Meerut News: मंत्री को जिंदा जला देने और शहर फूंक देने वाले सपा नेता बुरे फंसे, मुकदमा दर्ज
Meerut News: कलक्ट्रेट का घेराव करने पहुंचे सपा नेता मुकेश सिद्धार्थ ने ऊर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेंद्र तोमर के खिलाफ 10 जनवरी तक कार्रवाई न होने पर खुलेआम ऊर्जा , उनके वाहन और घर और शहर को फूंकने की धमकी देकर सनसनी फैला दी थी।
Meerut News: मेरठ में ऊर्जा राज्य मंत्री को जिंदा जला देने और शहर फूंक देने की धमकी देने वाले सपा नेता मुकेश सिद्धार्थ के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरु कर दिए हैं। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि भड़काऊ भाषण के मामले में थाना सिविल लाइन थाने के दारोगा आशीष कुमार की तरफ से मुकेश सिद्धार्थ के खिलाफ आईपीसी की धारा 143, 153, 153-ए, 115, 353, 505, 2, 506 और 7 क्रिमिनल अमेंडमेंट एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है।
बता दें कि शनिवार को कलक्ट्रेट का घेराव करने पहुंचे अखिलेश सरकार में उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति-जनजाति वित्तीय विकास निगम के उपाध्यक्ष रहे मुकेश सिद्धार्थ ने ऊर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेंद्र तोमर के खिलाफ 10 जनवरी तक कार्रवाई न होने पर खुलेआम ऊर्जा , उनके वाहन और घर और शहर को फूंकने की धमकी देकर सनसनी फैला दी थी।
मुकदमा दर्ज होने की जानकारी मिलने के बाद सपा नेता मुकेश सिद्धार्थ भूमिगत हो गए हैं। यही नहीं अपने विवादित बयान के बाद अपनी पार्टी में अलग-थलग पड़ गए हैं। सपा के जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी ने मुकेश सिद्धार्थ के बयान की निंदा करते हुए कहा कि मुकेश सिद्धार्थ के बयान से पार्टी से उनका कोई लेना देना नहीं है। सपा समाजवादी विचारों, लोहिया, मुलायम सिंह जैसे नेताओं की पार्टी है। सपा का हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है। मुकेश सिद्धार्थ का बयान उनका निजी बयान है। यही नहीं खुद सपा पार्षद कीर्ति घोपला ने मुकेश सिद्धार्थ के बयान से किनारा करते हुए कहा कि हम बाबा साहब के सविंधान को मानने वाले हैं। संविधान के हिसाब से ही काम करेंगे। उधर, सपा के जिला महासचिव मनोज चपराणा ने पार्टी अध्यक्ष को पत्र लिखकर मुकेश सिद्धार्थ पर कार्रवाई की मांग की है।
वैसे, मुकेश के खिलाफ कोई पहली बार कानूनी कार्रवाई नहीं हो रही है। इससे पहले भी मुकेश के खिलाफ पहले भी पुलिस अन्य मामलों में कानूनी कार्रवाई कर चुकी है। 30 जनवरी 2020 को गंगानगर निवासी मुकेश सिद्धार्थ पर लालकुर्ती के एसजीएम गार्डन में बेटे हिमांशु सिद्धार्थ की शादी में हर्ष फायरिंग करने पर जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज हुआ था। तब उनका शस्त्र लाइसेंस भी निरस्त कर दिया गया था। तीन अप्रैल 2017 को एनएच-58 पर मुकेश सिद्धार्थ का एआरटीओ से विवाद हो गया था। मुकेश सिद्धार्थ पर गाली-गलौज करने का भी आरोप लगा था। इस मामले में परतापुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था।