Lucknow News: मदरसों में डीबीटी से होगा पैसों का ट्रांसफर, छात्रों को एकाउंट में मिलेंगे पैसें
Lucknow News: उन्होंने कहा कि मदरसा शिक्षा को बेहतर बनाने एवं उसके आधुनिकीकरण की दिशा में यह निर्णय अत्यन्त महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।
Lucknow News: अब मदरसों में एनसीईआरटी पुस्तकों के वितरण के विषय में निर्देश दिये कि मदरसों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से खातों में धनराशि दी जाएगी। उत्तर प्रदेश के पशुधन, दुग्ध विकास, अल्पसंख्यक कल्याण मुस्लिम वक्फ एवं हज विभाग के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह की अध्यक्षता में मदरसा शिक्षा को बेहतर करने तथा मदरसों के सर्वे के सम्बन्ध में बैठक की। बैठक में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने मदरसों में एनसीईआरटी पुस्तकों के वितरण के विषय में निर्देश दिये कि मदरसों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से खातों में धनराशि अंतरित कर दी जाए। जिससे छात्र-छात्रायें सुविधानुसार किताबों का क्रय कर सकें। उन्होंने कहा कि मदरसा शिक्षा को बेहतर बनाने एवं उसके आधुनिकीकरण की दिशा में यह निर्णय अत्यन्त महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।
सर्वे को लेकर न हो भ्रम - अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री
धर्मपाल सिंह ने कहा कि प्रदेश के गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कराये जाने की प्रगति की समीक्षा करते हुए यह निर्देश दिये कि सर्वे कार्य के संबंध में समस्त जनपदों से सर्वे कार्य की प्रगति का पर्यवेक्षण नियमित रूप से किया जाए तथा सर्वे को लेकर किसी प्रकार की भ्रम की स्थिति उत्पन्न न होने पाए। उन्होंने कहा कि सर्वे कार्य केवल गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की सूचना संकलित किये जाने के उद्देश्य से कराया जा रहा है न कि किसी प्रकार की जॉच आदि से संबंधित है। उन्होंने कहा कि मदरसों की शिक्षा को गुणवत्तायुक्त एवं आधुनिक शिक्षा प्रणाली के अनुरूप बनाना राज्य सरकार का उद्देश्य है।
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने राजस्व नियमों के अनुकूल न होने के कारण राजस्व अनुभाग-9 द्वारा अपने शासनादेश को निरसित कर दिये जाने के उपरान्त स्थिति स्पष्ट की जाय कि उक्त शासनादेश का संबंध वक्फ सम्पत्तियों के पुनः सर्वेक्षण से नहीं है। बल्कि राजस्व अभिलेखों के दुरूस्तीकरण से है।
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा कि मदरसे के कुछ प्रतिभाशाली बच्चे जिन्होंने एनईईटी परीक्षा उत्तीर्ण की है, उन्हें सम्मानित किया जाए ताकि अन्य बच्चों में उच्च शिक्षा के प्रति जागरूकता उत्पन्न हो और मदरसों के बच्चों में आगे बढ़ने व पढ़ने की प्रेरणा जगाई जा सके।