Mathura News: अब खैर नहीं झूठी FIR दर्ज कराने वालों की, महिलाओं के लिए अभियान जागृति की हुई शुरुआत

Mathura News: मथुरा से हुआ ऑपरेशन जागृति का शुभारंभ। एडीजी आगरा जोन के दीप प्रज्वलन के साथ तय हुआ कि तीन माह की समीक्षा के बाद पूरे प्रदेश में अभियान होगा लागू। शहरी क्षेत्र के साथ साथ ग्रामीण इलाको में वृहद रूप में चलाया जाएगा अभियान ।

Report :  Nitin Gautam
Update: 2023-11-01 12:49 GMT

Mathura Operation Jagriti

Mathura News: उत्तरप्रदेश में मिशन शक्ति के बाद अब ऑपरेशन जागृति चलाया जाएगा।इस ऑपरेशन जागृति का मुख्य उद्देश्य महिलाओं व बालिकाओं को सुरक्षा व उनके अधिकारों के प्रति जागरुक करना है। एडीजी जोन आगरा अनुपम कुलश्रेष्ठ ने इस अभियान का शुभारंभ किया। अभी यह अभियान आगरा मंडल में शुरू हुआ है और तीन माह की समीक्षा के बाद पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा । इसका मुख्य उद्देश आपसी विवाद में महिलाओं को आगे रख कर झूठी एफआईआर दर्ज कराने के मामलों में कमी लाने के लिए महिलाओं को जाग्रत करना था।

ऑपरेशन जाग्रति का मुख्य उद्देश्य महिलाओं, बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना तो है ही है ,साथ ही खास तौर पर महिलाओं के साथ होने वाले, उत्पीड़न ,शोषण का असर सामाजिक स्तर पड़ने के साथ ही महिलाओं, बालिकाओं के मानसिक स्तर पर पड़ने वाले असर के प्रति जागरूकता फैलाना है।

ऑपरेशन जागृति के बैनर तले पुलिस, ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी समाज तक यह जागरूकता फैलाने का प्रयास करेगी कि अपने व्यक्तिगत विवाद में महिलाओं, बालिकाओं द्वारा दर्ज कराने वाले फर्जी मुदकमो का असर समाज के साथ महिलाओं, बालिकाओं पर पड़ता है।जिससे उन्हें बचना चाहिए।साथ ही बालिकाओं को साईबर क्राइम के प्रति जागरुक किया जाएगा,जिससे महिलाएं,बालिकाओं को इस अपराध से बचाया जा सके।

इस संबन्ध में एडीजी जोन आगरा अनुपमा कुलश्रेष्ठ ने बताया कि जनसुनवाई में महिला एवं बालिकाओं सम्बंधी अपराध की घटनाएं जोन स्तर पर विभिन्न माध्यम से प्राप्त हो रही थीं। वहीं अक्सर पारिवारिक विवाद / पारस्परिक भूमि विवाद का यथोचित समाधान नहीं दिखने पर अपराधिक घटनाओं में महिला सम्बन्धी अपराधों को जोड़ने की प्रवृत्ति भी सामाजिक रूप से देखने को मिल रही है। जिसको बाद में महिला एवं बालिकाओं संबन्धी अपराधों की श्रेणी में परिवर्तित कर दिया जाता है जबकि मूलतः यह पारिवारिक और भूमिविवाद संबन्धी होती है।

एक अन्य प्रकार का ट्रेंड, जो सामने आ रहा है, उसमें नाबालिग उम्र में बालिकायें लव अफेयर, Elopement, Live in relation Ship जैसे सेनेरियो में फँस जाती हैं और किन्ही कारणों से उनको समझौता करना पड़ता है। कई बार बालिकायें अपनी सहमति से भी बिना सोचे समझें चली जाती हैं। साथ ही साथ बदनामी के भय से ऐसा संत्रास झेलना पड़ता है, जिसके कारण वह ऐसी स्थिति से निकलने में अपने आपको अक्षम महसूस करती हैं। परिवार में आपसी संवादहीनता और अभिभावकों से डर के कारण बालिकाए अपनी बात कह नहीं पाती है। इसके अतिरिक्त आज Technology के दुरुपयोग के चलते महिलाओ एवं बालिकाओं के प्रति साइबर बुलिंग के मामले भी सामने आ रहे है।

