'माया' को रास नहीं आ रही है यूपी में प्रियंका की सक्रियता

मायावती ने गुरूवार को ट्वीट किया कि कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा जिले में हाल ही में लगभग 100 मासूम बच्चों की मौत से माताओं का गोद उजड़ना अति-दुखद और दर्दनाक है। इसके बाद भी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वयं और उनकी सरकार इसके प्रति अभी भी उदासीन, असंवेदनशील और गैरजिम्मेदार बने हुए हैं।

Update: 2020-01-02 08:49 GMT
Mayawati

लखनऊ: यूपी में प्रियंका गांधी की सक्रियता जहां सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को नागवांर गुजर रहा है तो विपक्षी दल बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती को भी यूपी मे प्रियंका की महफिल लूट लेने वाली शैली रास नहीं आ रही है।

बसपा सुप्रीमो ने कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा में हुई करीब 100 बच्चों की मौत पर कांग्रेस व कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर खुला हमला करते हुए कहा है कि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व व खासकर महिला महासचिव की इस मामले में चुप्पी साधे रखना अति दुखद है।

कोटा की घटना को लेकर मायावती का प्रियंका पर खुला हमला

मायावती ने गुरूवार को ट्वीट किया कि कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा जिले में हाल ही में लगभग 100 मासूम बच्चों की मौत से माताओं का गोद उजड़ना अति-दुखद और दर्दनाक है। इसके बाद भी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वयं और उनकी सरकार इसके प्रति अभी भी उदासीन, असंवेदनशील और गैरजिम्मेदार बने हुए हैं। यह अति निंदनीय है।

अपने अगले ट्वीट में मायावती ने लिखा लेकिन उससे भी ज्यादा अति-दुखद है कि कांग्रेस पार्टी के शीष नेतृत्व और खासकर महिला महासचिव की इस मामले में चुप्पी साधे रखना। अच्छा होता कि वह यूपी की तरह उन गरीब पीड़ित माओं से भी जाकर मिलतीं, जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही के कारण उजड़ गई हैं।

मायावती ने अपने तीसरे ट्वीट में लिखा कि यदि कांग्रेस की महिला राष्ट्रीय महासचिव राजस्थान के कोटा में जाकर मृतक बच्चों की मांओं से नहीं मिलती हैं तो यहां अभी तक किसी भी मामले में यूपी पीड़ितों के परिवार से मिलना केवल राजनीतिक स्वार्थ और कोरी नाटकबाजी ही मानी जाएगी। उत्तर प्रदेश की जनता को इससे सतर्क रहना है।

सीएम योगी ने भी साधा निशाना

वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस मामले पर टवीट कर निशाना साधते हुए लिखा है कि कोटा में करीब 100 मासूमों की मौत बेहद दुःखद और हृदय विदारक है। माताओं की गोद उजड़ना सभ्य समाज,मानवीय मूल्यों और संवेदनाओं पर धब्बा है।

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