Delhi Meerut Rapid Rail: सुगम यात्रा का बेहतरीन माध्यम ही नहीं हजारो लोगो को रोजगार भी दे रही नमो भारत ट्रेन

Delhi Meerut Rapid Rail : बता दें कि पहले चरण में साहिबाबाद से दुहाई डिपो स्टेशन तक शुरु हुई रैपिडएक्स में डिपो से स्टेशन के रखरखाव और ट्रेन के संचालन में एनसीआरटीसी की विभिन्न एजेंसियों के करीब पांच हजार लोग कार्यरत हैं।

Report :  Sushil Kumar
Update:2023-10-23 13:43 IST

Delhi Meerut Rapid Rail (Social Media)

Delhi Meerut Rapid Rail: दुहाई से मेरठ तक नमो भारत (रैपिडएक्स) ट्रेनें भले ही 2024-25 में दौड़नी शुरू होंगी लेकिन पहले फेज में साहिबाबाद से दुहाई तक ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाने से इलाके के लोग बेहद खुश हैं। दरअसल, रैपिडएक्स रेल कॉरिडोर पर दिल्ली से मेरठ तक ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाने से न केवल लोगों को सुगम यात्रा का बेहतरीन माध्यम मिल गया है बल्कि इससे हजारो लोगो को रोजगार भी मिला है।

बता दें कि पहले चरण में साहिबाबाद से दुहाई डिपो स्टेशन तक शुरु हुई रैपिडएक्स में डिपो से स्टेशन के रखरखाव और ट्रेन के संचालन में एनसीआरटीसी की विभिन्न एजेंसियों के करीब पांच हजार लोग कार्यरत हैं। ऐसे में जबकि 2025 में जैसा कि एनसीआरटीसी के अधिकारियों का कहना है कि रैपिडएक्स ट्रेनों से हर दिन लगभग करीब आठ लाख लोग सफर करने लगेंगे। जाहिर है कि इससे कई हजार लोगो को रोजगार भी मिलेगा। आगे जैसे-जैसे इसका विस्तार हेगा उसी हिसाब से लोगो को सुगम यात्रा के साथ ही रोजगार भी मिलेगा। यही नही इससे वायु प्रदूषण में भी कमी आ जाएगी। 

दिल्ली से मेरठ का सफर 55 मिनट में होगा पूरा

बता दें कि मेरठ, मोदीनगर, मुरादनगर से गाजियाबाद और दिल्ली के बीच हर दिन लाखों लोग बसों और निजी वाहनों से सफर करते हैं। इनके अलावा मालवाहक वाहन भी बड़ी संख्या में इस रूट पर दौड़ते हैं। ऐसे में सराय काले खां से मेरठ तक कॉरिडोर पूरा हो जाने के बाद लोगों को निजी वाहनों का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। दिल्ली से महज 55 मिनट में मेरठ तक का सफर पूरा हो जाएगा। ऐसे में उम्मीद है कि लोग निजी वाहनों की बजाय रैपिडएक्स ट्रेनों का लग्जरी सफर करना ज्यादा पसंद करेंगे।

एनसीआरटीसी के अधिकारियों के मुताबिक रैपिडएक्स ट्रेन सिर्फ दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ को ही नहीं, बल्कि पूरे एनसीआर के शहरों को गति देगी। एनसीआरटीसी की प्लानिंग दो चरणों में कुल आठ कॉरिडोर पर रैपिडएक्स ट्रेनें चलाने की है।

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