मेडिकल स्क्रीनिंग के लिए हो जाएं तैयार, घर आएगी टास्क फोर्स, हुआ बड़ा फैसला
सीडीओ ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जागरूकता उत्पन्न करना, कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों की पहचान करना व उसी के अनुरूप टेस्टिंग कराना है।
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद में कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए शासन के निर्देशों के अनुक्रम में आगामी 2 जुलाई से 12 जुलाई तक विशेष अभियान चलाकर घर घर जाकर सर्वे किया जाएगा। विकास भवन में जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य विकास अधिकारी ईशा दुहन ने कहा कि 2 जुलाई से प्रारंभ होने वाले सर्वे के कार्य को युद्ध स्तर पर किया जाए तथा घर-घर सर्वे किया जाए। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रत्येक घर में चैक से मार्किंग की जाएगी।
संभावित मरीजों की जानकारी उपलब्ध की जाएगी। प्रत्येक घर में जागरूकता संबंधी स्टीकर लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जागरूकता उत्पन्न करना, कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों की पहचान करना व उसी के अनुरूप टेस्टिंग कराना है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के प्रारंभ होने से जनपद व मंडल को बहुत फायदा होगा। यह सरकार की दूरदर्शिता आमजन के प्रति सोच को परिलक्षित करता है यह सरकार का अच्छा कदम है।
1400 टीमें घर-घर जा कर करेंगी मरीजों का सर्वे
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जागरूकता उत्पन्न करना, कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों की पहचान करना व उसी के अनुरूप टेस्टिंग कराना है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के प्रारंभ होने से जनपद व मंडल को बहुत फायदा होगा। यह सरकार की दूरदर्शिता आमजन के प्रति सोच को परिलक्षित करता है यह सरकार का अच्छा कदम है। बैठक में मेरठ के सीएमओ डॉ. राजकुमार ने बताया कि अभियान के लिए माइक्रो प्लान बनाया जा रहा है तथा इसके लिए पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर 1400 टीम घर-घर जाकर सर्वे करेंगी तथा संदिग्ध मरीजों की पहचान करेंगी ताकि उनको समय रहते इलाज उपलब्ध कराए जा सके।
ये भी पढ़ें- अखिलेश का BJP पर बड़ा हमला, सरकार के इस फैसले को बताया जनविरोधी
उन्होंने बताया कि प्रत्येक 5 टीम पर एक सुपरवाइजर की तैनाती की जाएगी। उन्होंने बताया कि अभियान के लिए जिला प्रतिरक्षण अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। सीएमओ डॉक्टर राजकुमार ने बताया कि अभियान के दिनों में से 8 जुलाई को यह कार्यक्रम नहीं होगा उस दिन टीकाकरण का कार्यक्रम होगा यह अभियान 10 दिनों का होगा। यह कार्य युद्ध स्तर पर किया जाएगा। सीएमओ ने बताया कि आगामी 5 जुलाई को जनपद में मुख्यमंत्री का दौरा प्रस्तावित है।
कंटेनमेंट व नॉन कंटेनमेंट जोन दोनों में चलाया जाएगा अभियान
बैठक में जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ विश्वास चैधरी ने बताया कि अभियान कंटेनमेंट जोन व नॉन कंटेनमेंट जोन दोनों में चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभियान के अंतर्गत रिपोर्टिंग शीट, टैली शीट, घर-घर में चैक द्वारा मार्किंग, संदिग्ध मरीजों की पहचान, जागरूकता संबंधी पोस्टरों को घर घर पर चस्पा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि लंबी बीमारी वाले व्यक्तियों को चिन्हित किया जाएगा अर्थात जिनकी पुरानी बीमारी चली आ रही है उनको भी चिन्हित किया जाएगा। एसएमओ डॉक्टर आनंद ने बताया कि कंटेनमेंट जोन के आई एल आई मरीजों का शत-प्रतिशत सैंपल लिया जाएगा तथा सारी के मरीजों का शत-प्रतिशत सैंपल लिया जाएगा।
ये भी पढ़ें- पुरुष बना मां: पूरी दुनिया को कर दिया भौचक्का, आखिर कौन है ये जाने यहां
उन्होंने बताया कि अभियान में आईसीडीएस, पंचायती राज विभाग, एनसीसी, एनएसएस, यूनिसेफ, डब्ल्यूएचओ व अन्य सरकारी विभागों का सहयोग लिया जाएगा तथा डाटा हैंडलर की ट्रेनिंग भी कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि डब्ल्यूएचओ द्वारा मेन पावर डिस्ट्रीब्यूशन, माइक्रो प्लानिंग बनवाने , ट्रेनिंग देने में सहयोग किया जाएगा। बैठक में डॉ अशोक तालियान ,डॉक्टर पी पी सिंह, एसीएमओ डॉ पूजा शर्मा, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी सहित अन्य चिकित्सक व अधिकारी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट- सुशील कुमार