Lok Sabha Elections 2024: पश्चिमी यूपी में मेरठ समेत इन सीटों पर असमंजस में भाजपा

Lok Sabha Elections 2024: मेरठ में अगर पार्टी राजेन्द्र अग्रवाल का टिकट काट कर वैश्य समाज के ही किसी नेता को टिकट देती है तो उनमें अनिल अग्रवाल, कपिल देव, विकास अग्रवाल, अतुल गर्ग, अमित अग्रवाल और मयंक गोयल का नाम उछल रहा है।

Report :  Sushil Kumar
Update:2024-03-09 14:40 IST

सांकेतिक तस्वीर (सोशल मीडिया)

Lok Sabha Elections 2024: भाजपा की पहली लिस्ट में पश्चिम क्षेत्र की मेरठ, सहारनपुर, गाजियाबाद और मुरादाबाद की सीट को होल्ड पर रख कर टिकट दावेदारों की दिल की धड़कनें बढ़ा दी हैं। मेरठ की बात करें तो यहां पिछले चुनाव में कम अंतर से जीते राजेन्द्र अग्रवाल के टिकट कटने की अटकलें तो काफी अर्से से चल रही हैं। भाजपा की पहली लिस्ट जारी होने के बाद तो इन चर्चाओं को और बल मिला है। हालांकि, वर्तमान सांसद राजेन्द्र अग्रवाल भी अपने पक्ष में हवा बनाए हुए हैं। इसकी वजह सांसद राजेंद्र अग्रवाल के नाम तीन लोकसभा चुनाव लगातार जीतने का रिकॉर्ड है। मेरठ में अगर पार्टी राजेन्द्र अग्रवाल का टिकट काट कर वैश्य समाज के ही किसी नेता को टिकट देती है तो उनमें अनिल अग्रवाल, कपिल देव, विकास अग्रवाल, अतुल गर्ग, अमित अग्रवाल और मयंक गोयल का नाम उछल रहा है।

सहारनपुर लोकसभा सीट से पूर्व गन्ना एवं चीनी मिल मंत्री सुरेश राणा का नाम जोर पकड़ रहा है। भाजपा के लिए कठिन मानी जाने वाली इस सीट पर पिछले चुनाव में उसके उम्मीदवार राघव लखनपाल शर्मा की 22 हजार 417 वोटों के अंतर से हार हुई थी। यह भी तब जब 39 फीसद मुस्लिम मतदाताओं वाली इस सीट पर दो तगड़े मुस्लिम उम्मीदवार थे। बसपा के विजयी उम्मीदवार फजर्लुरहमान कुरैशी ने लाख 14 हजार 139 वोट प्राप्त किए थे और कांग्रेस उम्मीदवार इमरान मसूद ने दो लाख सात हजार 68 प्राप्त किए थे। इस बार फजर्लुरहमान कुरैशी चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। वह अनाधिकृत रूप से सपा में हैं और सहारनपुर सीट सपा-कांग्रेस गठबंधन में कांग्रेस के खाते में गई है, जिसके उम्मीदवार इमरान मसूद होंगे। जिन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में 4 लाख 7 हजार 909 वोट लिए थे।

मेरठ की मानिन्द गाजियाबाद को लेकर भी काफी अर्से से नए चेहरे को मैदान में उतारने की अटकलें भाजपाई हलकों में तेजी से गश्त कर रही हैं। गाजियाबाद से जनरल वीके सिंह सांसद हैं और ये लगातार दो बार से संसद में गाजियाबाद का प्रतिनिधत्व कर रहे हैं। गाजियाबाद और मेरठ सीट पर ठाकुर-वैश्य समाज का वर्चस्व है। दोनों सीटों पर एक-दूसरे के समीकरण को देखते हुए प्रत्याशी तय किए जाएंगे। अगर गाजियाबाद में किसी ठाकुर को टिकट मिलता है तो मेरठ में वैश्य को ही टिकट दिया जाएगा। अगर मेरठ से किसी ठाकुर को चुनावी दंगल में उतारा जाता है तो गाजियाबाद पर किसी वैश्य को उतारा जाएगा। ठाकुर दावेदारों की बात करें तो गाजियाबाद लोकसभा सीट से अरुण सिंह, सतेन्द्र सिसोदिया और ब्रजेश सिंह का नाम चल रहा है। वैसे दौड़ में मेरठ की सरधना विधानसभा सीट के पूर्व विधायक ठाकुर संगीत सोम भी लगे हैं।

मुरादाबाद सीट को लेकर भी यही कहा जा रहा है कि यहां भाजपा नए चेहरों को लाकर चौंका सकती है। भाजपा 2019 के लोकसभा चुनाव में मंडल की छह सीटें हार गई थी। सिर्फ उप चुनाव में रामपुर संसदीय सीट पर कब्जा जमाने में भाजपा की रणनीति सफल रही। यहां पूर्व सांसद सर्वेश सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. शैफाली सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम, डॉ. विजय सिंह चौहान के नाम प्रमुख दावेदारों में शामिल हैं।


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