Mainpuri By Election: डिंपल के नामांकन में शिवपाल ने बनाई दूरी!

Mainpuri By Election: डिंपल यादव के नामांकन में शिवपाल के नजर नहीं आने को लेकर प्रो. राम गोपाल यादव से पत्रकारों ने सवाल भी किए. तो प्रो. राम गोपाल खुलासा किया कि शिवपाल से पूछकर ही मैनपुरी सीट से उम्मीदवार का ऐलान किया गया था.

Report :  Rajendra Kumar
Update: 2022-11-14 13:03 GMT

Mainpuri By Election Shivpal Yadav made distance from Dimple Yadav nomination (Image: Social Media)

Mainpuri By Election: मैनपुरी लोकसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने सोमवार को मैनपुरी में नामांकन पत्र दाखिल कर दिया. इस मौके पर पूरा यादव परिवार एकजुट नजर आया. प्रोफेसर रामगोपाल से लेकर तेज प्रताप तक डिंपल यादव के नामांकन में पहुचे, लेकिन अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव मैनपुरी नहीं पहुंचे. जबकि अखिलेश यादव ने शिवपाल सिंह की सलाह लेने के बाद ही डिंपल यादव को मैनपुरी से प्रत्याशी बनाए जाने का ऐलान किया था.

डिंपल यादव के नामांकन में शिवपाल के नजर नहीं आने को लेकर प्रो. राम गोपाल यादव से पत्रकारों ने सवाल भी किए. तो प्रो. राम गोपाल खुलासा किया कि शिवपाल से पूछकर ही मैनपुरी सीट से उम्मीदवार का ऐलान किया गया था. रामगोपाल ने यह भी कहा कि शिवपाल आएं या न आएं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. हम सब साथ हैं. हमारी तैयारी पुख्ता है. डिंपल इस सीट से भारी मतों से चुनाव जीतेंगी. मैनपुरी सीट के लिए 5 दिसंबर को मतदान होना है. और 8 दिसंबर को नतीजे आएंगे.

फिलहाल अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल यादव पर दिमांग लगाने के बजाए अपनी पत्नी डिंपल यादव को मैनपुरी सीट से जिताने के लिए पूरी तैयारी के साथ जुट गए हैं. वैसे भी अखिलेश ने पहले ही शिवपाल यादव से रास्ता अलग कर रखा है. ऐसे में अगर शिवपाल की ओर से कोई ऐसा कदम उठाया जाता है,तो उसको अलग तरीके से जस्टिफाई किया जाएगा.

अखिलेश ने मैनपुरी में चुनाव प्रचार के दौरान मंहगाई, बेरोजगारी, अपराध और सरकारी कार्यालयों में योगी सरकार में फैले भ्रष्टाचार पर योगी सरकार को घेरने की तैयारी की है. यूपी में जिस तरह से एक के बाद एक सरकारी विभागों में घोटाले सामने आ रहे हैं और तेजी से बढ़ रही मंहगाई योगी सरकार की पेशानी पर बल पैदा कर रही है. तथा प्रदेश में बेरोजगारी और आए दिन हो रही हत्याएं और आपराधिक वारदात की घटनाओं से योगी सरकार बैकफुट पर है. नौकरशाहों की मनमानी की शिकायत योगी सरकार के मंत्री भी कई बार कर चुके हैं. इन मुददों को अखिलेश इस सीट पर उठाकर योगी सरकार पर हमला बोलकर डिंपल की जीत का रास्ता बनाएंगे. यह सब करते हुए अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश में खुद की ताकत का अहसास अन्य दलों को कराएंगे, ताकि उनके खिलाफ किए जा रहे राजनीतिक हमलों पर अंकुश लगे.

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