Meerut lawyer sex tape leak scandal बयान दर्ज कराने गई पीड़िता को वकीलों ने घेरा,वरिष्ठ अधिवक्ता को लगाया फंसाने का आरोप
Meerut lawyer sex tape leak scandal: अपहृत लड़ी आज स्पेशल कोर्ट में अपना बयान द्रज कराने आई थी। उसी समय वकीलों ने उसे घेर लिया। हालांकि भारी संख्या में तैनात पुलिस कर्मियों ने वकीलों को हटाते हुए लड़की को विकाला।
Meerut lawyer sex tape leak scandal: मेरठ बार एसोसिएशन से निष्कासित अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता की कथित वीडियों में दिखाई देने वाली अपहृत्त किशोरी को आज स्पेशल कोर्ट के बाहर खड़े वकीलों ने उस समय घेर लिया. जब पुलिस पीड़िता को कोर्ट में 164 सीआरपीसी के बयान दर्ज कराने ले जा रही थी। भारी पुलिस बल, क्यूआरटी के बीच नाबालिग लड़की के बयान कोर्ट में दर्ज हुए। यही नहीं पुलिस प्रशासन द्वारा स्पेशल कोर्ट रूम के दरवाजे बंद कर कोर्ट के बाहर कलेक्ट्रेट परिसर छावनी में तब्दील कर दिया गया। बयान होने के बाद पीड़िता को कड़ी सुरक्षा में बाहर लाया गया। लेकिन,भारी पुलिस बल के बावजूद कुछ महिला वकील सुरक्षा घेरे के अंदर घुस गईं और पीड़िता के पास जाकर अभद्रता करने लगी। पुलिस ने उन्हें घेरे से बाहर खदेड़ा।
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कोर्ट के बाहर हंगामा कर रहे वकीलों का कहना था कि किशोरी ने जानबूझकर अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता को पूरे मामले में फंसाया है। रमेश चंद गुप्ता का पक्ष ले रहे वकील पूरे मामले को हनीट्रैप बताकर इसका विरोध कर रहे हैं। बता दें मेरठ के वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता के जिस किशोरी के साथ वीडियो वायरल हुआ वो किशोरी 27 मई से लापता हो गई थी। 27 मई को किशोरी के मौसेरे भाई ने किशोरी के किडनैपिंग का केस दर्ज कराया। 31 मई को किडनैप लड़की ने बार अध्यक्ष से मिलकर पूरी शिकायत की। शिकायत के बाद से ही लड़की लापता हो गई किशोरी को कल देर रात ही बरामद किया गया था।
दरअसल, मेरठ में सीनियर एडवोकेट और मेरठ बार एसोसिएशन के पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष रमेश चंद गुप्ता का एक सेक्स टेप लीक हुआ था। इस टेप में वह अपने ही ऑफिस की एक नाबालिग लड़की के साथ अश्लील हरकतें करते नजर आ रहे हैं। अधिवक्ता के कुछ ऑडियो भी लीक हुए। इन ऑडियो में उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि उनके कई लड़कियों से संबंध रहे हैं। लड़की से अश्लील बातें करते हुए भी उनके ऑडियो सामने आए हैं। सेक्स टेप लीक होने के बाद वकील द्वारा यौन शोषण से पीड़ित नाबालिग लड़की ने बार एसोसिएशन के अध्यक्ष को अपनी शिकायत दी। थी जिसके बाद मेरठ बार एसोसिएशन के प्रबंध समिति की आपात बैठक में सीनियर अधिवक्ता की इस शर्मनाक हरकत पर ऐक्शन लेते हुए आरोपी अधिवक्ता की सदस्यता समाप्त कर दी गई थी।