Mainpuri: प्राइवेट क्लीनिक में छात्रा की मौत से हड़कंप, बुखार से तप रही लड़की को लगा इंजक्शन,...और थम गईं सांसें
Mainpuri News : पुलिस ने शव को पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। मृतका के चाचा प्रवीन कुमार की तहरीर पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
Mainpuri News : उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जिले के घिरोर कस्बा में चल रहे एक प्राइवेट क्लीनिक में इलाज के लिए आई एक 12वीं की स्टूडेंट की मौत हो गई। मृत छात्रा के परिजनों का आरोप है कि, गलत इंजेक्शन लगने से उनकी बेटी की मौत हुई है। बताया जा रहा है, छात्रा की मौत के बाद हंगामे के डर से डॉक्टर क्लीनिक के बाहर छात्रा को लिटाकर फरार हो गए। इस संबंध में मृतका के चाचा की तहरीर पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
क्या है मामला?
मैनपुरी के गांव ओय निवासी गिरीश चंद्र की 17 वर्षीय बेटी भारती की तबियत मंगलवार को अचानक बिगड़ गई। उसी तेज बुखार आ गया। परिजन आनन-फानन में उसे कस्बा घिरोर में करहल रोड स्थिति राधा स्वामी हॉस्पिटल (Radha Swami Hospital) ले गए। यहां डॉक्टरों ने छात्रा की जांच की। भारती को क्लिनिक में भर्ती कर लिया गया। भारती के चाचा प्रवीन कुमार का आरोप है, कि उनकी भतीजी को बुखार आई थी। जिसके बाद मंगलवार को 12 बजे राधास्वामी हॉस्पिटल में भर्ती कराया। बुधवार दोपहर को महिला डॉक्टर ने गलत इंजेक्शन लगा दिया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
डॉक्टर की दिखी अमानवीयता
मौत के बाद डॉक्टर और स्टाफ की अमानवीयता देखने को मिली। उन्होंने भारती के शव को क्लिनिक के बाहर निकालकर सड़क किनारे रख दिया। डॉक्टर और स्टाफ को डर था कि, परिजन हंगामा न करें, वो क्लीनिक बंद कर फरार हो गए।
डॉक्टर ने बताया मौत की वजह
सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। मृतका के चाचा प्रवीन कुमार की तहरीर पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं, क्लीनिक संचालक डॉ. रवि कुमार (Dr. Ravi Kumar) ने मीडिया को बताया कि, 'युवती ने जहर खाया था। उसकी हालत पहले से चिंताजनक थी। उन्होंने परिजनों से कहा था कि वे जिला अस्पताल (District Hospital Mainpuri) ले जाएं। लेकिन, परिजन नहीं ले गए। गिड़गिड़ाते हुए उन्हीं से इलाज करने की बात कही।'