Meerut News: फ्रांस से भारत साइकिल यात्रा, फ्रॉस्वा हैनॉट ने 14 देशों को दिए पर्यावरण संरक्षण का संदेश
Meerut News: फ्रांस से भारत तक साइकिल द्वारा 14 देशों की यात्रा करते हुए पहुंचे यात्री फ्रॉस्वा हैनॉट ने सभी को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
Meerut News: आज यहां स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय में जापान फाउंडेशन (Japan Foundation) के महानिदेशक कोजी सातो ने भारत और जापान देश की संस्कृति के बारे में व्याख्यान दिया। इसके साथ ही फ्रांस से भारत तक साइकिल द्वारा 14 देशों की यात्रा करते हुए पहुंचे यात्री फ्रॉस्वा हैनॉट (Francois Hainaut) ने सभी को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
कुलपति कार्यालय में सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ.जी.के.थपलियाल ने जापान फाउंडेशन के महानिदेशक कोजी सातो एवं फ्रांस से साइकिल द्वारा आए यात्री फ्रॉस्वा हैनॉट का स्वागत किया। उन्होंने सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा भारतीय संस्कृति एवं बोद्ध धर्म के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने सुभारती विश्वविद्यालय के शिक्षा, सेवा, संस्कार एवं राष्ट्रीयता के मंत्र से भी रूबरू कराया।
विश्व हित में भारत व जापान के बीच मधुर संबंधों की कामना
सम्राट अशोक सुभारती स्कूल ऑफ बुद्धिस्ट स्टडीज के ध्यान केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में स्वागत भाषण बौद्ध विद्वान डॉ.चन्द्रकीर्ति भंते ने दिया। जापान फाउंडेशन के महानिदेशक कोजी सातो ने कहा कि भारत और जापान संस्कारवान देश है। उन्होंने जापान की संस्कृति के बारे में बताया कि जापान के लोग समाज सद्भाव, सम्मान और कड़ी मेहनत को महत्व देते है। उन्होंने कहा कि जापान विकसित देश होने के साथ अपनी संस्कृति के संरक्षण हेतु हमेशा सजग रहता है। उन्होंने बताया कि व्यापार शिष्टाचार से लेकर दैनिक जीवन तक में अनुशासन व संस्कृति के साथ कार्य करते हैं।
उन्होंने जापान की संस्कृति, इतिहास, भाषा, व्यापार, अनुसंधान आदि के बारे में विस्तार से सभी को रूबरू कराया। उन्होंने सुभारती विश्वविद्यालय परिसर का भ्रमण किया और भारतीय संस्कृति की झलक देखकर प्रभावित हुए। उन्होंने विश्व हित में भारत व जापान के बीच मधुर संबंधों की कामना करते हुए भारतीय संस्कृति की सराहना की।
फ्रांस देश से आए साइकिल यात्री फ्रॉस्वा हैनॉट (Francois Hainaut) ने कहा कि पर्यावरण के संरक्षण हेतु साइकिल चलानी चाहिए इससे हमारा शरीर भी स्वस्थ रहता है। उन्होंने बताया कि वह लगभग 12 हजार किमी का सफर तय करके सुभारती विश्वविद्यालय पहुंचे है। उन्होंने कहा कि उनकी साइकिल यात्रा का उद्देश्य सभी को पर्यावरण व स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है।
इस अवसर पर उपस्थित रहे
इस अवसर पर डॉ. पल्लवी मुखर्जी, डॉ. मनीषा लूथरा, डॉ. सीमा शर्मा, डॉ.प्रवीण कुमार, डॉ.यशपाल, डॉ. विवेक, डॉ श्रद्धा झा, अंतरराष्ट्रीय मामलों के सलाहकार नरेश थपलियाल, पीआरओ सीमर सिंह आदि का सहयोग रहा। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी संकाय व विभाग के शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहें।