UP में सामूहिक आत्महत्या: युवक ने मां-बुआ सहित खाया जहर, ये है वजह

औरैया की कोतवाली बिधूना क्षेत्र के ग्राम रूरुकला में एक युवक ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर अपनी मां व बुआ को जहर देकर स्वयं जहर खा लिया।

Update: 2020-06-05 18:16 GMT

औरैया। गरीबी इंसान से कुछ भी करा सकती है यही नहीं यदि व्यक्ति पूरी तरह से टूट जाए तो वह मौत को गले लगाने से भी पीछे नहीं हटता है। ऐसा ही एक मामला जनपद औरैया की कोतवाली बिधूना क्षेत्र के ग्राम रूरुकला में देखने को मिला। जिसमें एक युवक द्वारा आर्थिक तंगी से परेशान होकर अपनी मां व बुआ को जहर देकर स्वयं जहर खा लिया। जिससे मां बेटे की तो मौके पर ही मौत हो गई जबकि उसकी बुआ अभी भी जिंदगी और मौत से जूझ रही है।

आर्थिक तंगी से जूझ रहे परिवार के तीन सदस्यों ने खाया जहर

बिधूना कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत रुरुकलां गांव में आर्थिक तंगी से क्षुब्ध होकर एक ही परिवार के 3 लोगों ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। ग्राम रुरुकला निवासी अवध किशोर पांडेय उर्फ लला पांडेय पुत्र स्व रमेश चंद्र उम्र 35 वर्ष ने अपनी मां किशोरी देवी उम्र 70 वर्ष व बुआ रामजती को जहर खिला दिया। जिससे युवक अवध किशोर व उसकी माँ की मौके पर मौत हो गयी जबकि उसकी बुआ गम्भीर अवस्था मे पड़ी हुई मिली।

ये भी पढ़ेंः आत्महत्या के मामलों पर उठी ये मांग, प्रमोद तिवारी बोले -सरकार के दांवे झूठे

शुक्रवार की देर शाम लगभग 6 बजे घर के पड़ोसी द्वारा छत से देखा गया तो आंगन में अवध किशोर पड़े मिले। इसकी सूचना आग की तरह गाव में फैल गयी। मौके पर पहुचे ग्रामीणों ने सूचना 112 पर दी। मौके पर पहुचे पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में ले लिया।

मौके पर सीओ समेत पुलिस फोर्स

घटना की जानकारी पाते ही मौके पर सीओ बिधूना मुकेश प्रताप सिंह, कोतवाली प्रभारी बिधूना विनोद कुमार शुक्ला टीम के साथ पहुंच गए थे। जानकारी मिली है कि घटनास्थल पर पुलिस अधीक्षक भी पहुंच सकती हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि अवध किशोर बहुत ही गरीब व्यक्ति था और गांव में मेहनत मजदूरी करते हुए अपने परिवार का भरण पोषण करता था। मगर इस दौरान लाक डाउन चल रहा था तो उसे कहीं भी काम नहीं मिल रहा था।

ग्रामीणों ने यह भी जानकारी दी कि उसकी बुआ रामजती अपने पति के मरने के बाद से करीब 35 वर्षों से उसी के यहां रह रही थी। इसमें एक जानकारी और मिली है कि मृतक का अब तक राशन कार्ड भी नहीं बना हुआ था यह जांच का विषय है कि आखिर किन कारणों से एक गरीब परिवार का राशन कार्ड क्यों नहीं बनाया गया था। फिलहाल पुलिस शबों का पंचायत नामा भरकर पीएम के लिए भेजने की तैयारी में जुटी हुई है।

रिपोर्टर -प्रवेश चतुर्वेदी, औरैया

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News