Meerut News: मां के साथ नहीं रहना चाहती थी दुष्कर्म पीड़िता किशोरी, जबरदस्ती करने पर लगाया मौत को गले
Meerut News: पुलिस की अब तक की जांच में पता चला कि दुष्कर्म पीड़िता अपनी मां के साथ मेरठ नहीं रहना चाहती थी इसलिए उसने मौत को गले लगा लिया।
Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ में थाना बुढ़ाना जनपद मुजफ्फरनगर निवासी दुष्कर्म पीड़िता किशोरी द्वारा आत्म हत्या की घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। वहीं पुलिस प्रशासन में भी हड़कंप मच गया। उधर,सोशल मीडिया पर वायरल उऩ खबरों ने पुलिस को और परेशान कर दिया,जिसमें कहा जा रहा है कि आरोपी की धमकी से परेशान होकर दुष्कर्म पीड़िता ने आत्महत्या की है। हालांकि पुलिस की अब तक की जांच में पता चला कि दुष्कर्म पीड़िता अपनी मां के साथ मेरठ नहीं रहना चाहती थी इसलिए उसने मौत को गले लगा लिया।
मेरठ के थाना पल्लवपुरम क्षेत्र के अन्तर्गत एक कालोनी में हुई इस घटना के बारे में एसएसपी रोहित सिंह सजवाण आज सुबह बताया कि थाना बुढ़ाना जनपद मुजफ्फरनगर के अंतर्गत एक मुकदमा 2020 में पीड़िता की मां के द्वारा पंजीकृत कराया गया था। जिसमें तत्समय अभियुक्त गिरफ्तार होकर जेल गया था और चार्जशीट लगी थी। प्रकरण में न्यायालय मुजफ्फरनगर में ट्रायल चल रहा है। किशोरी की मां थाना पल्लवपुरम के अंतर्गत 8 जनवरी से किराए पर रह रही थी। मृतका दो दिन पूर्व से मां के साथ रही थी जिसके द्वारा आज आत्महत्या की गई है।
लंबे समय से रह रही थी बुआ के साथ
एसएसपी के अनुसार प्रकरण में प्राथमिक जांच में पता चला है कि मृतका लंबे समय से जनपद शामली में अपनी बुआ के साथ रह रही थी। उसका छोटा भाई भी साथ ही में रह रहा था। मां के द्वारा अपनी बेटी(मृतका) और बेटे उम्र 8 वर्ष को साथ में रहने हेतु बार-बार कहा जा रहा था किन्तु उनके द्वारा मां के साथ में रहने से मना कर दिया गया था। जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध है। बीती 30 जनवरी को पीड़िता कोर्ट में जिला शामली से गई थी जहां उसकी मां भी मेरठ से गई और पेशी के बाद मृतका को अपने साथ ले आई। आज पीड़िता के द्वारा आत्महत्या की गई है।
मृतका की मां से विस्तृत वार्ता करने पर पता चला है कि उसकी बेटी उसके साथ नही रहना चाहती थी जिसे वह मुज्जफरनगर से साथ में जबरदस्ती लेकर आई थी । परिजनों द्वारा किसी भी तरह की तहरीर देने से मना किया गया है। साथ ही बताया गया है कि उनके द्वारा किसी भी तरह की धमकी आदि की लिखित या मौखिक शिकायत पल्लवपुरम के अंतर्गत नहीं की गई थी जैसा कुछ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के द्वारा बताया जा रहा है।