बुरे काम का बुरा नतीजा: करता था अवैध शराब का धंधा, अपने ही साथियों ने की हत्या

कहते हैं बुरे काम का नतीजा भी बेहद बुरा ही होता है। थोड़ा सा लालच और असंतुष्टि इंसान को गर्त में ही ले जाता है। इसका जीता जागता नमूना नज़र आया हरदोई में। जहां 10 जुलाई को एक कार जलती हुई मिली जिसके अंदर एक लाश भी बुरी तरह जल चुकी थी, मंज़र कुछ ऐसा था कि लाश महिला की है या किसी पुरुष की अंदाज़ा लगाना मुश्किल था, वारदात की जगह से महिला के कपडे और एक कड़ा बरामद हुआ लेकिन पूरा मामला बिलकुल ही ब्लाइंड था और पुलिस के लिए इसको खोल पाना किसी चुनौती से कम  नहीं था | 

Update:2017-07-20 12:40 IST

हरदोई: कहते हैं बुरे काम का नतीजा भी बेहद बुरा ही होता है। थोड़ा सा लालच और असंतुष्टि इंसान को गर्त में ही ले जाती है। इसका जीता जागता नमूना नज़र आया हरदोई में। जहां 10 जुलाई को एक कार जलती हुई मिली जिसके अंदर एक लाश भी बुरी तरह जल चुकी थी, मंज़र कुछ ऐसा था कि लाश महिला की है या किसी पुरुष की अंदाज़ा लगाना मुश्किल था। वारदात की जगह से महिला के कपडे और एक कड़ा बरामद हुआ लेकिन पूरा मामला बिलकुल ही ब्लाइंड था और पुलिस के लिए इसको खोल पाना किसी चुनौती से कम नहीं था।

क्या है मामला?

- इलाका थाना सुरसा में एक पुल पर वैगनआर कार जलती हुई मिली।

- उसके अंदर एक लाश भी बुरी तरह जल चुकी थी। जली हुई कार के बाहर एक महिला की साडी और लाश के पास एक पीतल कड़ा बरामद हुआ।

- गाड़ी पर पड़ा नंबर बता रहा था कि वो उन्नाव की है लेकिन जब तफ्तीश हुई तो पता चलानंबर भी फर्जी था।

इस उलझे मामले को सुलझाने पुलिस जब उन्नाव पहुंची तो आखिरकार उस लाश की गुत्थी सुलझ गई जो कार में थी|

- कार में लाश के पास से मिले कड़े के आधार पर उस शख्स की पहचान अशोक कुमार निवासी सहदानी थाना बांगरमऊ जनपद उनाव के रूप में हुई जो की सरकारी कर्मचारी था।

- वो सींचपाल के पद पर कार्यरत था।

- मृतक की शिनाख्त होने के बाद उसकी पत्नी ने उसके अपने ही दोस्त विवेक तिवारी और नवीन कटियार पर नामजद एफआईआर करते हुए हत्या का आरोप लगाया, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और जब आरोपियों की गिरफ्तारी की गई तो परते दर परत खुलती गयी और जो निकल कर आया वो बेहद चौकाने वाला था |

दरअसल अशोक सरकारी कर्मचारी होने के बावजूद संतुष्ट न था। शौक ज़्यादा थे और आमदनी कम। लिहाज़ा उसने गलत धंधो को अख्त्यार कर रखा था। दरअसल आरोपी गैर प्रान्त की अवैध शराब का धंधा करते थे जिसमे मृतक अशोक भी शामिल था और इससे इसने मोटी रकम पैदा की और आरोपियों के साथ ही प्लाटिंग का काम करने लगा।

एक वक़्त ऐसा आया जब अशोक सब को छोड़ अकेला ही धंधा सँभालने लग गया तो आरोपियों के आँखों में खटकने लगा। एक ज़मीन के सौदे में जिसको आरोपी लेना चाहते थे अशोक ने चालाकी से खरीद लिया और उसकी इसी हरकत से नाराज़ आरोपियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर अशोक की हत्या कर दी।

पुलिस ने इस मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि 02 आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं |

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