Meerut News: मेरठ की सड़कें ऐसी, संभलिए नहीं तो फुटबाल की तरह उछलेंगे!

Meerut News: सड़क पर जानलेवा गड्ढे तो हैं ही, फ्लाई ओवर भी दुर्घटना को दावत दे रहे हैं। स्कूली बच्चे हों या फिर कामकाजी लोग सड़क पर अनजाना सा डर लेकर चलने को मजबूर हैं। इसके लिए नगर निगम, पीडब्ल्यूडी और कैंट बोर्ड जिम्मेदार हैं।

Update:2023-05-31 21:09 IST
Accidents happening on Meerut roads due to fatal potholes

Meerut News: उत्तर प्रदेश की कमान संभालने के बाद सबसे पहले सड़कों को गड्ढों से मुक्ति दिलाने का आदेश योगी सरकार ने दिया था। मुख्यमंत्री की सख्ती से यह अभियान कुछ दिन तो धरातल पर दिखाई दिया। लेकिन, जैसे-जैसे समय बीतता गया। सड़कें गड्ढा मुक्त होने के बजाए गड्ढों में ही तब्दील हो गईं। वर्तमान स्थिति ये है कि सड़क पर जानलेवा गड्ढे तो हैं ही, फ्लाई ओवर भी दुर्घटना को दावत दे रहे हैं। स्कूली बच्चे हों या फिर कामकाजी लोग सड़क पर अनजाना सा डर लेकर चलने को मजबूर हैं। इसके लिए नगर निगम, पीडब्ल्यूडी और कैंट बोर्ड जिम्मेदार हैं।

नगर निगम में सबसे ज्यादा शिकायतें टूटी सड़कों की

आलम यह है कि नगर निगम क्षेत्र हो या फिर कैंट क्षेत्र, खराब सड़कों को लेकर शिकायतों का अंबार लगा है। मेरठ के नवनिर्वाचित मेयर हरिकांत अहलूवालिया कार्यभार ग्रहण करने के बाद शहर का निरीक्षण करने जहां भी जा रहे हैं, वहीं पर उनसे लोग टूटी सड़कों और गड्ढों का रोना रो रहे हैं। लोगों का कहना है कि सड़कों के गड्ढों के कारण वाहन के एक्सल,कमानी टूटने से लेकर टायर भी फट रहे हैं। गहरे गड्ढों में वाहन फुटबाल की तरह उछल रहे हैं। नगर आयुक्त डा.अमित पाल शर्मा ने नगर निगम स्थित अपने कार्यालय में आज सुनवाई की तो टूटी सड़कों की सबसे ज्यादा शिकायतें आईं।

मेयर हरिकांत अहलूवालिया भी मानते हैं सड़कों की दशा है खराब

शहर में भूमियापुल से लेकर हापुड़ अड्डे तक सड़क का हाल यह है कि समझ में नहीं आता कि सड़क में गड्ढे हैं या फिऱ गड्ढों में सड़क है। शहर ही नहीं कैंट क्षेत्र की सड़कों की दशा भी बहुत खराब है। कैंट क्षेत्र की 700 मीटर लंबी सड़क में सौ से अधिक गड्ढे हैं। माल रोड और मवाना रोड को जोड़ने वाली इस रोड से हजारों की संख्या में वाहन सवार दान जोखिम में डालकर गुजरते हैं। मेयर हरिकांत अहलूवालिया भी मानते हैं कि शहर की सड़कों की दशा बहुत खराब है। लेकिन,इसके लिए वे पूर्व मेयर को जिम्मेदार बताते हैं। बकौल हरिकांत अहलूवालिया अगर पूर्व मेयर इस मामले में जरा भी गंभीर होतीं तो आज सड़कों की हालत ऐसी खराब नहीं होतीं। बहरहाल,उनका कहना है कि अब यहां ट्रिपल इंजन की सरकार है। सब कुछ सुधरेगा। छह महीने में सड़कों की हालत सुधार दी जाएगी।

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