सपा नेता के घर चल रही अवैध पटाखा फैक्ट्री में धमाका, 5 की मौत, 3 घायल
चेतगंज थाना इलाके के पितरकुंडा इलाके में सपा के एक नेता के घर में चल रही अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके में एक ही परिवार के पांच लोगों मौत हो गई है। जबकि तीन तीन लोग गंभीर रूप से घायल हैं। घटना के बाद मौके पर भीड़ जुट गई और तनाव फैल गया। इसके बाद एसएसपी कई थानों की फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। पूरी रात एनडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चला कर मलबे में दबे पांच लोगों के शव को बाहर निकाला। टीम ने घर के अंदर से भारी मात्रा में जिंदा बम और बम बनाने में प्रयोग किए जाने वाले बीस किलो से ज्यादा बारूद भी निकाला गया है। इस धमाके ने पुलिस के झूठे दावे की पोल को खोल कर रख दी है।
वाराणसीः चेतगंज थाना इलाके के पितरकुंडा इलाके में सपा के एक नेता के घर में चल रही अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके में एक ही परिवार के पांच लोगों मौत हो गई है। जबकि तीन तीन लोग गंभीर रूप से घायल हैं। घटना के बाद मौके पर भीड़ जुट गई और तनाव फैल गया। इसके बाद एसएसपी कई थानों की फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। पूरी रात एनडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चला कर मलबे में दबे पांच लोगों के शव को बाहर निकाला। टीम ने घर के अंदर से भारी मात्रा में जिंदा बम और बम बनाने में प्रयोग किए जाने वाले बीस किलो से ज्यादा बारूद भी निकाला गया है। इस धमाके ने पुलिस के झूठे दावे की पोल को खोल कर रख दी है।
क्या है मामला?
एसपी सिटी राजेश यादव ने बताया कि सपा नेता शकील अहमद के घर पटाखा बनाने की अवैध फैक्ट्री चल रही थी। मंगलवार शाम को यहां धमाके के बाद आग भी लग गई। फायर ब्रिगेड ने पहुंचकर आग पर काबू पाया। एसपी ने बताया कि फॉरेंसिक टीम से जांच कराई जा रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
घटना के बाद फैला तनाव
हादसे के तुरंत बाद यहां भीड़ जुट गई। एक राजनीतिक दल के प्रतिनिधि भी पहुंच गए। सूत्रों के मुताबिक, देर रात एसएसपी के पहुंचने पर उनका भीड़ ने घेराव किया। लोग आबादी के बीच पटाखा फैक्ट्री चलाए जाने पर हैरत जता रहे थे। उनका आरोप था कि सपा नेता के घर में अवैध पटाखा फैक्ट्री चलती रही और पुलिस-प्रशासन ने सत्ता से जुड़ा नेता होने की वजह से कार्रवाई नहीं की। यहां बड़ी तादाद में पुलिस तैनात की गई है।
पुलिस की कार्यप्रणाली से क्षेत्रवासी बेहद नाराज
एनडीआरएफ की टीम ने मलबे में दबी 12 साल की नीमो के शव को बाहर निकाला। पुलिस की लापरवाही का आलम ये था कि रेस्क्यू ऑपरेशन के स्थान पर कोई भी एम्बुलेंस तक नहीं खड़ी थी। बॉडी मिलने के बाद एम्बुलेंस के लिए फोन किया गया। आधे घंटे के बाद आई एम्बुलेंस से बच्ची के शव को पोस्ट माॅर्टम के लिए भेजा गया। इस घटना से इलाके के लोग दहशत में है और पुलिस की कार्यप्रणाली से बेहद नाराज हैं।
लंबे समय से चल रही थी अवैध पटाखा फैक्ट्री
एनडीआरएफ के कमांडेट संग्राम सिंह राणा ने बताया कि उनको रात करीब 12 बजे सूचना दी गई। जिसके बाद से ही उनकी टीम ने मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरु किया। उनके मुताबिक, यहां लंबे समय से अवैध रुप से पटाखे बनाने की फैक्ट्री चल रही थी। यहां से भारी मात्रा में जिंदा बम व बारूद बरामद किया गया है। इस घटना के बाद जिले के डीएम, एसएसपी और कमिश्नर सभी ने मौके पर पहुंच कर घटना की जानकारी ली।
आसपास के दो मकान भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त
क्षेत्र के वसीर खान ने बताया कि रात में तीन धमाके इतने जोरदार हुए जिसकी गूंज एक किलोमीटर के क्षेत्र में सुनाई पड़ी। आसपास के दो मकान भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। जिस मकान में अवैध फैक्ट्री चल रही थी उसकी दो मंजिल की छत जमींदोज हो गई। घर में उस समय करीब नौ लोग मौजूद थे। जिसमें से पांच की मौत हो चुकी है और चार गंभीर रुप से घायल हैं। घायलों को बीएचयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। धमाके के बाद से ही इलाके में दहशत व गम का माहौल है।
एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत
क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि इस धमाके में एक ही परिवार के पांच लोगों की जान गई है। सईद के परिवार में उसकी पत्नी आमना उसकी तीन बेटियां शबनम, जेबा, और नीमों के साथ ही शबनम का होने वाला पति सरफराज मिलने आया था। इन सभी की मौत हो चुकी है।
बता दें, की पिछले साल भी लंका थाना क्षेत्र में दीपावली पर लगी पटाखों की दुकान में धमाका हुआ था। जिसके बाद वहां लगी भीषण आग में एक दर्जन से ज्यादा दुकानें जल कर राख हो गई थीं। इस घटना के बाद से ही पुलिस के आलाधिकारी सकते में है।
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