Meerut News: लोक गायिका नेहा सिंह राठौर को मेरठ की बहू कवयित्री डॉ. अनामिका अंबर ने फिर दिया गीत से जवाब

Meerut News: यूपी की योगी सरकार को लेकर यूपी की भोजपुरी गायिका नेहा सिंह राठौर और मेरठ की बहू और कवयित्री डॉ.अनामिका अंबर के बीच एक तरह से सांस्कृतिक द्वंद जारी है।

Report :  Sushil Kumar
Update:2023-03-10 13:50 IST

Anamika Jain Amber and Neha Singh Rathore

Meerut News: यूपी की योगी सरकार को लेकर यूपी की भोजपुरी गायिका नेहा सिंह राठौर और मेरठ की बहू और कवयित्री डॉ.अनामिका अंबर के बीच एक तरह से सांस्कृतिक द्वंद जारी है। इस क्रम में योगी आदित्यनाथ सरकार के बुलडोजर एक्शन पर सवाल खड़े करने वाले गाने , 'यूपी में का बा' के जवाब मॆं मेरठ की बहू और कवयित्री डॉ.अनामिका अंबर ने अभी होली के मौके पर बुंदेलखंडी गाने 'यूपी में बाबा' का पार्ट- 3 रिलीज किया है। इसमें वह बुलडोजर मॉडल की तारीफ करती दिख रही हैं। साथ ही, बुलडोजर एक्शन को सही भी ठहरा रही है।

भोजपुरी गायिका नेहा सिंह राठौर जहां अपने गीत में योगी सरकार के बुलडोजर एक्शन को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। वहीं दूसरी तरफ, नेहा की ओर से लगाए गए आरोपों का सिलसिलेवार जवाब कविता के जरिए अनामिका जवाब देती दिख रही हैं। अपनी इस कविता में बुलडोजर के जरिए गैंगस्टरों पर हो रही कार्रवाई की तारीफ करती दिख रही अनामिका प्रयागराज हत्याकांड को लेकर कहती हैं कि मिट्‌टी में मिल जाएंगे सभी, क्योंकि बुलडोजर पर धावा बोला गया है।

दरअसल,हाल ही में कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान एक मां और बेटी के झोपड़ी में जलकर मर जाने के बाद नेहा सिंह राठौर ने योगी आदित्यनाथ सरकार के बुलडोजर एक्शन पर सवाल खड़े करते हुए यूपी में का बा गाने को रिलीज किया था। इसके बाद गायिका नेहा सिंह राठौर को कानपुर पुलिस का नोटिस पहुंच गया। जिसके बाद से विवाद भी थमा नहीं है। इस बीच मेरठ की बहू कवि अनामिका जैन ने यूपी में बाबा गाने का तीसरा सीजन जारी कर अपने अंदाज में नेहा सिंह राठौर के गीत यूपी में का बा का फिर से जवाब देने की कोशिश की है। 

आपको बता दें कि इससे पहले भी अनामिक यूपी चुनाव 2022 में नेहा सिंह राठौर के गीत यूपी में का बा का जवाब अपनी कविताओं के जरिये दे चुकी हैं। क्योंकि दोंनो के ही अंदाज निराले हैं । सो,दोंनो के गीतों को लोगों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। फर्क बस इतना है कि नेहा सिंह राठौर के गीत जहां भाजपा विरोधी विचारधारा के लोंगो की पसंद बनी है। वहीं, अनामिका अंबर के गीत सत्तापक्ष के लोंगो की पसंद बनी हुई हैं।

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