Mathura News: ब्रज की रज और यमुना का जल लेकर अयोध्या जी के लिए निकलीं साध्वी ऋतंभरा दीदी, गाजे-बाजे के साथ हुई विदाई
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Mathura News: राम मंदिर आंदोलन के लिए लगातार संघर्ष करने वाली साध्वी दीदी ऋतंभरा आज अपने वात्सल्य ग्राम से सर्वमंगला मंदिर में यमुना जल और वृंदावन की रज, चांदी के कलशो में भरकर अयोध्या के लिए रवाना हुई। सबसे पहले वह वात्सल्य ग्राम के सर्वमंगला मंदिर पहुंची। यहां उन्होंने विधि विधान से यमुना जल और ब्रज की रज का पूजन किया। कलश में भरकर उसे लेकर अयोध्या के लिए रवाना हुई। ढोल नगाड़ों की धुन राम धुन पर लगातार वात्सल्य ग्राम में धूम दिखाई दे रही थी। मानों एक अलग से ही उत्सव मनाया जा रहा है, अब बस सबको 22 जनवरी को होने वाली भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा का इंतजार है।
साध्वी दीदी ऋतंभरा ने कहा कि सालों का संघर्ष सब पूरा हुआ है। घमंडियों का घमंड चूर-चूर हुआ है। जिस दिन की हमें लंबे समय से प्रतीक्षा थी, वह दिन आ गया है। 22 जनवरी को भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा होगी। भगवान राम के दर्शन करेंगे। मेरी इच्छा थी कि भगवान के चरणों में क्या समर्पित किया जाए। क्या लेकर अयोध्या जी जाऊं, तो मैंने सोचा कि ब्रज की रज और यमुना के जल से बेहतर कुछ नहीं हो सकता। मैं बृजवासियों का प्रेम और उनकी आस्था को लेकर अयोध्या जा रही हूं, जहां भगवान के चरणों में उसे समर्पित करूंगी और 22 जनवरी को भगवान के दर्शन करुंगी।
सालों बाद नया इतिहास रच रहा
उन्होंने कहा कि 22 जनवरी नया इतिहास रच रहा। हम इतिहास बनाने और कहानी रचने वाले लोग हैं। सारे संघर्ष सार्थक हो गए, सबकी तपस्या सार्थक हो गई, कारसेवकों का बलिदान साकार हो गया। अब जब रामलला वापस मंदिर में आ रहे हैं तो हमारे सपने पूरे हो गए। इस दौरान भक्तों को हुजूम उमड़ा। लोगों के आंखों से खुशी के आंसू भी छलके। गाजे-बजे और नाच के साथ साध्वी दीदी ऋतंभरा को ब्रजवासियों ने विदाई दी।