Raksha Bandhan 2024 : इन महिलाओं ने पीएम मोदी के लिए बनाई कुछ खास राखियां, रक्षाबंधन पर जाएंगी बांधने

Mathura News : वृंदावन में रह रहीं निराश्रित विधवा महिलाएं हर बार की तरह इस बार भी खुशी-खुशी अपने हाथों से राखी बना रही हैं और रक्षा बंधन के दिन उनकी बनी हुई राखियां देश के प्रधानमंत्री के हाथों में बंधी हुई दिखाई देंगी।

Report :  Mathura Bharti
Update: 2024-08-17 13:32 GMT

Mathura News : वृंदावन में रह रहीं निराश्रित विधवा महिलाएं हर बार की तरह इस बार भी खुशी-खुशी अपने हाथों से राखी बना रही हैं और रक्षा बंधन के दिन उनकी बनी हुई राखियां देश के प्रधानमंत्री के हाथों में बंधी हुई दिखाई देंगी। इस बार विधवा माताओं ने अपने प्रिय भाई नरेंद्र मोदी के लिए अपने हाथों से “भगवान राम” और “बाँके बिहारी” के साथ-साथ पीएम मोदी की तस्वीर की थीम वाली 551 राखियां बना कर भेज रहीं हैं।

जिस उम्र में हाथ काम करना कम कर दें, आंखो की रोशनी कम होने से धुंधली दिखाई देने लगे, उम्र की उस दहलीज पर भी वृंदावन के सुलभ इंटरनेशनल संस्था के सहयोग से मां शारदा और राधाटीला आश्रम, तरास मंदिर आश्रम में रहने वाली वृद्ध विधवा महिलाओं के द्वारा इतनी लगन व उमंग से इन राखियों तैयार किया जा रहा है। इसकी वजह है कि इनके हाथों से तैयार राखियां (रक्षा सूत्र) देश के प्रधानमंत्री के हाथों पर रक्षाबंधन के दिन बंधेंगी।

पीएम मोदी को राखी बांधेंगी महिलाएं

अपनों से मिले तिरस्कार के बाद वृंदावन धाम में रहकर दुनिया को अपना मानने वाली इन विधवा महिलाओं के लिए इस बार का यह रक्षा सूत्र पर्व इसलिए खास है, क्योंकि इस बार इन माताओं ने भगवान राम और कृष्ण की तस्वीर लगीं राखियों को तैयार किया है। इस बार राम और बिहारी जी युक्त राखी बना कर माताएं बहुत उत्साहित हैं। लगभग 90 वर्ष की मानु घोष व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री क़ो राखी बांधने गयी थीं, इस वर्ष भी वह राखी भेजने को लेकर उत्साहित हैं। इस बार भी प्रधानमन्त्री कार्यालय से सम्पर्क किया गया है और अनुमति मिलने पर कुछ माताएं प्रधानमंत्री क़ो राखी बाधने जाएंगी।


सुलभ विधवा कार्यक्रम की उपाध्यक्ष विनीता वर्मा ने कहा कि इससे पहले हजारों विधवा महिलाओं की ओर से चार-पांच महिलाएं पीएम मोदी को राखी बांधने और मिठाई देने के लिए दिल्ली जाती थीं। इस वर्ष भी प्रधानमंत्री कार्यालय से सम्पर्क में हैं। सुलभ इंटनेशनल के संस्थापक और जाने माने समाज सुधारक स्व. डॉक्टर बिंदेश्वर पाठक के द्वारा विधवा माताओं के लिए राखी बनाने का कार्यक्रम का आयोजन किया जाता था और वह ख़ुद भी राखी बनवाने के लिए वृंदावन आते थे। पिछले वर्ष उनके निधन के कारण विधवा महिलाओं के द्वारा राखी का कोई कार्यक्रम नहीं किया गया था।

पीएम कार्यालय को भेंट की जाएंगी राखियां

इस वर्ष राखी बनाने का कार्यक्रम पिछले कुछ दिनों से मां शारदा आश्रम में किया गया। महिलाओं ने दो टोकरी में अपने द्वारा बनयी राखी क़ो सजा कर प्रधानमंत्री के लिए दिल्ली भेजने की तैयारी में हैं। इन राखियों और मिठाई को सुलभ के प्रतिनिधि के द्वारा प्रधानमंत्री कार्यालय को भेंट कर दिया जाएगा।


बता दें कि सामाजिक कलंक को तोड़ने के उद्देश्य से प्रसिद्ध सामाजिक सुधारक और सुलभ आंदोलन के संस्थापक स्व. डॉ. बिंदेश्वर पाठक ने वृंदावन में रहने वाली विधवाओं के लिए सभी महत्वपूर्ण हिंदू अनुष्ठानों का आयोजन शुरू किया था। रक्षाबंधन भी उसमें से एक है।

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