पुलिस भर्ती परीक्षाः पेपर सॉल्व कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश, सरगना समेत 12 सदस्य गिरफ्तार

Meerut News: एसटीएफ ने यूपी पुलिस आनलाइन कंप्यूटर ऑपरेटर भर्ती परीक्षा में ऑनलाइन पेपर हल कराने के गिरोह के सरगना सहित 12 लोगों को मेरठ मंडल के बागपत जनपद से गिरफ्तार किया है।

Report :  Sushil Kumar
Update:2024-02-08 17:51 IST

मेरठ में पेपर सॉल्व कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश (न्यूजट्रैक)

Meerut News: एसटीएफ ने यूपी पुलिस आनलाइन कंप्यूटर ऑपरेटर भर्ती परीक्षा में ऑनलाइन पेपर हल कराने के गिरोह के सरगना सहित 12 लोगों को मेरठ मंडल के बागपत जनपद से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किये गये आरोपी यूपी पुलिस कम्प्यूटर ऑपरेटर भर्ती परीक्षा में पेपर सॉल्व करा रहे थे। स्पेशल टास्क फोर्स के पुलिस उपाधीक्षक बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि 29 जनवरी से आठ फरवरी-2024 तक प्रचलित यूपी पुलिस में कम्प्यूटर ऑपरेटर की ऑनलाइन भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर रिमोट एक्सेस सॉफ्टवेयर के जरिये प्रश्न-पत्र हल करने वाले सरगना सहित 12 सदस्य आवास विकास कालोनी बडौत बागपत से गिरफ्तार किये गये हैं। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों में गिरोह का सरगना रचित चैधरी पुत्र ब्रहमपाल सिंह निवासी ग्राम भाजू थाना बाबरी जनपद शामली भी शामिल है।

इसके अलावा गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम बागपत निवासी कर्मवीर पुत्र रतन सिंह (सोल्वर),दानवीर पुत्र तेजपाल (सहयोगी),बेगुसराय बिहार निवासी रजनीश कुमार पुत्र अर्जुन प्रसाद महतो (सहयोगी), थाना नई मण्डी जनपद मुजफ्फरनगर निवासी अश्वनी पुत्र नरेश कुमार (सहयोगी),थाना मलपुरा जनपद आगरा निवासी अनिल कुमार पुत्र करतार सिंह (अभ्यर्थी),थाना खेकडा जनपद बागपत निवासी अक्षय तवर पुत्र देवेन्द्र कुमार (अभ्यर्थी), थाना छपरौली जनपद बागपत निवासी मनीष सरोहा पुत्र प्रमोद सरोहा (अभ्यर्थी), थाना बडौत बागपत निवासी आलोक चौहान पुत्र तेजपाल (अभ्यर्थी), जनपद मथुरा निवासी धर्मेन्द्र पुत्र लेखन (अभ्यर्थी),लोकेश कुमार पुत्र अरविन्द (अभ्यर्थी)व थाना दोघट जनपद बागपत निवासी आर्यदीप तोमर पुत्र ओमबीर सिंह (अभ्यर्थी)हैं। इनके पास से तीन लैपटाप,एक कम्प्यूटर,एक डेस्क टॉप कम्प्यूटर,आठ मोबाइल,आठ एडमिट कार्ड आदि बरामद किये गये हैं।

कम्प्यूटर हैकिंग में एक्सपर्ट हैं सॉल्वर

पुलिस उपाधीक्षक बृजेश कुमार सिंह के अनुसार हिरासत में लिए गये व्यक्तियों से पूछताछ एवं तकनीकी छानबीन से पता चला कि गिरफ्तार अभियुक्तों का गिरोह सुनियोजित तरीके से उक्त परीक्षा में अभ्यर्थियों से परीक्षा मे पेपर हल कराने के नाम पर अनुचित धनोपार्जन के उद्देश्य से गाजियाबाद दुहाई में स्थित विधान पब्लिक स्कूल में एक कम्प्यूटर लैब करीब 250 कम्प्यूटर सिस्टम के साथ स्थापित किया। यह भी मालूम हुआ कि पलवल हरियाणा निवासी राम चौहान जो कम्प्यूटर हैकिंग एक्सपर्ट हैं ने रोहित चौधरी के कहने पर उक्त लैब में आकर 28 जनवरी को एक सिस्टम पर कुछ साफ्टवेयर इंस्टाल कर इस सिस्टम को मास्टर सिस्टम बनाया ताकि जब जरूरत हो तब लैब मे मौजूद अन्य सिस्टमो को इस मास्टर सिस्टम के जरिये लोकल एरिया नेटवर्क के माध्यम से कनेक्ट कर उनका रिमोट एक्सेस ले सके और उक्त मास्टर सिस्टम को लैब में मौजूद अपने सहयोगियो की मदद से अलग रखा गया ताकि किसी अभ्यर्थी को परीक्षा के समय उक्त सिस्टम आवंटित न हो।

यह भी पता चला कि परीक्षा प्रारम्भ होने से पहले ही लैब मे मौजूद अपने सहयोगियो के माध्यम से कही भी बैठकर रवि लैब में मौजूद मास्टर सिस्टम का रिमोट एक्सेस उसमें मौजूद एनीडेस्क साफ्टवेयर के माध्यम से अपने सिस्टम पर लेकर जिन-जिन अभ्यर्थियो से पैसे लेकर पेपर हल कराने की बात तय होती थी इस मास्टर सिस्टम के जरिये सभी सिस्टम आपस में लेन के माध्यम से कनेक्ट होने की वजह से उन-उन अभ्यर्थियों को परीक्षा केन्द्र पर आवंटित सिस्टमों के एक्सेस ले लेता था और उसको अपने अन्य साथी जो पेपर हल करने में एक्सपर्ट थे उनके सिस्टम पर भेज देता था, जिससे केन्द्र पर मौजूद अभ्यर्थी के सिस्टम का पूरा एक्सेस इनके पास पहुॅच जाता था और ये प्रश्न-पत्र अपने सिस्टम से हल करते थे अभ्यर्थी केवल बैठकर माउस हिलाता रहता था। पूछताछ में पता चला कि इस गिरोह के सदस्य प्रत्येक अभ्यर्थी से 4 से 5 लाख रूपये लेते है। राम चौहान एक अभ्यर्थी की स्क्रीन शेयर करने की एवज में 50 हजार रूपा लेता हैं। पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है।  

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