लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती ने सोमवार को कहा कि सपा को संत रविदास जयंती मनाने का हक नहीं हैं। विधानसभा चुनाव के बाद उनकी उनकी पार्टी यदि सत्ता में आई तो भदोही का नाम बदल कर फिर से संत रविदासनगर किया जाएगा। मायावती ने कहा कि सपा ने सरकार बनाते ही संत रविदासनगर का नाम बदल कर भदोही कर दिया था लिहाजा इस पार्टी को संत की जयंती मनाने का अधिकार नहीं है ।
मायावती ने कहा बसपा ने संत के नाम पर किए कई काम:
-भदोही जिले का नाम संत रविदासनगर किया गया।
-वाराणसी में संत रविदास पार्क और घाट की स्थापना।
-फैज़ाबाद में संतगुरु रविदास राजकीय महाविद्यालय का निर्माण।
-वाराणसी में ही संत रविदास की प्रतिमा की स्थापना।
-संत रविदास सम्मान पुरस्कार की स्थापना।
-चंदौली में संत रविदास पॉलीटेक्निक की स्थापना।
-संत रविदास एस.सी/एस.टी प्रशिक्षण संस्थान।
-वाराणसी में गंगा नदी पर बनने वाले पुल का नाम संत रविदास के नाम पर।
-बदायूं में संत रविदास धर्मशाला बनाने के लिए सहायता।
-बिल्सी में संत रविदास की प्रतिमा स्थापना की स्वीकृति।
रविदास जयंती पर पीएम नरेंद्र मोदी समेत अन्य नेताओं की उनके जन्मस्थली पर हाज़िरी व सिर झुकाने को लेकर मायावती ने कहा कि नेताओं को उनके आदर्शों पर भी अमल करने का प्रयास करना चाहिए। तभी देश के ग़रीबों और शोषित जनता का सही भला होगा।