Kanwar Yatra: कांवड़ यात्रियोंं के लिए 30 जून तक रास्ते दुरुस्त, हर 5 किमी में स्वास्थ्य केंद्र समेत ये सुविधाएं हों तय
Kanwar Yatra: यूपी डीजीपी विजय कुमार और एसीएस होम संजय प्रसाद आज सोमवार को मेरठ पहुंचकर रूट का निरीक्षण किया। दोनों अधिकारी मेरठ कांवड़ यात्रा को लेकर 4 राज्यों के अधिकारियों के साथ बैठक की।
Kanwar Yatra: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कांवड़ यात्रा को लेकर मेरठ पर नजर बनाए हुए हैं। सीएम योगी ने कांवड़ यात्रा की तैयारी की कमान यूपी के दो बड़ो अफसरों को सौंपी है। यूपी डीजीपी विजय कुमार और एसीएस होम संजय प्रसाद आज सोमवार (19 जून) को मेरठ पहुंचे। दोनों अधिकारी मेरठ कांवड़ यात्रा को लेकर 4 राज्यों के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के अधिकारी मौजूद रहे। पश्चिमी यूपी के कई जिलों के अधिकारी भी मीटिंग में शामिल हुए। मीटिंग के बाद डीजीपी विजय कुमार और एसीएस होम संजय प्रसाद मेरठ के ऐतिहासिक ऐतिहासिक श्री औघड़नाथ महादेव मंदिर के दर्शन किए।
उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और डीडीपी विजय कुमार ने कांवड़ की तैयारियों को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में अधीनस्थ सभी पुलिस व प्रशासनिक अफसरों को मुख्य बातों पर ध्यान देने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने कावंड़ मार्ग पर सड़क के दोनों तरफ सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने कहा कि बहुत जल्द यहां पर कावंड़ सीजन शुरु होने वाला है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अच्छी तैयारी की जानी है। इसके लिए मुख्यमंत्री ने मुझे और डीजीपी साहब को स्पेशली आप लोगों के बीच हम को भेजा है। हम लोग जाकर करके वहां फील्ड में अधिकारियों से बातचीत कर यह श्योर करें कि कावंड़ यात्रा बिल्कुल शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न की जाए। बैठक में मेरठ और आसपास के पांच मंडलों के पुलिस व प्रशासिनक अफसरों के अलावा दल्ली,उत्तराखंड,हरियाणा व राजस्थान के अफसर भी मौजूद हैं। 30 जून से पूर्व कांवड़ यात्रा के सभी मार्ग को दुरुस्त किया जाए। कहीं पर गड्ढे न हो, प्रत्येक 5 किलोमीटर पर चिकित्सा की सुविधा हो, शिविर सड़क से हटकर लगे, प्रमुख स्थानों पर खोया पाया शिविर भी लगाया जाए।
उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और डीडीपी विजय कुमार आज मेरठ में पांच मंडल के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में डीजे और त्रिशूल समेत बाकी नियमों को लेकर गाइडलाइन दी गई। दरअसल,कांवड़ यात्रा का सारा जोर हरिद्वार के बाद वेस्ट यूपी में रहता है। बैठक और मंदिर भ्रमण के बाद दोनों अधिकारी दिल्ली-देहरादून हाईवे का भी मौका मुआयना किया। कांवड़ यात्रा के दौरान यह रूट सबसे अधिक भीड़भाड़ वाला होता है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक बैठक के बाद दोनों अधिकारी औघड़नाथ मंदिर गए और यहां जलाभिषेक करने के बाद कंट्रोल रुम की व्यवस्था भी देखा। बैठक में कावड़ियों के जाने और वापस लौटने के दौरान किन रूटों को बंद किया जाएगा। इस पर भी निर्णय लिया गया साथ ही अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए।
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मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस पर ग्रीन कॉरिडोर
अभी तक अफसरों का 4-5 जुलाई के एन-एच-58 पर भारी वाहनों को बंद करने तथा इसके बाद भीड़ देखकर हल्के वाहनों को बंद करने की योजना है। कांवड़ियों के साथ किसी भी हादसे की स्थिति में बेहतर मेडिकल सुविधा देने के लिए अतिरिक्त एंबुलेंस को हाईवे पर तैनात किया जाएगा। इमरजेंसी में पुलिस-प्रशासन ग्रीन कारिडोर की व्यवस्था बनाएगा। कोई भी बड़ी दुर्घटना होने पर कांवड़ियों को हायर सेंटर रेफर करने की स्थिति में तुरन्त मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस पर ग्रीन कारिडोर की व्यवस्था पुलिस-प्रशासन बनाएगा।