह मामला बनाकर झूठा मुकदमा लिखा गया है। इन सभी का कहना है कि घटना वाले दिन श्यामवरन कुशवाहा, मनमोहन और उनके परिवार के लोग गाली गलौज कर रहे थे। जिसका विरोध करने दहशत फैलाने के लिए अवैध तमंचों से मर्दन सिंह के परिवार पर फायरिंग की गई।
घर की छत पर आकर महिलाओं और बच्चों के साथ मारपीट की गई। बाद में इस मामले को नया मोड़ देकर झूठी शिकायत पुलिस में की गई है। छर्रे लगने पर बताया कि साजिश के तहत चोट बनाकर फर्जी मुकदमा लिखवाया गया है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर निष्पक्ष जांच की मांग हो रही है। फिलहाल दोनों ही पक्ष एक दूसरे पर अब आरोप लगा रहे हैं। दोनों ही पक्ष एक दूसरे पर गोली कांड करने की बात कह रह हैं।