इन सभी परिस्थितियों में सामाजिक जागरूकता, संवाद शिक्षा और परामर्श (counselling/support) की बेहद आवश्यकता है ताकि महिलायें एवं बालिकायें इस प्रकार के षडयंत्रों का शिकार न बने, भावनाओं में बहकर अपना जीवन बर्वाद न करें और उन्हें मोहरा बनाकर जमीनी विवादों का समझौता ( settlement) न किया जाये। यदि वास्तव में उनके साथ किसी प्रकार का अपराध घटित होता है तो वह सच बोलने की हिम्मत रख पायें और विधिक कार्यवाही के साथ-साथ उनको counselling/support और rehabilitation का मौका मिल सके।

इन परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए आगरा जोन स्तर पर सभी जनपदों-मथुरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, अलीगढ़, एटा, हाथरस व कासगंज में ऑपरेशन जागृति "Intensive community Outreach For Empowering Women and Girls for Safety and Awareness" कार्यक्रम की कल्पना की गयी है। इस अभियान में आगरा एवं अलीगढ़ मण्डल के सभी जनपदों के शहर से गाँव स्तर तक निम्नांकित stakeholders के आपसी समन्वय से ऑपरेशन जागृति कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है, जिसमें शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पंचायतीराज, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, महिला एवं बाल विकास, बाल विकास एवं पुष्टाहार, युवा एवं खेल विभाग, सकिय NGOs. मनोवैज्ञानिक / काउंसलर्स / UNICEF (चीफ कोर्डिनेटर), पुलिस विभाग उक्त कार्यक्रम हेतु UNICEF द्वारा आगरा जोन के दिशा निर्देशन में पूरी कार्ययोजना तैयार की गयी है। सम्बन्धित विभागों की भूमिका को भी विस्तृत तौर पर परिभाषित किया गया है।

प्रथम चरण में 03 माह तक आपरेशन जागृति को संचालित किया जायेगा । जिसके तहत महिलाओं, बालक / बालिकायें एवं उनके अभिभावकों को मनोवैज्ञानिको, काउंसलर्स द्वारा संवाद स्थापित किया जायेगा। 03 माह बाद Impact assessment का भी अध्ययन किया जायेगा। जनपद स्तर पर इसके नोडल अधिकारी अपर पुलिस अधीक्षक एवं जिला विकास अधिकारी होगें। ब्लॉक स्तर पर नोडल अधिकारी क्षेत्राधिकारी एवं BDO होगें। ग्राम पंचायत / थाना स्तर पर नोडल अधिकारी सम्बन्धित थाना प्रभारी एवं ADO पंचायत होगें जिनके द्वारा पचायतों के लेवल पर महिला बीट अधिकारी, सैल्फ हैल्प ग्रुप UNICEF एंव अन्य विभागो से समन्वय से धरातल पर उतारा जायेगा।

ऑपरेशन जागृति के सफल संचालन के उपरान्त आगरा जोन के जनपदों में महिलाओं / बालिकाओं के प्रति अपराधों में कमी आयेगी False Reporting मे कमी आयेगी, कांउसलिंग और रिपोर्टिंग सिस्टम मजबूत होगा, Elopement के मामलों में भी कमी आयेगी।

ऑपरेशन जागृति का शुभारंभ मथुरा से एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ और आईजी आगरा दीपक कुमार ने दीप प्रज्वलन के साथ किया।इस मौके पर आगरा और अलीगढ़ मंडल के आईजी ,डीआईजी, एसएसपी,डीएम सीडीओ के साथ पुलिस अधिकारी, कर्मचारी और कॉलेज स्टूडेंट्स, एनजीओ के साथ ग्रामीण क्षेत्रों से महिलाएं भी शामिल रहीं।

उधर अभियान में शामिल होने आई स्कूली छात्राओं और महिलाओं ने भी इस अभियान को काफी सार्थक बताया और कहां की आज इस अभियान के माध्यम से उनको बहुत जानकारी मिली है इस जानकारी को वह अपने परिवार वालों के साथ-साथ अपने मित्रों के अलावा अन्य 

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