Meerut News: मंत्री सूर्य प्रताप शाही बोले- योगी सरकार में कृषि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर हुआ सुधार
Meerut News: बोले-सरकार कृषकों को समय से उन्नत बीज, उर्वरक एवं विद्युत आपूर्ति कर फसलों की उत्पादकता एवं कृषकों की आय बढाने हेतु कृत संकल्पित है।
Meerut News: प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने शुक्रवार को यहां मेरठ में कहा कि प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार के आने के बाद कृषि क्षेत्र में काफी सुधार हुआ है। इस दौरान किसानों की आय भी बढ़ी है। कृषि मंत्री आज यहां चौ0 चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के नेताजी सुभाषचन्द्र बोस प्रेक्षागृह में मेरठ, मुरादाबाद व सहारनपुर मण्डल की मंडल स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी में बोल रहे थे।
प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में वे गोष्ठी को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा अवगत कराया गया कि सरकार कृषकों को समय से उन्नत बीज, उर्वरक एवं विद्युत आपूर्ति कर फसलों की उत्पादकता एवं कृषकों की आय बढाने हेतु कृत संकल्पित है। कृषकों का नलकूप बिजली बिल शून्य किया गया है, 60 प्रतिशत अनुदान पर सोलर सिंचाई पम्प उपलब्ध कराये जा रहें है। प्रदेश में 7000 कु0 ढैंचा बीज एवं जिंक सल्फेट अनुदान पर उपलब्ध कराये गये है। देश में 4.5 लाख कृषकों दहलन एवं तिलहन के बीज मिनीकीट निःशुल्क उपलब्ध कराये जा रहें है। सरकार द्वारा कृषक हित में किये जा रहें कार्यो के विषय में अवगत कराते हुए कृषकों की समस्याओं का समाधान कराने का आश्वासन दिया गया।
कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख द्वारा अपने सम्बोधन में कहा गया कि सरकार मण्डलीय, जनपदीय तथा विकास खण्ड स्तर पर गोष्ठी आयोजित कर कृषकों तक तकनीकी ज्ञान तथा उनकी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास कर रही है। प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह द्वारा अपने सम्बोधन में अवगत कराया गया कि उ0प्र0 द्वारा 600 लाख टन अनाज का उत्पादन किया जाता है जो देश के कुल उत्पादन में गेहॅू का 38 एवं चावल का 15 प्रतिशत है। उ0प्र0 द्वारा 1000 टन सब्जी एवं फल का उत्पादन भी किया जाता है। भारत के कुल क्षेत्रफल लगभग 45 प्रतिशत भू भाग पर जबकि उ0प्र0 के 70 प्रतिशत भू भाग पर खेती की जाती है। कृषक भाई समय से बुवाई, लाईन से बुवाई, बीजोंपचार, भूमि समतलीकरण कर फसलों की उत्पादकता में वृद्वि कर सकते है, कृषकों को आश्वस्त किया गया कि उनके द्वारा उठाई गई समस्याओं का समाधान आने वाली गोष्ठी से पूर्व कराने का प्रयास किया जायेगा।
अध्यक्ष, विद्युत वितरण निगम आशीष गोयल उ0प्र0 द्वारा कृषकों को सुचारू विद्युत आपूर्ति हेतु कराये जा रहें कार्यो से अवगत कराया गया। विद्युत नलकूपों का 01 अप्रैल 2023 से शून्य बिल प्राप्त करने हेतु सभी कृषकों से विद्युत विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण कराने की अपेक्षा की गई। आयुक्त मेरठ मंडल मेरठ सेल्वा कुमारी जे0 एवं आयुक्त सहारनपुर मंडल सहारनपुर डॉ. हृषिकेश भास्कर यशोद द्वारा खरीफ की फसलों की उत्पादकता बढाने हेतु जनपदों द्वारा कृषि निवेशों की व्यवस्था के विषय में विस्तृत जानकारी उपालब्ध करायी गई ।
गोष्ठी मे कृषि विज्ञान केन्द्र एवं कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों डा आदेश कुमार, डा संदीप चौधरी एवं डा जितेन्द्र आर्य द्वारा खरीफ में उगाई जाने वाली दलहनी, तिलहनी एवं गन्ने की फसल के साथ संहफसली एवं प्राकृतिक खेती के मुख्य विन्दुओं की जानकारी कृषकों को दी गई।
तीनों मंडलों के विभिन्न जनपदों से आये कृषकों धर्मेन्द्र मलिक मुजफ्फरनगर , श्यौदान सिंह व गजेन्द्र सिंह मेरठ महबूब अली शामली , दिगम्बर सिंह व शरद कुमार बिजनौर , गुरूवचन सिंह अमरोहा, पवन कुमार हापुड आदि कृषकों द्वारा कृषि से सम्बन्धित जनपद की समस्याओं को उच्चाधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया गया। कृषकों द्वारा गन्ने का समय से भुगतान कराने, विद्युत आपूर्ति सुचारू कराने, कृषि यंत्रों के लक्ष्यों में वृद्वि कराने, कृषि रक्षा रसायनों की एम0आर0पी0 निर्धारित करने, तार बाड़ योजना पर अनुदान अनुमन्य कराने आदि समस्याओं से अवगत कराया गया। पदम श्री पुरस्कार प्राप्त भारत भूषण त्यागी बुलन्दशहर एवं सेठ पाल सिंह सहारनपुर द्वारा भी अपने अनुभव कृषकों के समक्ष साझा किये गये।
गोष्ठी का संचालन डा अमरनाथ मिश्रा संयुक्त कृषि निदेशक मेरठ मण्डल मेरठ एवं राजीव कुमार सिंह जिला कृषि अधिकारी मेरठ द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। सभी कृषकों, मंडलीय अधिकारियो का गोष्ठी में प्रतिभाग करने हेतु धन्यवाद ज्ञापित करते हुए जिलाधिकारी दीपक मीणा द्वारा गोष्ठी का समापन किया गया।
खाना नहीं मिलने पर किसानों का हंगामा
खरीफ गोष्ठी में किसानों ने खाना न मिलने पर हंगामा किया। गुस्साए किसानों ने भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के नेता धर्मेंद्र मलिक के नेतृत्व में विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के गेट बंद करके प्रशासन के खिलाफ हंगामा करते हुए नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। किसानों का कहना था कि सुबह से किसान भूखे-प्यासे बैठे गोष्ठी में मौजूद थे लेकिन किसानों के खाने का इंतजाम नहीं किया गया, जबकि प्रशासन में खाने की बात कही थी। अफसरों ने जल्दी ही खाने का इंतजाम करने की बात कह कर बड़ी मुश्किल से किसानों को समझा- कर शांत किया।