सहारनपुर : मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा सलमान नदवी को बोर्ड से बाहर निकाले जाने को लेकर सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस को राबता ए मसाजिद के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना अब्दुल्लाह इब्नुल कमर ने फिजूल करार दिया है। कहा कि मुसलमानों को बेवजह की बयानबाजी व किसी भी प्रकार की बहस से बचना चाहिए।
बाबरी मस्जिद को अन्य स्थान पर स्थानांतरित किए जाने संबंधी बयान देने पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा मौलाना सलमान नदवी को बोर्ड से बाहर निकाल दिए जाने के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी हुई है। कहीं नदवी की मुखालिफत तो कहीं पक्ष में तरह तरह की बयानबाजी जारी है। इस पर राबता ए मसाजिद के मौलाना अब्दुल्लाह इब्नुल कमर ने सोशल मीडिया पर अनर्गल बयानबाजी से परहेज करने की अपील की है।
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उन्होंने कहा कि वर्तमान में बाबरी मस्जिद के मुद्दे ने सोशल मीडिया में हलचल पैदा कर दी है। इस मसले को लेकर इस्लाम मुखालिफ ताकतें कौम को तोड़ने की कोशिश में लग गई हैं। ऐसे में हमें समझदारीे से काम लेने की जरूरत है। कहा कि सोशल मीडिया पर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने के बजाय केवल ऐसी खबरें ही डाली जाए जिससे कौम के इत्तिहाद को नुकसान न पहुंचे।
मौलाना ने कहा कि बाबरी मस्जिद मामले में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड अपना रुख स्पष्ट कर चुका है। कुछ को छोड़कर सभी बोर्ड की आवाज में आवाज मिला रहे हैं। इस मसले पर राबता ए मसाजिद भी बोर्ड के साथ खड़ा हैं। कहा कि बाबरी मस्जिद का मसला केवल अदालत से हल होना चाहिए।