Meerut News: अब सरधना में मचा तेंदुए का शोर, अभी तक नहीं हुई पुष्टि

Meerut News : प्रदेश के मेरठ के ग्रामीण इलाके सरधना क्षेत्र में एक दिन पहले दिखाई दिए तेंदुए का अभी तक कोई सुराग नहीं लग सका है। तेंदुए की आहट से जहां लोग दहशत में हैं, वहीं वन विभाग की मदद टीम व पुलिसकर्मी तलाश में जुटी है।

Report :  Sushil Kumar
Update:2024-06-08 21:31 IST

सांकेतिक तस्वीर (Photo - Social Media)

Meerut News : प्रदेश के मेरठ के ग्रामीण इलाके सरधना क्षेत्र में एक दिन पहले दिखाई दिए तेंदुए का अभी तक कोई सुराग नहीं लग सका है। तेंदुए की आहट से जहां लोग दहशत में हैं, वहीं वन विभाग की मदद टीम व पुलिसकर्मी तलाश में जुटी है।

डीएफओ राजेश कुमार ने बताया कि 7 जून को सूचना प्राप्त हुई कि मेरठ वन प्रभाग की सरधना रेंज के अन्तर्गत ग्राम पल्हेड़ा, तहसील सरधना में एक तेन्दुआ देखा गया है। सूचना प्राप्त होते ही प्रभागीय निदेशक, मेरठ द्वारा उप प्रभागीय वनाधिकारी मेरठ के नेतृत्व में क्षेत्रीय वन अधिकारी सरधना एवं अन्य स्टाफ को मौके पर भेजा गया, टीम द्वारा उक्त क्षेत्र एवं आसपास के क्षेत्रों में कांबिंग कर तेन्दुए की उपस्थिति की जांच की गई। जांच में ऐसा कोई तथ्य जैसे तेन्दुए के पगमार्ग अथवा अन्य कोई साक्ष्य नहीं पाया गया, जिससे कि वहां तेन्दुए की उपस्थिति की पुष्टि हो सके। आसपास उपस्थित व्यक्तियों से भी जानकारी की गयी, जिसमें तेन्दुए की उपस्थिति की पुष्टि नहीं हो पाई है। डीएफओ ने बताया कि उक्त दोनों टीमों द्वारा उप प्रभागीय वनाधिकारी मेरठ के नेतृत्व में पल्हेड़ा क्षेत्र में दिन-रात गश्त की जा रही है। प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी प्रभाग मेरठ द्वारा उक्त क्षेत्र की जनता से अपील की गयी कि किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें तथा तेन्दुए की उपस्थिति की पुष्ट जानकारी होने पर निम्न दूरभाष नम्बरों पर तत्काल सम्पर्क करें।

पहले भी कई बार ग्रामीणों को डरा चुका तेंदुआ

वैसे, मेरठ में तेंदुए का शोर कोई पहली बार नहीं मचा है। इसके पहले भी कई बार तेंदुआ स्थानीय लोगों को डरा चुका है। पिछले आंकड़ों की बात करे तो वर्ष 2000 से 2024 तक तेंदुए की मौजूदगी से गांवों से लेकर शहर तक हड़कंप मचा चुका है। तेंदुए की शहर में आवाजाही साल दर साल बढ़ रही है। इसी का नतीजा है कि पिछले 24 सालों में एक दर्जन से ज्यादा बार तेंदुआ शहर दिखाई दिया है। हालांकि कई बार तेंदुआ होने की पुष्टि नहीं हो सकी। लेकिन, वन विभाग को तो तेंदुए की सूचना पर एलर्ट होना ही पड़ता है। हाल ही में मेरठ के कसेरूखेड़ा में एक घर में सुबह के समय घुसा तेंदुआ शाम को साढ़े छह बजे करीब आठ घंटे के प्रयास के बाद काबू में आ पाया।

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