Swami Prasad Controversy: स्वामी प्रसाद मौर्य की जीभ काटकर लाने वाले को मिलेगा 10 लाख का पुरस्कार, कांग्रेस नेता का ऐलान
Swami Prasad Controversy: पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के लगातार हिंदू विरोधी बयानों से एक कांग्रेस नेता इतना नाराज हुआ कि उसने सपा नेता की जीभ पर इनाम घोषित कर डाला। मुरादाबाद जिले से आने वाले कांग्रेस नेता ने स्वामी प्रसाद मौर्य की जीभ पर भारी भरकम इनामी राशि का ऐलान किया है।
Swami Prasad Maurya Controversy: अपने भड़काऊ और विवादित बयानों के लिए कुख्यात सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। स्वामी के बिगड़े बोल के खिलाफ अयोध्या के साधु-संत और हिंदू संगठन कई बार सड़कों पर उतर चुके हैं। उनके विवादित बयानों को लेकर समाजवादी पार्टी के कई नेता भी अपना विरोध दर्ज करा चुके हैं। इन सबके बावजूद स्वामी प्रसाद के विवादित बयानों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा।
पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के लगातार हिंदू विरोधी बयानों से एक कांग्रेस नेता इतना नाराज हुआ कि उसने सपा नेता की जीभ पर इनाम घोषित कर डाला। मुरादाबाद जिले से आने वाले कांग्रेस नेता ने स्वामी प्रसाद मौर्य की जीभ पर भारी भरकम इनामी राशि का ऐलान किया है। कांग्रेस नेता के इस ऐलान से सनसनी मच गई है। ऐसा तब है जब हाल ही में कांग्रेस ने घोसी उपचुनाव में सपा का समर्थन करने का ऐलान किया है। इसके अलावा सपा और कांग्रेस एक साथ इंडिया गठबंधन में भी हैं।
स्वामी के बिगड़े बोल से आहत हैं कांग्रेस नेता
सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य की जीभ काटकर लाने वाले को 10 लाख रूपये इनाम देने की घोषणा करने वाले कांग्रेस नेता का नाम गंगा राम शर्मा है। शर्मा वर्तमान में मुरादाबाद कांग्रेस के मानवाधिकार विभाग के जिला चैयरमेन हैं। उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को अपमानित करने वाला करार दिया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि मौर्य हिंदू धर्म को अपमानित करने के लिए पवित्र धार्मिक पुस्तक रामचरितमानस की निंदा करते रहते हैं। इससे समाज आहत है। इसलिए उनकी जीभ काटकर लाने वाले के लिए इनाम की घोषणा की गई है।
पहले भी घोषित हो चुके हैं इनाम
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पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए यह मामला नया नहीं है। इससे पहले भी हिंदू संगठनों ने उनके खिलाफ इस तरह के इनामों की घोषणा की थी। इस साल जनवरी में जब उन्होंने रामचरितमानस को लेकर विवादित टिप्पणी की थी, तब कई हिंदू संगठनों ने उनका जोरदार विरोध किया था। आगरा के एक हिंदू संगठन की ओर से उनकी जीभ काटकर लाने वालों के लिए 51 हजार रूपये बतौर इनाम देने की घोषणा की गई थी। इसी प्रकार कासगंज के एक संत ने मौर्य को 5 बार जूते मारने वाले को 5100 रूपये इनाम देने का ऐलान किया था।
सबसे चर्चा में अयोध्या के तपस्वी छापनी के जगतगुरू परमहंस आचार्य का विवादित बयान रहा था। उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य की का सिर कलम कर लाने वाले को 500 रूपये का इनाम, उनकी जीभ काटने वाले को 300 रूपये और नाक-कान काटने वाले को 200 रूपये देने की बात कही थी। बता दें कि परमहंस आचार्य कल यानी मंगलवार को लखनऊ स्थित अखिलेश यादव के आवास पर स्वामी प्रसाद की शिकायत करने पहुंचे थे।
रामचरितमानस पर क्या कहा था मौर्य ने ?
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक मीडिया प्रतिनिधि से बातचीत के दौरान पवित्र धर्म ग्रंथ रामचरितमानस को लेकर कुछ गलत शब्दों का इस्तेमाल किया था। उन्होंने इसके रचियता तुलसीदास की भी आलोचना की थी। उन्होंने धर्मग्रंथ के एक अंश का हवाला देते हुए कहा था कि इसमें कहा गया है कि ब्राह्मण भले ही दुराचारी और अनपढ़ हो, लेकिन वह ब्राह्मण है। उसको पूजनीय बतया गया है। उन्होंने रामचरितमानस से विवादित अंशों को बाहर निकलाने अन्यथा पूरी किताब पर बैन लगाने की मांग की थी। सपा नेता का कहना था कि इसमें दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है।