Meerut News: साइबर ठगी के अन्तरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश, गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार

Meerut News: आज चेकिंग के दौरान एक कार में सवार आसिफ उर्फ सिप्पा व जमील उर्फ जमीर को हिरासत में लिया। इनके कब्जे से 95 एटीएम कार्ड, 04 मोबाइल फोन, 05 पासबुक, 09 चैकबुक, 14 मोबाइल सिम बरामद हुए।

Report :  Sushil Kumar
Update:2024-11-11 19:57 IST

Meerut News ( Pic- News Track)

Meerut News: मेरठ पुलिस ने आज साइबर ठगी के अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के तीन सदस्यों आसिफ उर्फ सिप्पा, जमीर उर्फ जमील और तालिब को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।नगर पुलिस अधीक्षक आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि थाना लोहिया नगर के जमुना नगर मोहल्ला निवासी सोहेल खान पुत्र जमील अहमद के द्वारा साइबर पोर्टल 1930 पर एक साइबर ठगी के सम्बन्ध में शिकायत दर्ज करायी कि उसके साथ दीपावली पर ऑफर चलने के नाम पर एक अवैधानिक कम्पनी द्वारा लिंक भेजकर तथा कथित मोबाइल नंबर से कम निवेश पर अधिक लाभ का झांसा देकर करीब एक लाख रूपये निवेश करा लिये और कोई भी पैसा उसको नहीं मिला। इस प्रकार आवेदक के साथ धोखाधडी करके तथा कथित कम्पनी द्वारा ठगी कर लगी गयी।

पुलिस अधीक्षक ने बताया इस मामले की जांच साइबर थाना मेरठ द्वारा की जा रही थी। जांच के दौरान आवेदक का पैसा जिन-जिन एकाउण्ट में गया उसकी फर्स्ट लेयर व सैकेण्ड लेयर के एकाउण्टों का विवरण प्राप्त हुआ। जिसकी जांच से ग्राम ताबली थाना शाहपुर जनपद मुजफ्फरनगर के मौ. समीर का नाम प्रकाश में आया । इसी क्रम में थाना मेडिकल पुलिस ने आज चेकिंग के दौरान एक कार में सवार आसिफ उर्फ सिप्पा व जमील उर्फ जमीर को हिरासत में लिया। इनके कब्जे से 95 एटीएम कार्ड, 04 मोबाइल फोन, 05 पासबुक, 09 चैकबुक, 14 मोबाइल सिम बरामद हुए। उक्त बरामदगी के आधार पर पकड़े गये व्यक्तियों से गहराई से जांच की गयी एवं इतनी बडी मात्रा में एटीएम, पासबुक, चैक, सिम अपने पास रखने के सम्बन्ध में जानकारी की गयी तो दौरान जांच यह पाया गया कि सोहेल खान के साथ हुई धोखाधडी के सम्बन्ध में सैकेण्ड लेयर एकाउण्ट मौ0 समीर निवासी ग्राम तावली थाना शाहपुर के नाम जारी एटीएम व बैंक एकाउण्ट विवरण उक्त दोनो संदिग्ध व्यक्तियो से प्राप्त सामग्री में पाया गया। जिसकी साइबर टीम मेरठ व थाना मेडिकल पुलिस द्वारा अधिक गहराई से जांच की गयी तो एक अन्तर्राष्ट्रीय साइबर ठगी के गैंग का पर्दाफाश हुआ।

पूछताछ के दौरान साइबर ठगी के मुख्य आरोपी आसिफ उर्फ सिप्पा द्वारा बताया कि वह वर्ष-2012 से 2023 तक कुवैत में रहा है जहां उसके भाई महताब का रेस्टोरेन्ट संचालित है। इसी दौरान वर्ष-2016 में चार्ली उर्फ सद्दाम नाम के व्यक्ति से कुवैत में उसकी मुलाकात हुई। चार्ली उर्फ सद्दाम एसी टेक्नीशियन का काम करता था दोनो की आपस में गहरी दोस्ती हो गयी। करीब 06 माह पहले दिल्ली के चांदनी चौक पर दोनो की मीटिंग हुई तथा दोनो की आहिल जो बम्बई में रहता है से वार्ता हुई और इन तीनों ने मिलकर एक प्लान तैयार किया कि अवैध रूप से ऑनलाइन एप तैयार करके लोगो के साथ धोखाधडी करके ठगी की जाये। इस योजना के तहत आहिल जो बम्बई में रहता है के द्वारा एक अवैध गैमिंग एप्प (अन्ना रेडी एप्प) तैयार किया गया। आसिफ उर्फ सिप्पा अपनी जान पहचान के लोगो से फर्जी एकाउण्ट खुलवाकर कमीशन के आधार पर हायर करता है और कम्पनी का हैड चार्ली उर्फ सद्दाम जो छत्तीसगढ में रहता है।

इसी क्रम में उक्त तीनों लोगों द्वारा अवैध अन्ना रेडी अप्प तैयार किया, जिसके लिये आसिफ उर्फ सिप्पा द्वारा 40 एकाउण्ट हायर किये गये। सभी एकाउण्ट से सम्बन्धित व्यक्तियों के नाम से कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर सिम प्राप्त करके चार्ली उर्फ सद्दाम को उपलब्ध कराये गये और सभी एकाउण्ट के एटीएम अपने पास रखते है, अभी तक की जांच से यह तथ्य सामने आया है कि उक्त अन्तर्राष्ट्रीय साइबर गैंग द्वारा मिलकर प्रतिदिन करीब 15 लाख रूपये की लोगों से ठगी की जा रही है और ठगी का पैसा हवाला के माध्यम से एक दूसरे के पास पहुँचाया जा रहा है। उक्त गैंग द्वारा सैकडों लोगों से ठगी कर साइबर फ्रॉड के माध्यम से धन अर्जित किया जा रहा है।

अपराध करने का तरीका

पहले इन लोगो द्वारा भोले भाले लोगों को अपने द्वारा तैयार किये अवैध एप्प से लिंक भेजा जाता है, फिर उनसे वार्ता करके उन्हें ज्यादा पैसा देने का झांसा देकर अपनी ओर आकर्षित कर उन्हें एप्प का सदस्य बनाया जाता है। सभी सदस्यों के द्वारा अलग-अलग एकाउण्ट में पैसा निवेश कराया जाता है। निवेशित पैसे को धोखाधडी से अन्य एकाउण्टो में पैसा ट्रांसफर कर दिया जाता है, अधिक पैसा आने पर मूल एकाउण्ट को बन्द कर दिया जाता है। इस प्रकार उक्त गैंग द्वारा इस अवैधानिक कार्य को भारत के साथ-साथ भारत के बाहर दुबई व कुवैत देशों में रहकर अलग-अलग जगह से किया जा रहा है। उक्त प्रकरण के सम्बन्ध में थाना मेडिकल मेरठ पर मु0अ0सं0 457/2024 धारा 318(4),338,336(3),340(2),3(5) बीएनएस पंजीकृत किया गया है। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम की अगुवाई थाना साइबर प्रभारी निरीक्षक नेत्रपाल सिंह व थाना मेडिकल के वरिष्ठ उप निरीक्षक अजब सिंह कर रहे थे।

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