Meerut News: व्हाट्सएप पर होती थी हथियारों की डील, दो आरोपी गिरफ्तार
Meerut News: पुलिस का कहना है कि पकड़े गए गिरोह के सदस्य व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया एप्लीकेशन के जरिए मेरठ और आसपास के इलाकों में हथियारों की डील करते थे।
Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद की एसओजी टीम और लिसाड़ी गेट पुलिस ने हथियारों की एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने दो अभियुक्तों मौके से गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 23 तमंचे और हथियार बनाने के भारी मात्रा में उपकरण बरामद किए गए हैं। पुलिस का कहना है कि पकड़े गए गिरोह के सदस्य व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया एप्लीकेशन के जरिए मेरठ और आसपास के इलाकों में हथियारों की डील करते थे। गिरोह करीब पिछले दो साल से लगातार इस अवैध कारोबार को अंजाम दे रहा है। आईजी की तरफ से पुलिस टीम को 50 हजार रुपये के पुरस्कार की घोषणा की गई है।
ग्राहक बनकर पुलिसकर्मी ने किया सौदा
एसपी सिटी मेरठ पीयूष सिंह ने बताया कि पुलिस को मुखबिर के माध्यम से यह जानकारी मिली थी कि लिसाड़ी गेट क्षेत्र के एक घर में अवैध रुप से हथियारों का निर्माण किया जाता है। इस गिरोह के सदस्य तमंचों की फोटो व्हाट्सएप ग्रुप पर डालकर उसे अपने जानने वालों के बीच वायरल करते थे। उनका रेट तय किया जाता था। ऑर्डर कंफर्म होने के बाद हथियारों की खेप तैयार करके उनकी सप्लाई की जाती थी। इस सूचना के बाद गिरोह की धरपकड़ के लिए एक पुलिसकर्मी को ग्राहक बनाकर आरोपियों के साथ डील कराई गई। इसके बाद लिसाड़ी गेट में फौजी मार्केट फैजान गार्डन के सामने खंडहरनुमा मकान में अवैध रूप से संचालित असलाह फैक्टरी में दबिश देकर गिरोह की धरपकड़ की गई।
तीन हजार तक में बेचते थे तमंचा
पुलिस ने मौके से दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। जिनके नाम इलियास पुत्र हकीमुद्दीन निवासी शहजाद कॉलोनी और परवेज पुत्र आजम निवासी भावनपुर हैं। आरोपियों के कब्जे से 23 तमंचे बरामद किए गए हैं। आरोपियों का पुराना आपराधिक इतिहास भी बताया गया है। पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि निकाय चुनाव में बवाल कराने के लिए हथियार तैयार किए गए थे। एक तमंचा को ढाई हजार से 3 हजार में सप्लाई किया जाता था। एसपी सिटी ने बताया कि पुलिस व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े अन्य लोगों की पहचान कर रही है। किसको तमंचे सप्लाई किए गए इसका पता लगाया जा रहा है।