Mathura News: लड़कियों के लिए मथुरा में खुलेगा प्रदेश का पहला सैन्य स्कूल, साध्वी ऋतंभरा ने कही ये बात
Mathura News:बालिकाओं के लिए सैन्य स्कूल की मान्यता मिलने पर साध्वी ऋतम्भरा ने कहा कि समविद गुरुकुल अब उत्तर प्रदेश का पहला और देश का छटा सैन्य स्कूल होगा जहां सिर्फ लड़कियों को सैन्य शिक्षा के लिए प्रवेश दिया जाएगा।
Mathura News: बालिकाओं के लिए प्रदेश का पहला भारतीय सेना स्कूल वृंदावन में खुलने जा रहा है। वृंदावन में साध्वी ऋतम्भरा के वात्सल्य ग्राम स्थित समविद गुरुकुलम में खुलने जा रहा। गुरुकुलम में खुलने वाले इस विद्यालय के साथ ही अब देश में बालिकाओं के लिए 6 सैन्य स्कूल हो जायेंगे, जिनके माध्यम से बेटियां देश सेवा का मौका हासिल करेंगी।
इस मौके पर साध्वी ने महिला बिल पर निशाना साधा और कहा कि महिला हो या पुरुष जो लोग अपनी योग्यता के दम पर अपनी जगह बनाता है। वहीं शोभा देता है और यदि हममें योग्यता नहीं होगी ना तो हम समझौते करते हे उन्होंने कहा कि पता नही किस नेता के तलुए चाटने पड़े। पता नहीं किसकी चाकरी करनी पड़े। पता नही किसके सामने स्वाभिमान बेचना पड़ेगा। यह भारत की नारी का रास्ता तो नही हो सकता। अपनी योग्यता, अपनी प्रतिभा, अपना परिश्रम, अपना तप, अपनी साधना के बल पर कही पहुंचना बड़ी बात होती है। यह तैयारी शुरू से ही करनी होती है। मन में विश्वास करना होता है कि हम किसी के दया पर नही अपनी योग्यता पर स्थान बनाएंगे।
उधर, बालिकाओं के लिए सैन्य स्कूल की मान्यता मिलने पर साध्वी ऋतम्भरा ने कहा कि समविद गुरुकुल अब उत्तर प्रदेश का पहला और देश का छटा सैन्य स्कूल होगा जहां सिर्फ लड़कियों को सैन्य शिक्षा के लिए प्रवेश दिया जाएगा।
गुरुकुलम में पढ़ाई के साथ सैन्य प्रशिक्षण भी
वात्सल्य ग्राम स्थित समविद गुरुकुलम में पढ़ाई के साथ सैन्य प्रशिक्षण भी मिलेगा। जिसके बाद लड़कियों का सेना में जाने का रास्ता सुगम होगा। गुरुकुलम द्वारा वर्ष 2020 में स्कूल को सैनिक स्कूल में परिवर्तित करने के उद्देश्य से आवेदन किया गया था। रक्षा मंत्रालय के सैनिक स्कूल सोसायटी से सभी मानकों यथा अनुशासन, शिक्षण पद्धति, कार्य प्रणाली आदि विषयों पर खरा उतरने के बाद मान्यता मिली हे ।
इस संबंध में साध्वी ऋतम्भरा ने जानकारी देते हुए बताया की जब हम अमेरिका में थी तब हमे इस बात की जानकारी मिली थी कि समविद को लड़कियों के लिए सैन्य स्कूल की मान्यता मिल गई हे । और अब देश सेवा में बेटियों की भागेदारी भी बढ़ेगी ।
गुरुकुलम में पूर्व से ही एनडीए के लिए छात्राओं को तैयार किया जाता है। इसके अलावा मेडिकल और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भी क्लासरूम इंटीग्रेटेड कार्यक्रम के तहत कोचिंग दी जाती है। साध्वी ऋतम्भरा ने मान्यता मिलने पर खुशी जाहिर की और कहा कि बेटियां अब न सिर्फ शैक्षणिक रूप से उत्कृष्ट होंगी बल्कि राष्ट्रभक्ति और विशिष्टता के साथ देश की सेवा कर सकेंगी। इस क्षेत्र के साथ साथ पूरे भारत के लिए यह गौरव का विषय है। सैनिक स्कूल के माध्यम से निश्चित ही इसमें बच्चियों अनुशासन सीखेंगे और राष्ट्रभक्ति के भाव उनके चित्त में आएंगे शारीरिक दृष्टि से वह सबल होगी किसी भी तरह के गुंडे मवालियों से भयभीत हुए बिना अपने जीवन की यात्रा को आगे बढ़ाएंगी और अवसर प्राप्त हुआ तो देश के लिए देश की फौज में जाकर वह अपनी सेवाएं देंगी तो बहुत ही गौरव लग रहा है। मैं हमेशा सोचती रही कि भारत की बेटियां देशभक्ति से ओत प्रोत हो और वह भारत की जड़ों से जुड़े जिस तरह अपने राष्ट्र के प्रति सबको प्रेम होता है। ऐसे भारतीयों को भी अपने राष्ट्र के प्रति प्रेम है लेकिन प्रेम होने के बाद भी हम कुछ करना चाहे तो उसके योग्यता चाहिए होती है तो उसे अनुशासन के कठोर प्रक्रिया से यह बच्चियों निकलेंगे और सोने से कुंदन बनेगी और वह कुंदन मां भारती के मुख पर एक आभा एक प्रकाश लायेगा ऐसी मेरी कल्पना है।