Mathura News: धूमधाम से मनाया जाएगा दशहरा, रावणवध के समय नाभि से होगी अमृत वर्षा
Mathura News: रावण दहन कार्यक्रम को देखने के लिए आने वाले दर्शकों के लिए इस बार 70 फीट का रावण आकर्षण का केंद्र रहेगा।
Mathura News: शारदीय नवरात्रि के समापन के साथ ही देश भर में कल दसवीं के दिन विजयदशमी का पर्व बड़े ही धूमधाम और आस्था के साथ मनाया जाएगा। दशहरा के रूप में मनाए जाने वाले पर्व पर भगवान राम के धनुष से निकले तीर से रावण के पुतले का दहन होगा। धर्म नगरी मथुरा में भी विजयदशमी के पर्व को धूमधाम के साथ मनाए जाने की तैयारी चल रही हैं। शहर के रामलीला ग्राउंड में धर्म प्रेमी जनता के बैठने की व्यवस्था के साथ ही लीला मंच को भी सजाया जा रहा है। रावण दहन कार्यक्रम को देखने के लिए आने वाले दर्शकों के लिए इस बार 70 फीट का रावण आकर्षण का केंद्र रहेगा।
70 फीट ऊंचे रावन का दहन
रामलीला सभा के सदस्य संजय अग्रवाल ने बताया कि इस साल रावण को पुतले को 70 फीट ऊंचा बनाया गया है। जिस समय राम जी अग्निबाण रावण में मारेंगे उसकी नाभि में से अमृत की वर्षा होगी। उसके बाद में जब रावण अट्टहास करेगा तो उसके जो दांत है उनमें से अंगारे बरसेंगे। इस बार रावण के सर पर चक्र भी लगाया गया हे वह चक्र भी घूमेगा । मथुरा के कलाकारों की आतिशबाजी के साथ साथ इस बार शिवाकाशी, दिल्ली भरतपुर और मेरठ से आतिशबाजी मंगवाई गई है जो राम भक्तो के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगी।
भव्य होगा कार्यक्रम
उधर, रामलीला सभा के कोषाध्यक्ष शैलेश अग्रवाल ने बताया कि पिछले 183 सालो से श्रीरामलीला सभा रजिस्टर्ड के बैनर तले संपन्न होने वाली 21 दिवसीय रामलीला में मंगलवार को रावण दहन लीला का आयोजन होगा। दशहरा से पहले आज कुंभकरण मेघनाथ व सुलोचना सती की लीला संपन्न होगी। रामलीला के कलाकार मथुरा के ही मंच पर नहीं देश-विदेश में भी जाकर मथुरा का नाम रोशन करते हैं।
मंगलवार को रावण दहन का विशाल कार्यक्रम रामलीला मैदान पर आयोजित होगा। इसकी तैयारी पिछले एक महीने से रामलीला मैदान पर चल रही है और जिसमें हमने रावण का पुतला इस बार विशेष रूप से 70 फुट से ऊपर का हमने बनवाया है, जिसमें 35 फुट का इसका धड़ है और 35 फुट का इसका सिर है। रावण के सिर पर एक छतरी भी बनवाई गई है। जिससे निकली आतिशबाज़ी रावण दहन लीला देखने आने वाले लोगो के लिए आकर्षण का केंद्र रहेगी।
उधर, पिछले कई पीढ़ियों से रावण के पुतले को बनाते चले आ रहे मुस्लिम कारीगर छोटे फारूकी ने बताया कि इस बार 70 फीट का रावण का पुतला बनाया है। पुतला बनाने में करीब एक महीना लगता है और परिवार के चार पांच लोग इस पुतले को बनाते है। जब यह पुतला बनाते हे तो ठाकुर जी की प्रार्थना करते हे और इसको बनाने में बहुत अच्छा लगता है। जब रावण जलता है तो अच्छा भी लगता है क्योंकि इस भगवान राम के हाथो मुक्ति मिलती है लेकिन कष्ट भी होता है क्योंकि बड़ी मेहनत से यह पुतला बनाता है अपने सामने ही इसको राख बनते हुए देखते है।