UP Politics: नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए एक और नाम चर्चा में, जानिए कौन हैं सपा नेता मनोज कुमार पारस

UP Politics: सूत्रों का कहना है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव दलित नेता मनोज कुमार पारस को ही नेता विपक्ष बनाने के पक्ष में हैं।

Newstrack :  Network
Update: 2024-07-27 06:53 GMT

सपा मुखिया अखिलेश यादव के साथ मनोज कुमार पारस (Pic: Social Media)

UP Politics: समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव कन्नौज से लोकसभा चुनाव जीतकर दिल्ली पहुंच चुके हैं। इस बीच अब सवाल ये है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में अखिलेश यादव नेता प्रतिपक्ष किसे बनाएंगे? समाजवादी पार्टी में इस बात पर मंथन हो रहा है कि नेता विपक्ष की कुर्सी पर किसी दलित समाज के चेहरे को बैठाया जाए, जिससे समाजवादी पार्टी की पीडीए मुहिम को और ज्यादा मजबूती मिले। सूत्रों के मुताबिक अगर चेहरा दलित समाज का होगा तो नगीना विधानसभा से विधायक मनोज कुमार पारस का नाम रेस में सबसे आगे चल रहा है।

अखिलेश यादव विधायक दल की बैठक में फाइनल करेंगे नाम

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले रविवार (28 जुलाई) को सपा विधायक दल की बैठक बुलाई है। बैठक में सभी विधायकों से बातचीत के बाद इस पर आखिरी फैसला लिया जाएगा। विधायकों से चर्चा के बाद ही नेता प्रतिपक्ष के नाम पर आखिरी मुहर लगाई जाएगी। सूत्रों का कहना है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव दलित नेता मनोज कुमार पारस को ही नेता विपक्ष बनाने के पक्ष में हैं। 

कौन हैं मनोज कुमार पारस?

सपा विधायक मनोज कुमार पारस का जन्म बिजनौर जिले के गांव बिंजाहेड़ी में एक किसान परिवार में हुआ था। उनकी प्राथमिक शिक्षा रुद्रपुर में हुई थी और उसके बाद उन्होंने गढ़वाल यूनिवर्सिटी से स्नातक किया। मनोज पारस ने अपने चाचा सतीश कुमार से प्रभावित होकर 1993 में राजनीति में आए थे और वह जनता दल में शामिल हुए थे, लेकिन साल 2000 में वे बसपा में आ गए और पार्टी के टिकट पर नगीना से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हे हार का सामना करना पड़ा था। साल 2012 में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए पारस को अखिलेश यादव ने मंत्रिमंडल में शामिल करते हुए स्टाम्प राज्यमंत्री बना दिया। उन्होने दूसरी बार 2022 के विधानसभा चुनाव दूसरी नगीना विधानसभा से जीत दर्ज की है।  

2022 में दूसरी बार विधायक बने थे मनोज कुमार पारस

मनोज कुमार पारस ने साल 2022 के विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी और सीएम योगी की लहर में आठ हजार मतों से जीत दर्ज की थी। नगीना सीट सुरक्षित क्षेत्र और दलित बाहुल्‍य सीट है। उन्‍होंने भाजपा उम्‍मीदवार ओमवती देवी को 8000 वोटों से हराया था। ओमवती बसपा से भाजपा में आई थी। सपा के मनोज पारस को 70145 वोट मिले थे, जबकि भाजपा उम्‍मीदवार ओमवती देवी को 69178 वोट मिले थे। बसपा के वीरेंद्र पाल तीसरे स्थान पर रहे थे। विधानसभा चुनाव 2022 के लिए नगीना विधानसभा सीट पर दूसरे चरण 23 फरवरी को मतदान हुआ था। करीब 65.43 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। 


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