मथुरा पुलिस की अजब गजब कहानी से मानवता हुई शर्मसार, अब कैसे होगा न्याय
दरअसल सारा मामला थाना हाईवे क्षेत्र की अजय नगर कॉलोनी का है । जब 9 तारीख की शाम को घर से सब्जी लेने निकले 25 वर्षीय कन्हैया के परिजनों पर मोबाइल नम्बर से फोन आता है कि अगर हिम्मत है तो अपने भाई को छुड़ा ले ।
मथुरा: सरकार की तमाम सख्ती के बावजूद भी उत्तर प्रदेश पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आ जाता है जो पुलिस की छबि को तो धूमिल करता ही है। साथ ही पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाता है । ऐसे ही सवालों के घेरे में मथुरा की थाना हाईवे पुलिस आ खड़ी हुई है । पुलिस के इस लापरवाह रवय्ये से लोगों में आक्रोश है और वह पुलिस पर शिथिलता बरतने पर कार्यवाही की मांग कर रहे है ।
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दरअसल सारा मामला थाना हाईवे क्षेत्र की अजय नगर कॉलोनी का है । जब 9 तारीख की शाम को घर से सब्जी लेने निकले 25 वर्षीय कन्हैया के परिजनों पर मोबाइल नम्बर 7599651314 से फोन आता है कि अगर हिम्मत है तो अपने भाई को छुड़ा ले । जिस पर लापता युवक के परिजन व स्थानीय लोग कन्हैया की खोज में गोवर्धन चौराहे पर निकलते है । लेकिन परिजनों को न तो कन्हैया मिलता है और न धमकी देने वाले युवक । भाई की कोई खोज खबर न मिलने पर परिजन पुलिस थाने पहुँचते है और पुलिस को युवक के लापता होने व घटना की जानकारी देते है ।
साथ ही उनको दर दर की ठोकर नही खानी पड़ती
परिजनों का आरोप है कि जिस युवक की तलाश की जिम्मेदारी थाना हाईवे पुलिस की थी उसने जिम्मेदारी से काम किया होता तो आज उसके भाई का शव पिछले तीन दिनों से मोर्चरी पर लावारिस हालात में नही पड़ा हुआ होता । साथ ही उनको दर दर की ठोकर नही खानी पड़ती ।
पुलिस तीन दिन पहले अज्ञात में पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था
परिजनों व स्थानीय लोगो का यह भी आरोप है कि मामले में इलाका पुलिस ने लापरवाही की सारी हदें उस समय लांघ दी जिस समय लापता युवक को परिजन तलाश रहे थे और थाने में तैनात पुलिसकर्मी परिजनों से लापता युवक की पम्प्लेट छपवा युवक की छोटी व बड़ी फ़ोटो तीन दिनों से लेने में लगे हुए थे । और वही इलाका पुलिस तीन दिन पहले अज्ञात में पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था ।
युवक ने ट्रेन से कट कर 9 तारीख को आत्महत्या कर ली है
परिजनों का आरोप है कि आज परिजनों पर थाने में तैनात दारोगा ने ही उन्हें इस बात की जानकारी दी कि पोस्टमार्टम पर आपका भाई का शव है जाकर शिनाख्त कर ले । दारोगा के आये फोन पर जाकर परिजनों ने पोस्टमार्टम हाउस पर जाकर शव को देखा तो परिजनों के होश उड़ गए । मृतक कन्हैया के परिजनों ने हत्या की आशंका जाहिर की है वही पुलिस का कहना है कि युवक ने ट्रेन से कट कर 9 तारीख को आत्महत्या कर ली है । जिसकी सूचना ट्रेन चालक ने भी स्टेशन पर दर्ज कराई है।
युवक कन्हैया की हत्या हुई है या फिर उसने आत्महत्या की है
युवक कन्हैया की हत्या हुई है या फिर उसने आत्महत्या की है। इस सवाल का जबाब तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ हो जाएगा लेकिन सवाल खड़ा होता है कि आखिर जिस थाने से मृतक कन्हैया का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया हो उसी थाने में तीन दिन तक पुलिस कन्हैया की फ़ोटो पम्प्लेट व फ़ोटो उसके परिजनों से मांगती रही और कार्यवाही का भरोसा देते रही उसी पुलिस ने तीन दिन बाद किस आधार पर मृतक की शिनाख्त कर परिजनों को सूचना दी।
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राकेश मृतक का भाई
ऐसे में बड़ा सवाल खड़ा होता है कि क्या पुलिस के अधिकारी उन लापरवाह पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही करेंगे जिन्होंने सारे मामले में लापरवाही बरतते हुए मानवता व संवेदनाओं को शर्मसार करते हुए घोर लापरवाही बरती है ।
रिपोर्ट- नितिन कुमार
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