Meerut News: गन्ने का बकाया भुगतान ब्याज सहित दिलाए सरकार, आप ने किया प्रदर्शन
Meerut News:किसान समस्याओं को लेकर आम आदमी पार्टी के मेरठ जिला अध्यक्ष अंकुश चौधरी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया।
Meerut News: किसान समस्याओं को लेकर आम आदमी पार्टी के मेरठ जिला अध्यक्ष अंकुश चौधरी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। प्रशासनिक अधिकारियों पर किसानों का शोषण करने का आरोप लगाया। गन्ना मूल्य भुगतान ब्याज सहित दिलवाने की मांग की। प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी मेरठ के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन दिया गया। नेताओं ने मांगे न माने जाने पर उप गन्ना आयुक्त कार्यालय का घेराव करने की धमकी दी है। इस मौके पर आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष अंकुश चौधरी ने कहा कि प्रदेश में गन्ना किसानों के साथ लगातार अन्याय हो रहा हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गन्ने की फ़सल बहुतायत में उगायी जाती है और इस क्षेत्र को गन्ना बेल्ट के रूप में जाना जाता है लेकिन बड़ी विडंबना है प्रत्येक वर्ष गन्ना किसानों को न तो गन्ने का उचित मूल्य ही मिलता है और न ही चीनी मिलों द्वारा समय से किसानों का भुगतान ही किया जाता है।
प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी चीनी मीलों पर गन्ना किसानों का पिछली पेराई सत्र वर्ष 2022-23 का करोड़ां रुपया अभी तक बकाया है। जबकि नया गन्ना पेराई सत्र शुरू हुए महीनो हो गए हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि अति दुख का विषय है कि किसानो को समय से गन्ने का भुगतान न होने के कारण काफ़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है,बेटी की शादी हो या बीमारी की दशा में या अन्य पारवारिक जरूरतों को पूरा करने के लिए किसानों को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है।
ज्ञापन के अनुसार प्रदेश में जब से योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी सरकार सत्ता में आई है, तब से उत्तर प्रदेश में गन्ने की कीमत केवल 35 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ी है, जो कि पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल के दौरान बढ़ाई गई कीमत से काफी कम है। इसके बावजूद सरकार द्वारा अभी तक गन्ने का रेट ही तय नहीं किया गया है और न ही इस सत्र मे गन्ना किसानों को समय से गन्ना भुगतान किये जाने का भरोसा ही दिया गया है, किसान जी तोड़ मेहनत से भयंकर गर्मी, सर्द अँधेरी रातों में जंगली जानवरों के ख़तरे के बावजूद अपनी जान जोखिम में डालकर अपनी फ़सल तैयार करता है और जब फ़सल को बेचने के लिए चीनी मिलों पर जाता है। उसे नहीं पता होता है कि उसकी खून पसीने से तैयार की गई फ़सल की कितनी क़ीमत मिलेगी और कब मिलेगी। आज के समय में जब देश में प्रधानमंत्री द्वारा डिजिटल इंडिया का नारा दिया जा रहा है। तो गन्ना किसानों के लिए मिलों द्वारा नगद व उचित भुगतान न दिया जाना गन्ना किसानों के प्रति घोर अन्याय है।
गन्ना किसानों के पिछले पेराई सत्र वर्ष 2022-23 का बकाया भुगतान तुरंत मय ब्याज कराया जाय। इस पेराई सत्र 2024 के लिए गन्ने का ख़रीद मूल्य पाँच सौ रुपया प्रति क्विंटल तत्काल घोषित किया जाए। पेराई सत्र 2024 से गन्ना किसानों को तुरंत मिल पर गन्ना डालने के 24 घंटे के अंदर ऑनलाइन भुगतान की व्यवस्था की जाए। इस मौके पर महानगर अध्यक्ष अंकित गिरी, किसान प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष फुरकान त्यागी, जिला मीडिया प्रभारी हर्ष वशिष्ठ, जिला महासचिव जीएस राजवंशी, सोशल मीडिया प्रभारी हेम कुमार, महिला जिलाध्यक्ष आरज़ू कंडारी, एससी-एसटी जिलाध्यक्ष भूप सिंह, हस्तिनापुर विधानसभा अध्यक्ष संदीप त्यागी, जिला संरक्षक एसके शर्मा, जिला सचिव अनमोल कोरी, जिला सचिव वैभव मलिक, जिला कार्यकारिणी सदस्य सचिन वाल्मीकि, जिला कार्यकारिणी सदस्य गजेन्द्र और राहुल शर्मा मौजूद रहे।