Moradabad News: मुठभेड़ के बाद अपहरणकर्ताओं के चंगुल से पुलिस ने मासूम को छुड़ाया

Moradabad News: पुलिस की कुशल रणनीति में 12 घंटे में ही फंस गए अपहरणकर्ता। पुलिस ने मुठभेड़ में दो बदमाशों को किया गिरफ्तार। एक दरोगा भी जख्मी।

Update:2023-08-06 14:12 IST
After Encounter Police Rescued Innocent From Kidnappers, Moradabad

Moradabad News: महानगर के बीती शाम दुखद और सनसनीखेज खबर के साथ बीती थी, लेकिन रविवार की सुबह सुखद खबर लेकर आयी। जी हां, बीती शाम शहर की पॉश व सुरक्षित कालोनी बुद्धि विहार से सात वर्षीय बालक का अपहरण कर बदमाशों ने सनसनी फैला दी थी। एसएसपी के कुशल निर्देशन में घटना को गोपनीय रखते हुए पुलिस ने कुशल रणनीति बनाई जिसमें अपहरणकर्ता 12 घंटे में फंस गए। पुलिस ने जान जोखिम में डालकर बदमाशों की गोलियों का मुकाबला किया और दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया है, हालांकि मुठभेड़ में एक दरोगा भी जख्मी हो गया है।

लाख की फिरौती मांगी थी-

शहर के थाना मझोला इलाके के बुद्धि विहार के सेक्टर नौ में शाम साढ़े 7 बजे सफेद रंग की वैगनआर कार सवार बदमाशों ने घर के पास ही साइकिल चला रहे सात साल के वेदिक गुप्ता का अपहरण कर लिया था। वेदिक गुप्ता के पिता प्रदीप गुप्ता निजी मोबाइल नेटवर्क कंपनी में इंजीनियर हैं। मोहल्ले के बच्चों ने वेदिक के परिजनों को वेदिक के कार से जाने की जानकारी दी। परिजनों ने थाना मझोला पुलिस और कंट्रोलरूम पर कॉल कर अपहरण की जानकारी दी। सरे शाम बच्चे के अपहरण की जानकारी मिलते ही आला अधिकारियों में हड़कंप मच गया और परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस अधिकारियों ने घटना की जानकारी लेकर आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज निकाले और कार की पहचान की गई। पुलिस जांच के दौरान ही प्रदीप गुप्ता के पास बदमाशों का फोन आया और उन्होंने चालीस लाख रुपये नहीं देने पर बच्चे की हत्या करने की धमकी दी थी।

अधिकारियों ने एक दर्जन से ज्यादा टीमों का गठन करके करीब साठ पुलिस कर्मियों को बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए लगाया। सभी थानों को अलर्ट करके सफेद वैगनआर की तलाश शुरू कराई गई। बदमाशों के मोबाइल फोन से लोकेशन ट्रेस करने की कवायद भी शुरू कर दी गई। सीसीटीवी के फुटेज भी सभी थानों को भेजे गए। पुलिस पूरी रात बदमाशों की तलाश में लगी रही। इस बीच बिलारी थाना इलाके में रेलवे क्रासिंग के पास सुबह करीब छह बजे सब इंस्पेक्टर अनुज को बिना नंबर प्लेट लगी सफेद वैगनआर कार नजर आई, तो उन्होंने कार को रुकने का इशारा किया। पुलिस को देख कार सवार बदमाशों ने दारोगा को टक्कर मारकर कार को कच्चे रास्ते पर भगाना शुरू कर दिया। दरोगा अनुज ने बाइक से कार का पीछा कर कंट्रोल रूम को सूचना दी और कार का पीछा करते रहे। इस बीच पुलिस ने चारों तरफ से घेराबंदी करनी शुरू कर दी।

पुलिस से घिरने पर बदमाशों ने कार खेतों में घुसेड़ दी जहां बरसात से हुई कीचड़ में कार फंस गई। कार फंसने पर बदमाशों ने कार से उतरकर पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए भागना शुरू कर दिया। पुलिस ने बदमाशों की छोड़ी गई कार की तलाशी ली तो उसमें से अपहरण किया गया वेदिक गुप्ता डरा सहमा बैठा हुआ मिला। पुलिस ने बच्चे को बरामद होने पर भाग रहे बदमाशों का पीछा किया। पुलिस के मुताबिक दोनों तरफ से हुई कई राउंड फायरिंग के बाद पैर में गोली लगने से बदमाश अंकुश शर्मा और शशांक मेहता जख्मी हो गए। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार करके बिलारी स्वास्थ्य केंद्र में उपचार कराया।

एसपी हेमराज मीणा ने पत्रकारों को बताया कि बच्चे को छोड़ने के लिए अपहरणकर्ताओं ने चालीस लाख रुपये की मांग की थी। अपहरण में गिरफ्तार एक बदमाश बुद्धि विहार का रहने वाला है और एक लाइनपार क्षेत्र का। बदमाशों की अपराधिक घटनाओं को तलाशा जा रहा है। उन्होंने कहा कि अपहरण करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया जाएगा। मौके से फरार हुए बदमाशों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।

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