कलयुगी पति की करतूतः बीमार पत्नी को अस्पताल में छोड़कर भागा, साथ रखने से भी किया इंकार
Mohoba News: जिला अस्पताल में भर्ती एक बेबस पत्नी एक ओर जहां टीवी जैसी गंभीर बीमारी से ग्रसित है तो वहीं दूसरी ओर पति द्वारा दिए गए सदमे से भी वह बेहद परेशान है।
Mahoba News: जिले में सात फेरे लगाकर जिंदगी भर साथ जीने और मरने की कसमें खाने वाले एक कलयुगी पति की करतूत सामने आई है। क्या कभी आप ऐसा सोच सकते हैं कि अगर पत्नी बीमार हो जाए तो पति छोड़कर भाग जाएगा। जी हां ऐसा ही एक मामला निकलकर महोबा जिला अस्पताल से सामने आया है जिसने भी यह मामला सुना और देखा वह सभी भौचक्के पड़ गए। महोबा जिला अस्पताल में भर्ती एक बेबस पत्नी एक ओर जहां टीवी जैसी गंभीर बीमारी से ग्रसित है तो वहीं दूसरी ओर पति द्वारा दिए गए सदमे से भी वह बेहद परेशान है। वह अपनी किस्मत को कोसती हुई नजर आ रही है। अब पत्नी अपने मायके के भरोसे बीमारी से लड़ रही है, जबकि पति ने उसके तीनों बच्चों को छीनकर उसे अपने साथ रखने से ही मना कर दिया है। जिसकी लिखित शिकायत कोतवाली पुलिस से पीड़िता की मां ने कर आरोपी पति के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग की है।
रिश्तों की मर्यादाओं का यह अमानवीय चेहरा सामने आने पर लोग हैरत में है। जहां 12 वर्ष तक जिस पति को परमेश्वर मानकर विवाहिता पूजा करती रही उसने उसे टीबी क्षय रोग की बीमारी होने पर बेघर कर दिया और सात जन्मों की कसमो को भी तोड़ डाला। हैरत में डालने वाला यह मामला शहर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत शाहपहाड़ी गांव का है। जहां रहने वाली उम्मी पत्नी स्वर्गीय मंगना ने बताया कि 12 वर्ष पूर्व उसने अपनी पुत्री रीना का विवाह हमीरपुर जनपद के अकौना गांव निवासी सिद्धा के साथ किया था। रीना अपने पति को परमेश्वर की तरह मानकर उसके सुख-दुख का ख्याल रखती रही और इस बीच उनके तीन बेटे है। 10 वर्ष का छत्रपाल, उससे छोटा 8 वर्ष का विजय और 4 वर्ष का हर्ष है। रीना को नहीं पता था कि जिस पति ने 12 वर्ष पूर्व अग्नि को साक्षी मानकर उसके साथ सात फेरे लिए और सात जन्मों के सुख-दुख की कसमें खाई वह 12 साल के सफर में उसे अकेला छोड़ देगा।
पीड़ित रीना की बड़ी बहन बबली बताती है कि बीते कई दिनों से रीना के साथ मारपीट हो रही थी और अक्सर उसके बीमार रहने कि जानकारी फोन पर बताया करती थी। जिसके चलते अपनी मां उम्मी और अन्य परिवारीजन उसे लेने ससुराल पहुंचे जहां उसकी हालत खराब देख सभी उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले आए तो वहीं उसका पति सिद्धा और ससुर बंटा भी अस्पताल आ गए। जहां डॉक्टरों ने बताया कि रीना की तबीयत टीबी क्षय रोग के चलते खराब है। रीना टीबी की बीमारी से ग्रस्त है। उसे अस्पताल में भर्ती कर इलाज करना होगा। आरोप है कि यह सुनकर पति सिद्धा ने अपनी पत्नी को साथ ले जाने से ही मना कर दिया और वही अस्पताल में छोड़कर जाने लगा। जिस पर पीड़िता की अपाहिज मां उम्मी ने रुककर इलाज कराने के लिए कहा तो उसने साफ मना कर दिया यहीं नही पत्नी को साथ ले जाने से ही इंकार कर डाला।
ये सुनकर मायके पक्ष के लोग हैरत में पड़ गए। यही नहीं उसने तीनों बच्चों को छीन कर रीना को बेघर कर दिया और अस्पताल के बिस्तर में छोड़कर मौके से फरार हो गया। रिश्तो की मर्यादाओं को तार-तार करता पति का फैसला सुन रीना भौचक्की रह गई। अपनी पत्नी को बीमारी की हालत में छोड़कर पति वापस चला गया है। बीमारी से ग्रस्त रीना का इलाज जिला अस्पताल के टीबी वार्ड में चल रहा है और वहीं उसके मायके पक्ष के लोग उसकी तीमारदारी में लगे हैं, जबकि जिस पति को इस वक्त उसके पास होना चाहिए उसने उसे अकेला छोड़ दिया। इस मामले को लेकर रीना की मां ने लिखित प्रार्थना पत्र शहर कोतवाली पुलिस में देते हुए आरोपी पति और ससुरालयों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।